वो किसी का हो गया है, उसको क्यों कर ढूँढ़िये
वो किसी का हो गया है, उसको क्यों कर ढूँढ़िये?
दिल से आज जो गया है, उसको क्यों कर ढूँढ़िये?
ज़िन्दग़ी सीम आब है कब हाथ आई है भला
मिल के भी जो खो गया है उसको क्यों कर ढूँढ़िये?
प्यार की ख़ातिर जो रोया ज़िन्दग़ी की शाम तक
ले के नफ़रत से गया है उसको क्यों कर ढूँढ़िये?
ढूँढ़कर लाया था दुनिया भर की खुशियाँ जो कभी
ढूँढ़ने ख़ुद को गया है उसको क्यों कर ढूँढ़िये?
ढूँढ़िये ‘मख़मूर’ उसको जो कहीं दुनिया में हो
दिल की तह तक जो गया है उसको क्यों कर ढूँढ़िये?
सीम आब = Mercury
मिल मिल के बिछड़ने का मज़ा क्यों नहीं देते
मिल मिल के बिछड़ने का मज़ा क्यों नहीं देते?
हर बार कोई ज़ख़्म नया क्यों नहीं देते?
ये रात, ये तनहाई, ये सुनसान दरीचे
चुपके से मुझे आके सदा क्यों नहीं देते।
है जान से प्यारा मुझे ये दर्द-ए-मोहब्बत
कब मैंने कहा तुमसे दवा क्यों नहीं देते।
गर अपना समझते हो तो फिर दिल में जगह दो
हूँ ग़ैर तो महफ़िल से उठा क्यों नहीं देते।
हवा का ज़ोर भी
हवा का ज़ोर भी काफ़ी बहाना होता है
अगर चिराग किसी को जलाना होता है।
ज़ुबानी दाग़ बहुत लोग करते रहते हैं,
जुनूँ के काम को कर के दिखाना होता है।
हमारे शहर में ये कौन अजनबी आया
कि रोज़ _____ सफ़र पे रवाना होता है।
कि तू भी याद नहीं आता ये तो होना था
गए दिनों को सभी को भुलाना होता है।
हर एक बात पे कहते हो
हर एक बात पे कहते हो तुम कि तू क्या है?
तुम ही कहो कि ये अंदाज़-ए-ग़ुफ़्तगू क्या है?
रगों में दौड़ते फिरने के हम नहीं क़ायल
जब आँख ही से न टपका तो फिर लहू क्या है?
जो आँख ही से न टपके तो फिर लहू क्या है?
चिपक रहा है बदन पर लहू से पैराहन
हमारी जेब को अब हाजत-ए-रफ़ू क्या है?
जला है जिस्म जहाँ दिल भी जल गया होगा,
कुरेदते हो जो अब राख जुस्तजू क्या है?
रही ना ताक़त-ए-गुफ़्तार और हो भी
तो किस उम्मीद पे कहिए कि आरज़ू क्या है?
ग़ुफ़्तगू = Conversation
अंदाज़-ए-ग़ुफ़्तगू = Style of Conversation
पैराहन = Shirt, Robe, Clothe
हाजत-ए-रफ़ू = Need of mending (हाजत = Need)
गुफ़्तार = Conversation
ताक़त-ए-गुफ़्तार = Strength for Conversation
गुलशन-गुलशन शोला-ए-ग़ुल की
गुलशन-गुलशन शोला-ए-ग़ुल की ज़ुल्फ़-ए-सबा की बात चली
हर्फ़-ए-जुनूँ की बंद-गिराँ की ज़ुल्म-ओ-सज़ा की बात चली।
ज़िंदा-ज़िंदा शोर-ए-जुनूँ है मौसम-ए-गुल के आने से
महफ़िल-महफ़िल अबके बरस अरबाब-ए-वफ़ा की बात चली।
अहद-ए-सितम है देखें हम आशुफ़्ता-सरों पर क्या गुजरे
शहर में उसके बंद-ए-क़बा के रंग-ए-हिना की बात चली।
एक हुआ दीवाना एक ने सर तेशे से फोड़ लिया
कैसे-कैसे लोग थे जिनसे रस्म-ए-वफ़ा की बात चली।
सबा=Breeze, wind
हर्फ़-ए-जुनूँ = A word that describes craziness
अरबाब = Friends
अहद-ए-सितम = Days of Tyranny/Cruelty
आशुफ़्ता = Perplexed, Careworn, Distracted, Confused
आशुफ़्ता-सर = Mentally Deranged
क़बा = Gown, Long Coat Like Garment (I think it has been used in the sense of बुर्का here)
बंद-ए-क़बा = Locked in the gown/बुर्का
तेशे = Axe
नवाज़िश करम शुक्रिया मेहरबानी
नवाज़िश, करम, शुक्रिया मेहरबानी
मुझे बख़्श दी आपने ज़िन्दगानी।
जवानी की जलती हुई दोपहर में
ये ज़ुल्फ़ों के साये घनेरे-घनेरे
अजब धूप छाँव का आलम है तारी
महकता उजाला चमकते अँधेरे
ज़मीं का फ़ज़ा हो गई आसमानी
लबों की ये कलियाँ खिली-अधखिली सी
ये मख़मूर आँखें गुलाबी-गुलाबी
बदन का ये कुंदन सुनहरा-सुनहरा
ये कद है कि छूटी हुई माहताबी
हमेशा सलामत रहे या जवानी।
नवाज़िश = Kindness, Favor
तारी = Spreading, Happening
करम = Benevolence, Benignity
मख़मूर = Drunk, Intoxicated
कैसे-कैसे लोग हमारे जी को जलाने आ जाते हैं
कैसे-कैसे लोग हमारे जी को जलाने आ जाते हैं,
अपने-अपने ग़म के फ़साने हमें सुनाने आ जाते हैं।
मेरे लिए ये ग़ैर हैं और मैं इनके लिए बेगाना हूँ
फिर एक रस्म-ए-जहाँ है जिसे निभाने आ जाते हैं।
इनसे अलग मैं रह नहीं सकता इस बेदर्द ज़माने में
मेरी ये मजबूरी मुझको याद दिलाने आ जाते हैं।
सबकी सुनकर चुप रहते हैं, दिल की बात नहीं कहते
आते-आते जीने के भी लाख बहाने आ जाते हैं।
मेरी मानो यारों मुझको
मेरी मानो यारों मुझको आज न रोको पीने से
बेहोशी में मरना अच्छा होश में आ कर जीने से।
मैं प्यासा हूँ मुझे पिलाओ
जलते हैं जब दिल के घाव
आता हूँ मैखाने में,
जाम नहीं भरते तो आओ
कतरा कतरा ही टपकाओ
तुम मेरे पैमाने में
खाली जाम लगा रखा है मेरे अपने सीने से।
आज मेरे आँसू ना पोछो
अपने हाल पे रो लेने दो
मुझ आवारा पागल को,
कैसे गले लगा लोगे तुम
कितनी देर सँभालोगे तुम
मय की ख़ाली बोतल को।
ठोकर मारो मुझे गिरा दो तुम अहसास के ज़ीने से।कह दो इस रात से कि रुक जाए
कह दो इस रात से कि रुक जाए दर्द-ए-दिल मिन्नतों से सोया है
ये वही दर्द जिसे ले कर लैला तड़पी थी मजनू रोया है।
मैं भी इस दर्द की पुजारिन हूँ ये न मिलता तो कब की मर जाती
इसके इक-इक हसीन मोती को रात-दिन पलकों में पिरोया है।
यो वही दर्द है जिसे ग़ालिब जज़्ब करते थे अपनी गज़लों में
मीर ने जब से इसको अपनाया दामन-ए-ज़ीस्त को भिगोया है।
सुरमई शाम के उजालों से
सुरमई शाम के उजालों से जब भी सज-धज के रात आती है
बेवफ़ा, बेरहम ओ बेदर्दी जाने क्यों तेरी याद आती है।
इस जवानी ने क्या सज़ा पाई, रेशमी सेज हाय तनहाई,
शोख़ जज़्बात ले हैं अँगड़ाई,आँखें बोझल हैं नींद हरजाई,
तेरी तस्वीर तेरी परछाईं दे के आवाज़ फिर बुलाती है।
आज भी लम्हे वो मोहब्बत के गर्म साँसों से लिपटे रहते हैं,
अब भी अरमान तेरी चाहत के महकी ज़ुल्फ़ों में सिमटे रहते हैं,
तुझको भूलें तो कैसे भूलें हम बस यही सोच अब सताती है।
वो भी क्या दिन थे जब कि हम दोनों मरने-जीने का वादा करते थे
जाम हो ज़हर का कि अमृत का साथ पीने का वादा करते थे।
ये भी क्या दिन हैं क्या क़यामत है ग़म तो ग़म है ख़ुशी भी खाती है।
Hai sabhi ko mujhse shikayatein, par mujhe kisi se gila nahi, ye usool maine bana liya, na mila karo, na gila karo.
Ham ko ham hi se chura le gaye. Mere rat ke neenden uda le gaye. Tumse muhabat hai bahut khoob hai. Ke sabse alag mera mehboob hai.
