शरत्काले महापूजा क्रियते या च वार्षिकी। तस्यां ममैतन्माहात्म्त्यं श्रुत्वा भक्तिसमन्वित:।।
सर्वाबाघाविनिर्मक्तो घनघान्यसुतान्वित:। मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यति न संशय:।।
अर्थात् - शरद ऋतु के नवरात्र में जो मेरी वार्षिक महापूजा की जाती है, उस अवसर पर जो मेरे महात्म्य को भक्तिपूर्वक सुनेगा, वह मनुष्य मेरे प्रसाद से सब बाघाओं से मुक्त होकर घनघान्य एवं पुत्र से संपन्न होगा।
शरणागत दीनार्तपरित्राण परायणे।
सर्वस्यातिहरे देवि नारायण नमोस्तुते।।
अर्थात् - मां दुर्गा शरण में आए हुए दीनों एवं पीडि़तों की रक्षा में सदा संलग्न रहती है। सबकी पीड़ा दूर करने वाली नारायणी को शतकोटि नमस्कार है।
This year the Vasantha Navaraathri poojas fall between 27th April and 3th April, 2012. Generally the Navratri in September/ October - called the Sharadha Navarathri is the more famous one as it is for householders; this navratri in March-April period is called Vasantha navarathri which is good for attaining success in endeavours. Lord Raama celebrated this to attain spiritual power to accomplish His Incarnation purpose - that of slaying Raavana. The Navami of this navaraathri is Shri Raama Navami - the birth celebration of Shri Raama
This year the Vasantha Navaraathri poojas fall between 7th April and 13th April, 2012. Generally the Navratri in September/ October - called the Sharadha Navarathri is the more famous one as it is for householders; this navratri in March-April period is called Vasantha navarathri which is good for attaining success in endeavours. Lord Raama celebrated this to attain spiritual power to accomplish His Incarnation purpose - that of slaying Raavana. The Navami of this navaraathri is Shri Raama Navami - the birth celebration of Shri Raama
Happy Navratri |
तृतीय चंद्रघण्टेति कुष्माण्डेति चतुर्थकम्।
पंचमं स्कन्दमातेति षष्ठं कात्यायनीति च।
सप्तमं कालरात्रि महागौरीति चाऽष्टम्।
नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गा प्रकीर्तिताः।
यह शारदीय नवरात्रा आपके जीवन मे नये जोश और उमंग के साथ ढेरो खुशियां लाये। इसी मंगलकामना के साथ शुभ नवरात्रा।
सर्वमंगल मांग्लये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुति।।
जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कृपालिनि।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते।।
या देवि सर्वभूतेषु मातृ रूपेण संस्थिता
नमस्तस्ये नमस्तस्ये, नमस्तस्ये नमो नमः।।
मॉ दुर्गा आपकी रक्षा करें।
Happy Navratri
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