Is tarah dil me samaoge malum na tha, dil ko tadpaoge malum na tha,socha dur ho kar yaad nahi aaoge, is kadar yaad aaoge malum na tha
Chehre ki muskan ban gaye ho tum, dil ki dhadkan ban gaye ho tum,
jee na paenge tumhare beena, qki mere jeene ki wajah ban gaye ho tum.
Unko khabar hai mere armano ki, aaj zarurat padegi kaanch ke paimane ki, khali na hone dena warna yaad aayegi gujre zamane ki.
Aapki har khata manjur hai, aapka har shikwa kabul hai, nahi jaante kya rishta hai aapse humara, par jo bhi hai mujhe dil se kabul hai.
Tare door hai fir bhi chamakte hai, badal door hai fir bhi barsate hai, hum bhi kitne nadan hain, aap hamare dil mein hain aur hum aapse milne ko tarsate hain
Aapki dosti humare suron ka saz hai, aap jaise dost par hame naz hai, chahe kuch ho jaye zindgi mein, dosti vaisi hi rahegi jaise aaj hai
Ae chand mere dost ko ek tohfa dena, taro ki mehfil sang roshni karna, chhupa lena andhere ko, har raat k baad ek khubsurat savera dena
Dosti ka rishta purana nahi hota, isse bada khajana nahi hota, dosti to pyar se bhi pavitra hai, kyuki isme koi pagal ya dewana nahi hota
Aap door ho magar ye eshaas hota hai, koi hai jo har pal paas hota hai, yaad to sab ki aati hai par aapki yaad ka andaz kuch khas hota hai.
Phoolon ke chaman me ek gulab hamara ho, yadon ki bahar mein ek pal hamara ho,khuda kare ki jab aap yad karo apno ko, unme ek naam hamara ho
Raat ki shuruaat need se hoti hai, neend ki shuruaaat sapno se hoti hai, sapno ki shuruaat apno se aur apno ki shuruaat aap se hoti hai.
Phulon ne khushbu ka jaam bheja hai, taro ne aasman se salam bheja hai, khushiyon se bhari ho aapki zindgi, dil se hamne ye paigam bheja hai
Koi magrur hokar peeta hai,koi majboor hokar peeta hai. Kambakht is sharab ko peene ke bad hi, aadami asal zindagi jeeta hai.
Suna tha khuda sabki sunta hai, isliye dua karne ki bhool kar baithe. Pyar ka anjaam kahan malum tha, isliye dil lagane ki bhool kar baithe.
Bhool jaao tum hume, hum to tumhe bas tumhe hi yaad karenge. Bhale barbaad kardo tum hume,hum to tumhe sirf aabaad hi karenge.
Gadha jo kha jaye wo ghaas ho tum. Budhe admi ka chavanpras ho tum. Chale log kuch bhi kahein, hum to yehi bolenge ki bade jhakass ho tum.
Saath dene ka vada kiya tha, shikwa sehne ka vada kiya tha, wo hume bhulkar khush hai to gam nahin, humne unko khush rakhne ka wada kiya tha
Aaj muskurane ko jee chahta he,har gam bhulane ko jee chahta hai,aapki yaad me msg kya bhejun, khud aapke pass aane ko jee chahta hai.
Main har sham kehta hoon ke use bhul jaunga, magar jab subha hoti hai to bhulana bhool jata hoon....
Bahut si aisi baatein hai jo mere dil mein rehti hai, magar jab us-se milta hoon to sunana bhul jata hoon.
Dil ka drd palko me qaid hai,ehsas unka hawa ke isharo me qaid hai,unko bhulaye b to kese,jinko pane ki aarzu tute sitaro me qaid hai.
Kitni mohabat hai hamse bataya na gaya, wo samajhe na ya hamse samjhaya na gaya, wo karib na aaye, aur hamse haath badaya na gaya
Ansu bin ankhe itni khubsurt na hoti, dard bin khushi ki keemat na hoti, agar mil jata koi chahne se to dunia mein khuda ki jarurt na hoti
Rab se pani manga to sagar diya, rabse phool manga to bagicha diya, rabse ghar manga to mahel diya, rab se rab manga to aap jaisa dost diya
Koi wada na kar koi irada na kar,khwahishe taqdeer se zyada na kar,ye degi utna jitna likh diya khuda ne,is taqdeer se ummeed zyada na kar.
Jante ho sab fir bhi anjaan bante ho, is tarah hume pareshan karte ho, puchte ho ki apko kya pasand hai, khud jawaab hokar ye sawal karte ho
Hanthon me hoti hai, lakire hazar,kisi me gam to kisi me khushi.na jane vo kaun si lakir hai,jisne likha hai tera pyar.
Toofan me bikharte chale gaye, tanhai me utarte chale gaye, jannat thi har shaam jin dosto k sath, ek-ek karke sab bichadte chale gaye
चराग़-ओ-आफ़ताब ग़ुम
चराग़-ओ-आफ़ताब ग़ुम बड़ी हसीन रात थी
शबाब की नक़ाब गुम बड़ी हसीन रात थी।
मुझे पिला रहे थे वो कि ख़ुद ही शमाँ बुझ गई
गिलास ग़ुम,शराब ग़ुम बड़ी हसीन रात थी।
लिखा था जिस किताब कि इश्क़ तो हराम है
हुई वही किताब ग़ुम बड़ी हसीन रात थी।
लबों से लब जो मिल गए,लबों से लब ही सिल गए
सवाल ग़ुम जवाब ग़ुम बड़ी हसींन रीत थी।
वफ़ा का नाम ज़माने में आम कर जाऊँ
वफ़ा का नाम ज़माने में आम कर जाऊँ
फिर उसके बाद मैं ज़िंदा रहूँ कि मर जाऊँ।
इलाही मुझको अता कर सदाक़तों के चिराग़
मैं उनकी रोशनी लेकर नगर-नगर जाऊँ।
तेरी जमीं पे न हो नाम नफ़रतों का कहीं
मोहब्बतों के फ़साने सुनूँ जिधर जाऊँ।
मेरे वज़ूद ये भी तो एक मसरफ़ है
दिलों में प्यार की मानिंद मैं उतर जाऊँ।
मज़ा तो जब है कि दुश्मन भी मुझको याद करे
मिसाल प्यार की ऐसी मैं छोड़ कर जाऊँ।
अता कर = Give
सदाक़त = Truth
मसरफ़ = Outlay
जब प्यार नहीं है तो भुला क्यों नहीं देते
जब प्यार नहीं है तो भुला क्यों नहीं देते?
ख़त किसलिए रखे हैं जला क्यों नहीं देते?
किस वास्ते लिखा है हथेली पे मेरा नाम
मैं हर्फ़ ग़लत हूँ तो मिटा क्यों नहीं देते?
लिल्लाह शब-ओ-रोज़ की उलझन से निकालो
तुम मेरे नहीं हो तो बता क्यों नहीं देते?
रह रह के न तड़पाओ ऐ बेदर्द मसीहा
हाथों से मुझे ज़हर पिला क्यों नहीं देते?
जब इसकी वफ़ाओं पे यकीं तुमको नहीं है
‘हसरत’ को निग़ाहों से गिरा क्यों नहीं देते?
हर्फ = Syllable, Letter
शब-ओ-रोज़ = Night and Day
वादियाँ-वादियाँ, रास्ते-रास्ते
वादियाँ-वादियाँ, रास्ते-रास्ते
मारे मारे फिरे हम तेरे वास्ते।
आबशारों से पूछा कहाँ हैं सनम
और नज़ारों के जा जा के पकड़े क़दम
इन बहारों ने फ़रमाया क्या जाने हम
खा रहा है हमें अब जुदाई का ग़म।
छाले पड़ते गए भागते-भागते।
मचली जाएँ लटें, लिपटी जाए हवा
जलता जाए बदन, रोती जाए वफ़ा
बेवफ़ा मत सता मिल भी जा आ भी जा
कि ख़ता क्या बता क्यों ये दे दी सज़ा।
आँखें पथरा गईं जागते-जागते।
इश्क जब एक तरफ़ हो तो सज़ा देता है
इश्क जब एक तरफ़ हो तो सज़ा देता है
और जब दोनों तरफ़ हो तो मज़ा देता है।
अपने माथे पे ये बिंदिया की चमक रहने दो
ये सितारा मुझे मंज़िल के पता देता है।
ऐ नमकपाश तेरी साँवली सूरत की क़सम
दिल का हर ज़ख़्म तुझे दिल से दुआ देता है।
तू मुझे प्यार से देखे या न देखे ज़ालिम
तेरा अंदाज़ मोहब्बत का पता देता है।
मैं किसी ज़ाम का मोहताज नहीं हूँ ‘हसरत’
मेरा साकी मुझे आँखों से पिला देता है।
कह रहा है आपका हर शख़्स दीवाना हमें
नूर-ए-अनवर से अँधेरे को मिटाया आपने
और क़िस्मत का सितारा जगमगाया आपने।
ख़ुशबू-ए-अफ़ज़ल ज़माना हमको कहता है मग़र
आज हम जो कुछ भी हैं हमको बनाया आपने।
कह रहा है आपका हर शख़्स दीवाना हमें
आप ही के नाम से दुनिया ने पहचाना हमें।
आपके दम से ही क़ायम है निज़ाम-ए-ज़िन्दग़ी
एक पल के वास्ते भी छोड़ न जाना हमें।
दोस्तों का प्यार, हसरत और फिर उसका करम
अहल-ए-फ़न अहल-ए-नज़र हर बज़्म ने जाना हमें।
–
नूर = Luminescence, Luster
अनवर = Light
अफ़ज़ल = Prime
निज़ाम = Arrangement, Establishment, Order, Organisation
अहल = One who is, Resident, Member
बज़्म = Gathering
नज़र मुझसे मिलाती हो
नज़र मुझसे मिलाती हो तो तुम शरमा-सी जाती हो
इसी को प्यार कहते हैं, इसी को प्यार कहते हैं।
जबाँ ख़ामोश है लेकिन निग़ाहें बात करती हैं
अदाएँ लाख भी रोको अदाएँ बात करती हैं।
नज़र नीची किए दाँतों में उँगली को दबाती हो।
इसी को प्यार कहते हैं, इसी को प्यार कहते हैं।
छुपाने से मेरी जानम कहीं क्या प्यार छुपता है
ये ऐसा मुश्क है ख़ुशबू हमेशा देता रहता है।
तुम को सब जानती हो फिर भी क्यों मुझको सताती हो?
इसी को प्यार कहते हैं, इसी को प्यार कहते हैं।
तुम्हारी प्यार का ऐसे हमें इज़हार मिलता है
हमारा नाम सुनते ही तुम्हारा रंग खिलता है
और फिर साज़-ए-दिल पे तुम हमारे गीत गाती हो।
इसी को प्यार कहते हैं, इसी को प्यार कहते हैं।
तुम्हारे घर में जब आऊँ तो छुप जाती हो परदे में
मुझे जब देख ना पाओ तो घबराती हो परदे में
ख़ुद ही चिलमन उठा कर फिर इशारों से बुलाती हो।
इसी को प्यार कहते हैं, इसी को प्यार कहते हैं।
तू मेरे साथ न चल
तू मेरे साथ न चल, ऐ मेरी रूह-ए-ग़ज़ल
लोग बदनाम न कर दें तू इरादों को बदल।
मैंने माना कि बहुत प्यार किया है तूने
साथ ही जीने का इकरार है तूने
मान ले बात मेरी देख तू इस राह न चल।
साथ देखेंगे तो फिर लोग कहेंगे क्या-क्या
सोच ले, सोच ले इलज़ाम धरेंगे क्या-क्या
ऐ मेरी परदा-नशीं देख न परदे से निकल।
अपनी उलफ़त पे कभी आँच न आ जाए कहीं
तेरी रुसवाई हो ये बात गँवारा ही नहीं।
देख नादान न बन, होश में आ, यूँ न मचल।
वही पलकों का झपकना वही जादू तेरे
वही पलकों का झपकना वही जादू तेरे
सारे अंदाज़ चुरा लाई है ख़ुशबू तेरे।
तुझसे मैं जिस्म चुराता था मगर इल्म न था
मेरे साये से लिपट जाएँगे बाज़ू तेरे ।
तेरी आँखों में पिघलती रही सूरत मेरी।
मेरी तसवीर पे गिरते रहे आँसू तेरे।
और कुछ देर अगर तेज़ हवा चलती रही
मेरी बाँहों में बिखर जाएँगे गेसू तेरे।
लुत्फ़ जो उसके इंतज़ार में है
लुत्फ़ जो उसके इंतज़ार में है
वो कहाँ मौसम-ए-बहार में है।
हुस्न जितना है गाहे-गाहे में
कब मुलाकात बार-बार में है।
जान-ओ-दिल से मैं हारता ही रहूँ
गर तेरी जीत मेंरी हार में है।
ज़िन्दगी भर की चाहतों का सिला
दिल में पैवस्त मू के ख़ार में है।
क्या हुआ गर खुशी नहीं बस में
मुसकुराना तो इख़्तियार में है।
–
पैवस्त = Absorb, Attach, Join
मू = Hair
ख़ार = A linen covering for a woman’s head, throat, and chin
इख़्तियार = Choice, Control, Influence, Option, Right
बहारों के चमन याद आ गया है
अब मैं समझा तेरे रुखसार पे तिल का मतलब
दौलत-ए-हुस्न पे दरबान बिठा रखा है।
बहारों के चमन याद आ गया है
मुझे वो गुलबदन याद आ गया है।
लचकती शाख ने जब सर उठाया
किसी का बाँकपन याद आ गया है।
मेरी ख़ामोशियों पर हँसने वालों
मुझे वो कमसुख़न याद ऐ गया है।
तेरी सूरत को जब देखा है मैंने
उरूज-ए-फ़िक्र-ओ-फ़न याद आ गया है।
मिले वो बन कर अजनबी तो ‘रिफ़त’
जमाने का चलन याद आ गया है।
बाँकपन = Slyness
कमसुख़न = One who speaks less
उरूज = Ascent
जो भी दुख याद न था याद आया
जो भी दुख याद न था याद आया
आज क्या जानिए क्या याद आया।
याद आया था बिछड़ना तेरा
फिर नहीं याद कि क्या याद आया।
हाथ उठाए था कि दिल बैठ गया
जाने क्या वक़्त-ए-दुआ याद आया।
जिस तरह धुंध में लिपटे हुए फूल
इक इक नक़्श तेरा याद आया।
ये मोहब्बत भी है क्या रोग ‘फ़राज़’
जिसको भूले वो सदा याद आया।
अपनी ग़ज़लों में तेरा हुस्न सुनाऊँ आ जा
अपनी ग़ज़लों में तेरा हुस्न सुनाऊँ आ जा
आ ग़म-ए-यार तुझे दिल में बसाऊँ आ जा।
बिन किए बात तुझे बात सुनाकर दिल की
तेरी आँखों में हया रंग सजाऊँ आ जा।
अनछुए होंठ तेरे एक कली से छू कर
उसको मफ़हूम नज़ाक़त से मिलाऊँ आ जा।
मैंने माना कि तू साक़ी है मैं मैकश तेरा
आज तू पी मैं तुझे जाम पिलाऊँ आ जा।
हीर वारिस की सुनाऊँ मैं तुझे शाम ढले
तुझमें सोए हुए जज़्बों को जगाऊँ आ जा।
ऐं मेरे सीने में हर आन धड़कती ख़ुशबू
आ मेरे दिल में तुझे तुझसे मिलाऊँ आ जा।
मफ़हूम = To be taken to mean, Understood
हीर वारिस की: This is an explanation and not a meaning. The famous Punjabi poetry “Heer Ranjha” was written by Warris Shah. This is what is being referred to here.
आन = Moment
दुख की लहर ने छेड़ा होगा
दुख की लहर ने छेड़ा होगा
याद ने कंकड़ फेंका होगा।
आज तो मेरा दिल कहता है
तू इस वक़्त अकेला होगा।
मेरे चूमे हुए हाथों से
औरों के ख़त लिखता होगा।
यादों की जलती शबनम से
फूल-सा मुखड़ा धोया होगा।
मोती जैसी शकल बनाकर
आइने को तकता होगा।
मैं तो आज बहुत रोया हूँ
तू भी शायद रोया होगा।
‘नासिर’ तेरा मीत पुराना
तुझको याद तो आता होगा।
तुम आ गए हो ऐ शह-ए-ख़ूबाँ ख़ुशामदीद
तुम आ गए हो ऐ शह-ए-ख़ूबाँ ख़ुशामदीद
महका है आज दिल का गुलिस्ताँ ख़ुशामदीद।
उतरा है मेरी रूह के आँगन मे सैल-ए-नूर
गुरबत कदे में जश्न-ए-चरागाँ ख़ुशामदीद।
मिस्ल-ए-नसीम सुबह-ए-चमन हों सुबक खराम
इक इक क़दम नवेद-ए-बहाराँ ख़ुशामदीद।
जज़्बों को फिर यक़ीन की दौलत मिली आज
वजह-ए-करार-ए-क़ल्ब परीशाँ ख़ुशामदीद।
बरसों के बाद दिल में उजालों की है नुमू
मेहर-ए-मुनीर नैयर ताबाँ ख़ुशामदीद।
जाना तुम्हारी चश्म-ए-मोहब्बत का फ़ैज़ है
‘आशूर’ भी है आज ग़ज़लफ़ाँ ख़ुशामदीद।
–
ख़ूबाँ = The fair, The beautiful, Sweetheart, Lady-love
ख़ुशामदीद = Welcome
सैल = Short for सैलाब = Flood, Deluge, Torrent
नूर = Bright, Light, Luminescence, Luster, Refulgence
गुरबत = Exile
कद = A retreat, A den, A cavern
मिस्ल = Analogous, Example, Like, Record, Resembling
नसीम = Gentle Breeze, Zephyr
सुबक खराम = Jink
नवेद = Good News
नवेद-ए-बहाराँ = Call of Spring
क़ल्ब = Heart
वजह-ए-करार-ए-क़ल्ब = The reason of the calmness of the heart
परीशाँ = Having the disposition of a fairy, Like fairy
नुमू = Growth
मेहर-ए-मुनीर = Sunlight
नैयर = Lightsome, Luminous
ताबाँ = Hot, Burning, Light, Luminous, Shining, Radiant
चश्म = Eye
फ़ैज़ = Favour
दिल में और तो क्या रखा है
दिल में और तो क्या रखा है
तेरा दर्द छुपा रखा है।
इतने दुखों की तेज़ हवा में
दिल का दीप जला रखा है।
इस नगरी के कुछ लोगों ने
दुख का नाम दवा रखा है।
वादा-ए-यार की बात न छेड़ो
ये धोखा भी खा रखा है।
भूल भी जाओ बीती बातें
इन बातों में क्या रखा है।
चुप चुप क्यों रहते हो ‘नासिर’
ये क्या रोग लगा रखा है।
खुली जो आँख तो वो था न वो ज़माना था
खुली जो आँख तो वो था न वो ज़माना था
दहकती आग थी तनहाई थी फ़साना था।
ग़मों ने बाँट लिया मुझे यूँ आपस में
कि जैसे मैं कोई लूटा हुआ ख़ज़ाना था।
ये क्या चंद ही क़दमों पे थक के बैठ गए
तुम्हें तो साथ मेरा दूर तक निभाना था।
मुझे जो मेरे लहू में डुबो के गुज़रा है
वो कोई ग़ैर नहीं यार एक पुराना था।
ख़ुद अपने हाथ से ‘शहज़ाद’ उसे काट दिया
कि जिस दरख़्त के तनहाई पे आशियाना था।
एक बस तू ही नहीं मुझसे ख़फ़ा हो बैठा
एक बस तू ही नहीं मुझसे ख़फ़ा हो बैठा
मैंने जो संग तराशा वो ख़ुदा हो बैठा।
उठ के मंज़िल ही अगर आए तो शायद कुछ हो
शौक-ए-मंज़िल तो मेरा आबलापा हो बैठा।
शुक्रिया ऐ मेरे क़ातिल ऐ मसीहा मेरे
ज़हर जो तूने दिया था वो दवा हो बैठा।
मेरा जज़्ब-ए-मोहब्बत कम न होगा
मेरा जज़्ब-ए-मोहब्बत कम न होगा
जहान-ए-आरज़ू बरहम न होगा।
बढ़ेगा मेरी दुनिया में उजाला
चिराग-ए-सोज़-ए-ग़म मद्धम न होगा।
जहाँ में आब गिल से मावरा भी
तेरा दर्द-ए-मोहब्बत कम न होगा।
तेरे दर पर जो सर ख़म हो गया है
वो अब दुनिया के आगे ख़म न होगा।
लड़ूँगा गर्दिश-ए-दौराँ से ‘दर्शन’
में जोश-ए-अमल अब कम न होगा।
–
बरहम = Spoiled
सोज़ = Burning, Exciting, Passionate
आब = Brilliance, Brightness
गिल = Earth, Mud
मावरा = Extra
ख़म = Bend
गर्दिश = Misfortune
दौराँ = Time
ये दिल, ये पागल दिल मेरा
अंदाज़ अपने देखते हैं आईने में वो
और ये भी देखते हैं कि कोई देखता न हो।
–
ये दिल, ये पागल दिल मेरा क्यों बुझ गया, आवारगी
इस दश्त में इक शहर था वो क्या हुआ, आवारगी।
कल शब मुझे बेशक्ल सी आवाज़ ने चौंका दिया
मैंने कहा तू कौन है उसने कहा आवारगी।
इक अजनबी झोंके ने जब पूछा मेरे ग़म का सबब
सहरा की भीगी रेत पर मैंने लिखा आवारगी।
ये दर्द की तनहाइयाँ, ये दश्त का वीराँ सफ़र
हम लोग तो उकता गये अपनी सुना, आवारगी।
कल रात तनहा चाँद को देखा था मैंने ख़्वाब में
‘मोहसिन’ मुझे रास आएगी शायद सदा आवारगी।
दश्त = Desert
शब = Night
सबब = Reason
अल्लाह, अल्लाह, लुत्फ क्या साकी के मैख़ाने में है
अल्लाह, अल्लाह, लुत्फ क्या साकी के मैख़ाने में है
जलवागरी राग-ए-दो-आलम उसके पैमाने में है।
दैर में क्या जुस्तजू है, क्या है काबे में तलाश
चश्म-ए-बा-तिन खोल वो दिल के सनमखाने में है।
कौन जाने क्या तमाशा है कि हादी के बग़ैर
इक हुजूम-ए-नगमदीर दिल के दवाखाने में है।
बैठै-बैठै ख़ुद मुझे होता है अक्सर ये गुमाँ
नगमगर मुतरिब कोई दिल के तलबखाने में है।
जिन्दगी मे तुझको ‘दर्शन’ मिल नहीं सकता कहीं
वो सुरूर-ए-कैफ़ जो मुज़्जत के खुमखाने मे है।
–
जलवागरी = Manifestation
राग = Melody
दो-आलम = Two Worlds
दैर = Temple
जुस्तजू = Desire, Search, Inquiry
चश्म = Eye
बा-तिन = Conscience
हादी = Instruments
मुतरिब = Singer
सुरूर = Joy, Pleasure, Rapture
कैफ़ = Happiness
खुम = Wine
इससे पहले कि बात टल जाए
इससे पहले कि बात टल जाए
आओ इक दौर और चल जाए।
आँसुओं से भरी हुई आँखें
रोशनी जिस तरह पिघल जाए।
दिल वो नादान, शोख बच्चा है
आग छूने से जो मचल जाए।
तुझको पाने की आस के सर से
जिन्दगी की रिदा ना ढल जाए।
वक़्त, मौसम, हवा का रुख जाना
कौन जाने कि कब बदल जाए।
रिदा = Cloak
आह को चाहिए इक उम्र असर होने तक
आह को चाहिए इक उम्र असर होने तक
कौन जीता है तेरी ज़ुल्फ़ के सर होने तक।
आशिक़ी सब्र-तलब और तमन्ना बेताब
दिल का क्या रंग करूँ ख़ून-ए-जिगर होने तक।
हम ने माना कि तग़ाफुल न करोगे लेकिन
ख़ाक हो जाएँगे हम तुमको ख़बर होने तक।
ग़म-ए-हस्ती का ‘असद’ किस से हो जुज़ मर्ग इलाज
शमा हर रंग में जलती है सहर होने तक।
–
सब्र-तलब = Desiring/Needing Patience
तग़ाफुल = Ignore/Neglect
जुज़ = Except/Other than
मर्ग = Death
शमा = Lamp/Candle
सहर = Dawn/Morning
नज़र नज़र से मिलाकर शराब पीते हैं
नज़र नज़र से मिलाकर शराब पीते हैं
हम उनको पास बिठाकर शराब पीते हैं।
इसीलिए तो अँधेरा है मैकदे में बहुत
यहाँ घरों को जलाकर शराब पीते हैं।
हमें तुम्हारे सिवा कुछ नज़र नहीं आता
तुम्हें नज़र में सजा कर शराब पीते हैं।
उन्हीं के हिस्से आती है प्यास ही अक्सर
जो दूसरों को पिला कर शराब पीते हैं।
दिल-ए-नादान तुझे हुआ क्या है
दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है
आख़िर इस दर्द की दवा क्या है?
हमको उनसे वफ़ा की है उम्मीद
जो नहीं जानते वफ़ा क्या है।
हम हैं मुश्ताक़ और वो बेज़ार
या इलाही ये माजरा क्या है।
जब कि तुझ बिन नहीं कोई मौजूद
फिर ये हंगामा ऐ ख़ुदा क्या है।
जान तुम पर निसार करता हूँ
मैंने नहीं जानता दुआ क्या है।
मुश्ताक़ = Eager, Ardent
बेज़ार = Angry, Disgusted
जब कभी साकी-ए-मदहोश की याद आती है
जब कभी साकी-ए-मदहोश की याद आती है
नशा बन कर मेरी रग-रग में समा जाती है।
डर ये है टूट ना जाए कहीं मेरी तौबा
चार जानिब से घटा घिर के चली आती है।
जब कभी ज़ीस्त पे और आप पे जाती है नज़र
याद गुज़रे हुए ख़ैय्याम की आ जाती है।
मुसकुराती है कली, फूल हँसे पड़ते हैं
मेरे महबूब का पैग़ाम सबा लाती है।
दूर के ढोल तो होते हैं सुहाने ‘दर्शन’
दूर से कितनी हसीन बर्क़ नज़र आती है।
जानिब = In the direction
ज़ीस्त = Life
सबा = Breeze
बर्क़ = Lightning
ज़ुल्फ़ बिखरा के निकले वो घर से
ज़ुल्फ़ बिखरा के निकले वो घर से
देखो बादल कहाँ आज बरसे।
फिर हुईं धड़कनें तेज़ दिल की
फिर वो गुज़रे हैं शायद इधर से।
मैं हर एक हाल में आपका हूँ
आप देखें मुझे जिस नज़र से।
ज़िन्दग़ी वो सम्भल ना सकेगी
गिर गई जो तुम्हारी नज़र से।
बिजलियों की तवाजों में ‘बेकल’
आशियाना बनाओ शहर से।
तवाजों = Hospitality
दो जवाँ दिलों का ग़म दूरियाँ समझती हैं
दो जवाँ दिलों का ग़म दूरियाँ समझती हैं
कौन याद करता है हिचकियाँ समझती हैं।
तुम तो ख़ुद ही क़ातिल हो, तुम ये बात क्या जानो
क्यों हुआ मैं दीवाना बेड़ियाँ समझती हैं।
बाम से उतरती है जब हसीन दोशीज़ा
जिस्म की नज़ाक़त को सीढ़ियाँ समझती हैं।
यूँ तो सैर-ए-गुलशन को कितना लोग आते हैं
फूल कौन तोड़ेगा डालियाँ समझती हैं।
जिसने कर लिया दिल में पहली बार घर ‘दानिश’
उसको मेरी आँखों की पुतलियाँ समझती हैं।
बाम = Terrace, Rooftop
दोशीज़ा = Bride
बाज़ीचा-ए-अतफ़ाल है दुनिया है मेरे आगे
होता है शब-ओ-रोज़ तमाशा मेरे आगे।
होता है निहाँ गर्द में सहरा मेरे होते
घिसता है जबीं ख़ाक पे दरिया मेरे आगे।
मत पूछ कि क्या हाल है मेरा तेरे पीछे
तू देख कि क्या रंग है तेरा मेरे आगे।
ईमान मुझे रोके है जो खींचे है मुझे कुफ़्र
काबा मेरे पीछे है कलीसा मेरे आगे।
गो हाथ को जुम्बिश नहीं आँखों में तो दम है
रहने दो अभी सागर-ओ-मीना मेरे आगे।
बाज़ीचा-ए-अतफ़ाल = Children’s Playground
शब-ओ-रोज़ = Night and Day
निहाँ = निहान = Hidden, Buried, Latent
जबीं = जबीन = Brow, Forehead
कुफ़्र = Infidelity, Profanity, Impiety
कलीसा = Church
जुम्बिश = Movement, Vibration
सागर = Wine Goblet, Ocean, Wine-Glass, Wine-Cup
मीना = Wine Decanter, Container
मुसाफ़िर हैं हम तो
मुसाफ़िर हैं हम तो चले जा रहे हैं बड़ा ही सुहाना ग़ज़ल का सफ़र है।
पता पूछते हो तो इतना पता है हमारा ठिकाना गुलाबी नगर है।
ग़ज़ल ही हमारा अनोखा जहाँ है ग़ज़ल प्यार की वो हसीं दासताँ है।
इसे जो भी सुनता है, वो झूमता है वो जादू है इसमें कुछ ऐसा असर है।
ना कोई थकन है, न कोई ख़लिश है मोहब्बत की जाने ये कैसी कशिश है।
जिसे देखिए वो चला जा रहा है, जहान-ए-ग़ज़ल की सुहानी डगर है।
वली, मीर, मोमिन ने इसको निखारा जिगर, दाग़, ग़ालिब ने इसको सँवारा।
इसे मोसिक़ी ने गले से लगाया ग़ज़ल आज दुनिया के पेश-ए-नज़र है।
यही है हमारा ताल्लुक़ ग़ज़ल से हम इसके लिए ये हमारे लिए है।
ये अपनी कहानी ज़माने में ‘हसरत’ सभी को पता है, सभी को ख़बर है।
प्यार का पहला ख़त लिखने में वक़्त तो लगता है
प्यार का पहला ख़त लिखने में वक़्त तो लगता है
नये परिन्दों को उड़ने में वक़्त तो लगता है।
जिस्म की बात नहीं थी उनके दिल तक जाना था,
लम्बी दूरी तय करने में वक़्त तो लगता है।
गाँठ अगर पड़ जाए तो फिर रिश्ते हों या डोरी,
लाख करें कोशिश खुलने में वक़्त तो लगता है।
हमने इलाज-ए-ज़ख़्म-ए-दिल तो ढूँढ़ लिया है,
गहरे ज़ख़्मों को भरने में वक़्त तो लगता है।
अपनी मर्ज़ी से कहाँ अपने सफ़र के हम हैं
अपनी मर्ज़ी से कहाँ अपने सफ़र के हम हैं,
रुख हवाओं का जिधर का है उधर के हम हैं।
पहले हर चीज़ थी अपनी मगर अब लगता है,
अपने ही घर में किसी दूसरे घर के हम हैं।
वक़्त के साथ है मिट्टी का सफ़र सदियों से
किसको मालूम कहाँ के हैं, किधर के हम हैं।
चलते रहते हैं कि चलना है मुसाफ़िर का नसीब
सोचते रहते हैं किस राहग़ुज़र के हम हैं।
उनके देखे से जो आ जाती है मुँह पे रौनक
वो समझते हैं कि बीमार का हाल अच्छा है।
देखिए पाते हैं उशशाक़ बुतों से क्या फ़ैज़
इक बराह्मन ने कहा है कि ये साल अच्छा है।
हमको मालूम है जन्नत की हक़ीकत लेकिन
दिल के ख़ुश रखने को ‘ग़ालिब’ ये ख़याल अच्छा है।
हमें कोई ग़म नहीं था ग़म-ए-आशिक़ी से पहले
हमें कोई ग़म नहीं था ग़म-ए-आशिक़ी से पहले
न थी दुश्मनी किसी से तेरी दोस्ती से पहले।
है ये मेरी बदनसीबी तेरा क्या कुसूर इसमें
तेरे ग़म ने मार डाला मुझे ज़िन्दग़ी से पहले।
मेरा प्यार जल रहा है अरे चाँद आज छुप जा
कभी प्यार था हमें भी तेरी चाँदनी से पहले।
मैं कभी न मुसकुराता जो मुझे ये इल्म होता
कि हज़ारों ग़म मिलेंगे मुझे इक खुशी से पहले।
ये अजीब इम्तिहाँ है कि तुम्हीं को भूलना है
मिले कब थे इस तरह हम तुम्हें बेदिली से पहले।
आँखों के इंतज़ार का दे कर हुनर चला गया
चाहा था एक शख़्स को जाने किधर चला गया।
दिन की वो महफिलें गईं, रातों के रतजगे गए
कोई समेट कर मेरे शाम-ओ-सहर चला गया।
झोंका है एक बहार का रंग-ए-ख़याल यार भी,
हर-सू बिखर-बिखर गई ख़ुशबू जिधर चला गया।
उसके ही दम से दिल में आज धूप भी चाँदनी भी है,
देके वो अपनी याद के शम्स-ओ-क़मर चला गया
कूचा-ब-कूचा दर-ब-दर कब से भटक रहा है दिल,
हमको भुला के राह वो अपनी डगर चला गया।
हर-सू = In all directions
शम्स-ओ-क़मर = Sun and Moon
ये न थी हमारी क़िस्मत कि विसाल-ए-यार होता
ये न थी हमारी क़िस्मत कि विसाल-ए-यार होता
अगर और जीते रहते यही इंतज़ार होता।
तेरे वादे पर जिए हम तो ये जान झूठ जाना
कि खुशी से मर न जाते ग़र ऐतबार होता।
ये कहाँ की दोस्ती है कि बने हैं दोस्त नासेह
कोई चारासाज होता कोई ग़म-गुसार होता
कहूँ किससे मैं कि क्या है शब-ए-ग़म बुरी बला है
मुझे क्या बुरा था मरना अगर एक बार होता।
कोई मेरे दिल से पूछे तेरे तीर-ए-नीमकश को
ये ख़लिश कहाँ से होती जो जिगर के पार होता।
विसाल = Union
नासेह = Councellor
चारासाज = Healer
ग़म-गुसार = Sympathizer
तक़लीफ़-ए-हिज्र दे गई राहत कभी-कभी
तक़लीफ़-ए-हिज्र दे गई राहत कभी-कभी
बदला है यों भी रंग-ए-मोहब्बत कभी-कभी।
दिल मे तेरी जफ़ा को सहारा समझ लिया
गुज़री है यों भी हम पे मुसीबत कभी-कभी।
दुनिया समझ न ले तेरे ग़म की नज़ाकतें
करता हूँ ज़ेर-ए-लब शिक़ायत कभी-कभी।
है जिस तरफ़ निग़ाह तवज्जो उधर नहीं
होती है बेरुख़ी भी इनायत कभी-कभी।
आई शब-ए-फिराक़ तो घबरा गए ‘शजी’
आती है ज़िन्दगी में क़यामत कभी-कभी।
ज़ेर = Defeated, Weak , Under
ज़ेर-ए-लब = Humming, In A Whisper, Undertone
तवज्जो = Attention
फिराक़ = Separation, Anxiety
हम तो हैं परदेश में देश में निकला होगा चाँद
हम तो हैं परदेश में देश में निकला होगा चाँद
अपनी रात की छत पे कितना तनहा होगा चाँद।
चाँद बिना हर शब यों बीती जैसे युग बीते
मेरे बिना किस हाल में होगा कैसा होगा चाँद।
आ पिया मोरे नैनन में मैं पलक ढाँप तोहे लूँ
ना मैं देखूँ और को, ना तोहे देखन दूँ।
रात ने ऐसा पेंच लगाया टूटी हाथ से डोर
आँगन वाले नीम में जाकर अटका होगा चाँद।
मुझे तुम नज़र से गिरा तो रहे हो
मुझे तुम नज़र से गिरा तो रहे हो
मुझे तुम कभी भी भुला न सकोगे।
न जाने मुझे क्यों यक़ीं हो चला है
मेरे प्यार को तुम मिटा न सकोगे।
मेरी याद होगी जिधर जाओगे तुम
कभी नग़मा बन के, कभी बन के आँसू।
तड़पता मुझे हर तरफ पाओगे तुम।
शमा जो जलाई है मेरी वफ़ा ने
बुझाना भी चाहो बुझा न सकोगे।
कभी नाम बातों में आया जो मेरा
तो बेचैन हो-हो के दिल थाम लोगे।
निग़ाहों में छाएगा ग़म का अँधेरा।
किसी ने जो पूछा सबब आँसुओं का
बताना भी चाहो बता न सकोगे।
फूल ही फूल खिल उठे मेरे पैमाने में
फूल ही फूल खिल उठे मेरे पैमाने में
आप क्या आए बहार आ गई मैख़ाने में।
आप कुछ यूँ मेरे आइना-ए-दिल में आए
जिस तरह चाँद उतर आया हो पैमाने में
आप के नाम से ताबिंदा है उनवान-ए-हयात
वर्ना कुछ बात नहीं थी मेरे अफ़साने में।
ताबिंदा = Bright, Illuminated
उनवान = Title
हयात = Life, Existence
सता-सता के हमें
सता-सता के हमें अश्कबार करती है
तुम्हारी याद बहुत बेक़रार करती है।
वो दिन जो साथ गुज़ारे थे प्यार में हमने
तलाश उनको नज़र बार-बार करती है।
ग़िला नहीं जो नसीबों ने कर दिया है जुदा
तेरी जुदाई भी अब हमको प्यार करती है।
कनारे बैठ के जिसके किए थे कौल-ओ-क़रार
नदी वो अब भी तेरा इंतज़ार करती है।
ख़ुदा करे कि मोहब्बत में ये मक़ाम आए
ख़ुदा करे कि मोहब्बत में ये मक़ाम आए
किसी का नाम लूँ लब पे तुम्हारा नाम आए।
कुछ इस तरह से जिए ज़िन्दग़ी बसर न हुई
तुम्हारे बाद किसी रात की सहर न हुई
सहर नज़र से मिले ज़ुल्फ़ ले के शाम आए।
ख़ुद अपने घर में वो मेहमान बन के आए हैं
सितम तो देखिए अनजान बन के आए हैं
हमारे दिल की तड़प आज कुछ तो काम आए।
वही है साज़ वही गीत है वही मंज़र
हर एक चीज़ वही है नहीं है तुम वो मगर
उसी तरह से निग़ाहें उठें, सलाम आए।
पत्ता-पत्ता, बूटा-बूटा हाल हमारा जाने है
पत्ता-पत्ता, बूटा-बूटा हाल हमारा जाने है
जाने-ना-जाने गुल ही ना जाने, बाग तो सारा जाने है।
चारागरी बीमारी-ए-दिल की रस्म-ए-शहर-ए-हुस्न नहीं
वरना दिलबर नादाँ भी इस दर्द का चारा जाने है।
महर-ओ-वफ़ा-ओ-लुत्फ़-ओ-इनायत एक से वाक़िफ़ इनमें नहीं
और तो सब कुछ तन्ज़-ओ-किनाया रम्ज़-ओ-इशारा जाने है।
महर = Affection
चारागरी = Healing of Wounds and Pain
तन्ज़ = Jest, Laugh, Quirk, Satire, Sarcasm
किनाया = Riddle
रम्ज़ = Secret, Mysterious
कल चौदहवीं की रात थी
कल चौदहवीं की रात थी,
शब भर रहा चर्चा तेरा।
कुछ ने कहा ये चाँद है,
कुछ ने कहा चेहरा तेरा।
हम भी वहीं मौज़ूद थे,
हमसे भी सब पूछा किए।
हम हँस दिए हम चुप रहे
मंज़ूर था पर्दा तेरा।
इस शहर में किससे मिलें
हमसे तो छूटी महफ़िलें।
हर शख़्स तेरा नाम ले
हर शख़्स दीवाना तेरा।
कूचे को तेरे छोड़ कर
जोगी ही बन जाएँ मग़र,
जंगल तेरे, पर्वत तेरे
बस्ती तेरी, सहरा तेरा।
बेदर्द सुननी हो तो चल
कहता है क्या अच्छी गज़ल
आशिक तेरा, रुसवा तेरा
शायर तेरा ‘इंशा’ तेरा।
आए कुछ अब्र कुछ शराब आए
आए कुछ अब्र कुछ शराब आए
उसके बाद आए जो अज़ाब आए।
बाम-ए-मीना से माहताब तेरे
दस्त-ए-साकी में आफ़ताब आए।
कर रहा था ग़म-ए-जहाँ का हिसाब
आज तुम याद बेहिसाब आए।
हर रग-ए-ख़ूँ में फिर चरागाँ हो
सामने फिर वो फिर बेनक़ाब आए।
‘फ़ैज़’ थी राह सर-बसर मंज़िल
हम जहाँ पहुँचे क़ामयाब आए।
अब्र = Cloud
अज़ाब = Agony, Anguish, Pain, Punishment
बाम = Terrace, Rooftop
मीना = Enamel
दस्त = Hands
सर-बसर = Wholly, Entirely
हर एक बात पे कहते हो
तुम ही कहो कि ये अंदाज़-ए-ग़ुफ़्तगू क्या है?
रगों में दौड़ते फिरने के हम नहीं क़ायल
जब आँख ही से न टपका तो फिर लहू क्या है?
जो आँख ही से न टपके तो फिर लहू क्या है?
चिपक रहा है बदन पर लहू से पैराहन
हमारी जेब को अब हाजत-ए-रफ़ू क्या है?
जला है जिस्म जहाँ दिल भी जल गया होगा,
कुरेदते हो जो अब राख जुस्तजू क्या है?
रही ना ताक़त-ए-गुफ़्तार और हो भी
तो किस उम्मीद पे कहिए कि आरज़ू क्या है?
ग़ुफ़्तगू = Conversation
अंदाज़-ए-ग़ुफ़्तगू = Style of Conversation
पैराहन = Shirt, Robe, Clothe
हाजत-ए-रफ़ू = Need of mending (हाजत = Need)
गुफ़्तार = Conversation
ताक़त-ए-गुफ़्तार = Strength for Conversation
बाज़ीचा-ए-अतफ़ाल है दुनिया है मेरे आगे
बाज़ीचा-ए-अतफ़ाल है दुनिया है मेरे आगे
होता है शब-ओ-रोज़ तमाशा मेरे आगे।
होता है निहाँ गर्द में सहरा मेरे होते
घिसता है जबीं ख़ाक पे दरिया मेरे आगे।
मत पूछ कि क्या हाल है मेरा तेरे पीछे
तू देख कि क्या रंग है तेरा मेरे आगे।
ईमान मुझे रोके है जो खींचे है मुझे कुफ़्र
काबा मेरे पीछे है कलीसा मेरे आगे।
गो हाथ को जुम्बिश नहीं आँखों में तो दम है
रहने दो अभी सागर-ओ-मीना मेरे आगे।
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बाज़ीचा-ए-अतफ़ाल = Children’s Playground
शब-ओ-रोज़ = Night and Day
निहाँ = निहान = Hidden, Buried, Latent
जबीं = जबीन = Brow, Forehead
कुफ़्र = Infidelity, Profanity, Impiety
कलीसा = Church
जुम्बिश = Movement, Vibration
सागर = Wine Goblet, Ocean, Wine-Glass, Wine-Cup
मीना = Wine Decanter, Container
मुसाफ़िर हैं हम तो
मुसाफ़िर हैं हम तो चले जा रहे हैं बड़ा ही सुहाना ग़ज़ल का सफ़र है।
पता पूछते हो तो इतना पता है हमारा ठिकाना गुलाबी नगर है।
ग़ज़ल ही हमारा अनोखा जहाँ है ग़ज़ल प्यार की वो हसीं दासताँ है।
इसे जो भी सुनता है, वो झूमता है वो जादू है इसमें कुछ ऐसा असर है।
ना कोई थकन है, न कोई ख़लिश है मोहब्बत की जाने ये कैसी कशिश है।
जिसे देखिए वो चला जा रहा है, जहान-ए-ग़ज़ल की सुहानी डगर है।
वली, मीर, मोमिन ने इसको निखारा जिगर, दाग़, ग़ालिब ने इसको सँवारा।
इसे मोसिक़ी ने गले से लगाया ग़ज़ल आज दुनिया के पेश-ए-नज़र है।
यही है हमारा ताल्लुक़ ग़ज़ल से हम इसके लिए ये हमारे लिए है।
ये अपनी कहानी ज़माने में ‘हसरत’ सभी को पता है, सभी को ख़बर है।
प्यार का पहला ख़त लिखने में वक़्त तो लगता है
प्यार का पहला ख़त लिखने में वक़्त तो लगता है
नये परिन्दों को उड़ने में वक़्त तो लगता है।
जिस्म की बात नहीं थी उनके दिल तक जाना था,
लम्बी दूरी तय करने में वक़्त तो लगता है।
गाँठ अगर पड़ जाए तो फिर रिश्ते हों या डोरी,
लाख करें कोशिश खुलने में वक़्त तो लगता है।
हमने इलाज-ए-ज़ख़्म-ए-दिल तो ढूँढ़ लिया है,
गहरे ज़ख़्मों को भरने में वक़्त तो लगता है।
अपनी मर्ज़ी से कहाँ अपने सफ़र के हम हैं
अपनी मर्ज़ी से कहाँ अपने सफ़र के हम हैं,
रुख हवाओं का जिधर का है उधर के हम हैं।
पहले हर चीज़ थी अपनी मगर अब लगता है,
अपने ही घर में किसी दूसरे घर के हम हैं।
वक़्त के साथ है मिट्टी का सफ़र सदियों से
किसको मालूम कहाँ के हैं, किधर के हम हैं।
चलते रहते हैं कि चलना है मुसाफ़िर का नसीब
सोचते रहते हैं किस राहग़ुज़र के हम हैं।
उनके देखे से जो आ जाती है मुँह पे रौनक
उनके देखे से जो आ जाती है मुँह पे रौनक
वो समझते हैं कि बीमार का हाल अच्छा है।
देखिए पाते हैं उशशाक़ बुतों से क्या फ़ैज़
इक बराह्मन ने कहा है कि ये साल अच्छा है।
हमको मालूम है जन्नत की हक़ीकत लेकिन
दिल के ख़ुश रखने को ‘ग़ालिब’ ये ख़याल अच्छा है।
हमें कोई ग़म नहीं था ग़म-ए-आशिक़ी से पहले
हमें कोई ग़म नहीं था ग़म-ए-आशिक़ी से पहले
न थी दुश्मनी किसी से तेरी दोस्ती से पहले।
है ये मेरी बदनसीबी तेरा क्या कुसूर इसमें
तेरे ग़म ने मार डाला मुझे ज़िन्दग़ी से पहले।
मेरा प्यार जल रहा है अरे चाँद आज छुप जा
कभी प्यार था हमें भी तेरी चाँदनी से पहले।
मैं कभी न मुसकुराता जो मुझे ये इल्म होता
कि हज़ारों ग़म मिलेंगे मुझे इक खुशी से पहले।
ये अजीब इम्तिहाँ है कि तुम्हीं को भूलना है
मिले कब थे इस तरह हम तुम्हें बेदिली से पहले।
आँखों के इंतज़ार का दे कर हुनर चला गया
आँखों के इंतज़ार का दे कर हुनर चला गया,
चाहा था एक शख़्स को जाने किधर चला गया।
दिन की वो महफिलें गईं, रातों के रतजगे गए
कोई समेट कर मेरे शाम-ओ-सहर चला गया।
झोंका है एक बहार का रंग-ए-ख़याल यार भी,
हर-सू बिखर-बिखर गई ख़ुशबू जिधर चला गया।
उसके ही दम से दिल में आज धूप भी चाँदनी भी है,
देके वो अपनी याद के शम्स-ओ-क़मर चला गया
कूचा-ब-कूचा दर-ब-दर कब से भटक रहा है दिल,
हमको भुला के राह वो अपनी डगर चला गया।
–
हर-सू = In all directions
शम्स-ओ-क़मर = Sun and Moon
ये दौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो
ये दौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो,
भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी।
मग़र मुझको लौटा दो बचपन का सावन,
वो कागज़ की कश्ती, वो बारिश का पानी।
मोहल्ले की सबसे निशानी पुरानी,
वो बुढ़िया जिसे बच्चे कहते थे नानी,
वो नानी की बातों में परियों का डेरा,
वो चेहरे की झुर्रियों में सदियों का फेरा,
भुलाए नहीं भूल सकता है कोई,
वो छोटी-सी रातें वो लम्बी कहानी।
कड़ी धूप में अपने घर से निकलना
वो चिड़िया, वो बुलबुल, वो तितली पकड़ना,
वो गुड़िया की शादी पे लड़ना-झगड़ना,
वो झूलों से गिरना, वो गिर के सँभलना,
वो पीपल के पल्लों के प्यारे-से तोहफ़े,
वो टूटी हुई चूड़ियों की निशानी।
कभी रेत के ऊँचे टीलों पे जाना
घरौंदे बनाना,बना के मिटाना,
वो मासूम चाहत की तस्वीर अपनी,
वो ख़्वाबों खिलौनों की जागीर अपनी,
न दुनिया का ग़म था, न रिश्तों का बंधन,
बड़ी खूबसूरत थी वो ज़िन्दगानी।
जो भी बुरा भला है अल्लाह जानता है
जो भी बुरा भला है अल्लाह जानता है,
बंदे के दिल में क्या है अल्लाह जानता है।
ये फर्श-ओ-अर्श क्या है अल्लाह जानता है,
पर्दों में क्या छिपा है अल्लाह जानता है।
जाकर जहाँ से कोई वापस नहीं है आता,
वो कौन सी जगह है अल्लाह जानता है
नेक़ी-बदी को अपने कितना ही तू छिपाए,
अल्लाह को पता है अल्लाह जानता है।
ये धूप-छाँव देखो ये सुबह-शाम देखो
सब क्यों ये हो रहा है अल्लाह जानता है।
क़िस्मत के नाम को तो सब जानते हैं लेकिन
क़िस्मत में क्या लिखा है अल्लाह जानता है।
–
अर्श = Roof
Use Mohabbat Me Dhokha To Hum Bhi De Sakte The...
Magar Ragon Me Daudti Wafaa Se Baghwat Nahi Hoti...
Tere aane se mujhe wo sahara mila hai,
Jaise sagar me kashti ko kinara mila hai,
Kyun na guroor ho hame apne naseeb pe,
dost hi hume itna pyara mila hai..
Le Lo Wapis Woh Aansu Woh Tadap Aur Woh Yaadein Saari..
Nahi Koi Jurm Mera Toh Phir Yeh Sazaaye Kaisi..
Pyar bus ek hadh tak achcha lagta...
agar jyda pyar karoge to dusre ko ghutan hone lagti hai...
Fir wo ignor karne lagta hai..
Ab Tum Bhi Jee Ke Thak Gaye Ho..
Ab Mai Bhi Toh Mar Ke Thak Gaya Hoon..
Main ek khilona hoon aur wo us bachche ki tarah hai...
jise pyar to hai mujhse magar sirf khelne ki hadd tak..:)
Kyu Yaad Aata Hai Wo Kal Jo Laut K Nahi Ayega,
Itna Maloom Na Tha Ki Waqt Is Kadar Rulayega..
Jee Bhar K Jeelo Aaj Ko Yaro Qki,
Ye Aaj Fir Kal Ban Jayega..
kuch na hath laga tere aise dil tod k,
hume to ghame ishq ki saltnat mili gayi
Aaya hi tha khayal dil mein.. ki ankhein chalak gayi..
anshu kisi ki yaad mein itne karib they...
tu dard ko smjh zajbaat per mat ja,
tu taqdeer ko dekh kismat per na ja,
jisne teri baazi ko palt diya wo tera hi hai apna koi,
tu usko smjh uski dil ki gehraayi mein na ja....
uski shakal per mat ja
Apna Use Banata Gar Mere Bas Me Hota,
Lout Ata Lout Aana Gar Mere Bas Me Hota,
Ankhon Me Unki Jata Surat Badal Badal Kar,
Khawabon Me Aana Jana Gar Mere Bas Me Hota,
Chahere Ko Muskrahat Se Mai Sajaye Rakhta Hoon,
Aye Yaar Muskrana Gar Mere Bas Me Hota,
Duniya Se Qatam Karke Rakh Deta Ranj O Gham Ko,
Bazm-e-Tarab Sajana Gar Mere Bas Me Hota,
Hum ne khud mein tum ko piroya hai ek tazbi ki tarah
Agar hum toote to bikhar tum bhi jaoge..
Khaamosh tum bhii the aur Khaamosh main bhii thaa..
phir Wo kaun thaa jo itanii der bolataa rahaa..
Tum khafa hogaye to koi khushi na rahegi,
Tere bina chirago me roshni na rahegi;
Kya kahe kya guzregi dil par,
Zinda to rahenge par zindagi na rahegi.
Rehne de aasma zamin ki talash kar,
sab kuch yahi hai na kahi aur talash kar,
har arzu puri ho to jine ka kya maza,
jine k liye bas 1 kami ki talash kar.
Aahista - aahista milte milte aa gaye mere itne kareeb,
jo kal tak hua karte the ajnabi,
ban gaye hain aaj wo hi mera naseeb.
Hamare zakhmo ki vajhah bhi wo hai..
Hamare zakhmo ki Dava bhi wo hai...
Wo namak zakmo pe lagaye to kya hua...
Mohabbat karne ki wazah bhi wo hai...
Yeh Dil Ho Gaya Tumhara,Har Yaad Mein Ho Tum,
Pukarta Hai Tumhe,Kyun Nahi Laut Aate Ho Tum.
Saansein Hain Chalti,
Har Saans Mein Ho Tum,
Tanha Ki Tanhaai Hai
Roti,Phir Bhi Khaamosh Ho Tum...
Karoge yaad gujre jamane ko,
tarsoge humare sath 1 pal bitane ko,
fir awaz doge hume vapas bulane ko,
or hum kahenge darwaja nhi h kabr se bahar aane ko.
Chiragon ko aur tej kar do kyunki roshni bahut kam hai aur main tamaam umar tera intezaar kar longa phir bhi yeh gam rehega ki "Zindagi kam hai"
Har pal ne kaha ek pal se...
Pal bhar ke liye aap mere samne aa jao...
pal bhar ka saath kuch aisa ho...
ki har pal tum hi yaad aao..
Hamara har lamha chura liya apne ,
Aankhon ko ik chand dikha diya apne , hame zindagi to di kisi aur ne par itna pyar dekar jeena sikha diya apne
Betab tamannao ki kasak rahne do, manjil ko pane ki lalak rahne do,aap bhale hi raho dur najro se,par band palko me apni jhalak rahne Do..
Yaad aane wale Yaad aaye ja rahe hain
Mere Khyalon ki Dunya pe Chaye ja rahe hain
Hum kuch keh rahe hain per Wo Chup hain
Bus Mera Sms parh k Muskuraye ja rahe hain
Tum Meri Duauon Mai Shamil Ho Is Tarah
Phoolon Mai Hoti Hai Khushbu Jis Tarah
Khuda Tumko Zindagi Mai Itni Kushyan De
Dharti Pe Hoti Hai Barsat Jis Tarah
Kaash! Seerat Aap ki Itni Pyari na hoti
Kaash! App se Mulaqat Hamari na hoti
Kaash! Tumhein Sapno hi mai dekh lete
Aaj Mulaqat ko itni Be-Qarari na hoti
Ye Dil Udaas hai boht koi Pegham hi likhdo
TUM apna Naam na likho Gumnaam hi likhdo
Meri Qismat mai Gham-e-Tanhai hai lekin
Tamam umar na likho magr 1 Sham hi likhdo
Is se pehle k Raat ho jaye
Q na ek Mulaqat ho jaye
Apne Mobile se 1 pyara sa Sms hi kar do
Jis se Shor b na ho aur Baat ho jaye
Basa Hai AANKHON Mai Ap ka Chehra Is Tarah
Ghulab Mai Khusbu Basti Hai Jis Tarah
Namaz Parhli Ho aur Duaa Na Mangi Ho
Apki KAMI Mehsoos Hoti He Kuch Is Tarah
Hawaen Sard Ho Ya Lehje Barf Ho
Uski YAAD ki Chadar Ko Khudpe TAAN Lete Hain
Agar Wo Rooth Jaye To Hamari JAAN Nikalti Hai
Ye Sansein Jari Rakhne Ko Ham Uski MAAN Lete Hain
Kitna Haseen phir se Nazara bana dya
Jese Khuda ne unko Dubara bana dya
Aaya tha Imtihan mai Mazmun Husn per
Parche pe Hum ne Chera Tumhara bana dya
Kisi k Haath mai Heera, Kisi k Kaan mai Heera
Hamein Heeron se kya matlab, Hamara Yaar khud Heera
Easy is to get a place is someone's address book.
Difficult is to get a place in someone's heart.
Easy is to judge the mistakes of others
Difficult is to recognize our own mistakes
Easy is to talk without thinking
Difficult is to refrain the tongue
Easy is to hurt someone who loves us.
Difficult is to heal the wound...
Easy is to forgive others
Difficult is to ask for forgiveness
Easy is to set rules.
Difficult is to follow them...
Easy is to dream every night.
Difficult is to fight for a dream...
Easy is to show victory.
Difficult is to assume defeat with dignity...
Easy is to admire a full moon.
Difficult to see the other side...
Easy is to stumble with a stone.
Difficult is to get up...
Easy is to enjoy life every day.
Difficult to give its real value...
Easy is to promise something to someone.
Difficult is to fulfill that promise...
Easy is to say we love.
Difficult is to show it every day...
Easy is to criticize others.
Difficult is to improve oneself...
Easy is to make mistakes.
Difficult is to learn from them...
Easy is to weep for a lost love.
Difficult is to take care of it so not to lose it.
Easy is to think about improving.
Difficult is to stop thinking it and put it into action...
Easy is to think bad of others
Difficult is to give them the benefit of the doubt...
Easy is to receive
Difficult is to give
Easy to read this
Difficult to follow
Easy is keep the friendship with words
Difficult is to keep it with meanings.
yha tak ho gya hai
Kabhi koi apna anjan ho Jata hai kabhi kisi anjan se pyar ho Jata hai Ye Jaruri nahi ki Jo khushi de usi se pyar ho Dil todne walo pe bi DIL Nisar ho jata
hai...
Wo kehte hain ki agar nasib hoga mera, to hum unhe zaroor paayenge,
Hum puchte hain unse,
agar hum badnaseeb hue to unke bina kaise jeee paayenge.
Zakhm jab sine k bahar jayege, Aasu ban kar bikhar jayege,
Ye mat puchna kis kis ne dhoka diya,
Warna kuch apno k bhi chehre utar jayege!!!!
Aakhen khule ho to chahera tumhara ho,
Aakhen band ho to sapna tumhara ho,
mujhe maut ka dar nahi hoga agar kafan ki jagah sath tumhara ho...
Gulshan parast hun mujhko gul hi nahi aziz
Kanto se bhi nibah kiye ja raha hun main
Yu zindagi guzar raha hun tere baghair
Jaise koi gunah kiye ja raha hun main
Wada kar lete hai nibhana bhul jate hai,
Lagakar aag bujhana bhul jate hai!
Ye to aadat ho gayi unki,
Rulate hai aor
manana bhul jate hai!!
Uski marzi se badi koi jaat nahi hai
Sirf tadbiro ki hi karamaat nahi hai
Sun leta hun sabki kadvi kadi baten
Jawab to hai dost magar halaat nahi hai
Intzar k pal bitana mushkil hai, beete hue lamhe wapis lana mushkil hai,
Jo 1bar bas jae dil me dhadkan ban ke,
woh dost dilse bhulana mushkil hai..
Dil dard k sagar me dub gaya,
Magar in ankho se roya na gaya,
Itna pyar tha is dil me unke liye,
Ki uske bagair kabar me bhi soya na gaya..
Aankho se barsat hoti hai,jab apki yaad sath hoti hai,
jab b busy rahe mera mobile samjh lena apki salamti k liye meri khuda se baat hoti hai..
Khamosh se tum rehne lage ho,
Intezaar kisika karne lage ho,
Yakinan kisise hui hai mohabbat,
Bina baat ke hi muskurane lage ho.
Sitaro ki bhid se churaya hai aapko,
Dil se apna dost banaya hai aapko,
Iss dil ko tutne na dena kabhi…
Kyon ki…Iss dil ke kone mein chupaya hai aapko.
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Is raat ki tanhai se,
Is dard ki gehrai se,
Ye dil kuch baat ker raha hai,
Samjho in lafzon ki chuban ko,
Koi dil se tumhe yaad ker raha hai.
"I MISS U"
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Kab Toot jaye kasam hi to hai,
Kab badal jaye nazar hi to hai,
Tum mere Saath ki aadat na dalna,
Kab choot jaye zindagi to hai.
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Kuchh to bat hai jo ap hamse kahe nahi sakte,
Kuchh to dard hai jo ap sahe nahi sakte,
Hame itna bhi paraya kar diya,
Jo esi bate hamse kar bhi nahi sakte.
============ ========= ====
udai apkee rulati rahegi,
Yaad apki aati rahegi,
Pal pal jaan jaati rahegi,
Jab tak jism mein he jaan,
Har saans mohabbat nibhati rahegi.
============ ========= ======
Khuda ne jab ishq banaya hoga,
To usne ishq ko khud pe bhi aajmaya hoga,
Jab khuda ne kasam khaya hoga pyaar mein,
Main kehta hu khuda ne bhi 100% dhoka khaya hoga.
============ ========= ========= =======
Ek Khushi ki chaah mai har khushi se dur huye hum...
Kisi se kuch keh bhi na sake itne majbur huye hum..
Na aayi unhe nibhaani pyar mai wafaa...
Aur jamaane ki najar bewafa ke naam se mashur huye hum...
Ho nahi sakta mujhe teri yaad na aaye,
bhul k bhi tujhe bhulun wo ehsaas na aaye,
tu bhule to teri marzi,
MAIN bhulu to agli saans na aaye..
Muje dard-e-ishq ka maza malum hai, Dard-e-dil ki inteha malum hai, Zindgi bhar muskrane ki dua na dena, Muje pal bhar muskrane ki saza malum hai.
Thukra ke usne mujhko,kaha ki muskuraao!
Main hass diya kiyo ki ,sawal uski khushi ka tha.Maine khoya woh jo mera tha hi nahi,Usne khoya wo jo sirf usi ka tha..
ISHQ wahi hai jo ho ektarfa,IZHAR e ishq to khwahish ban jaati hai,HAI agar ishq to aankho mein dekho,ZUBAN kholne se ye numaish ban jaati hai..
Kya faida kisiko chahne ka, kya faida kisiki yadome ansu bahane ka, jo samje n kisike dil me base pyar ko, kya faida uske pyar me qurban ho janeka..?
Ishq ne hame benam kar diya, her khushi se hame anjan kar diya, hamne kabhi nahi chaha ki ishq hame bh ho, par unki nazar ne hame majbor kar diya..
Kaash koi hum par bhi pyar jatata,
Hamari aankhon ko apne haathon se chhupata.Hum jab poochte kaun ho tum?
Muskura kar woh apne aapko hamari jaan batata.
Hum Tadapte hai unki Yaad me, DiL rota hai unki Fariyad me. A Khuda dikha de ek baar Surat unki, Kahi Dum na nikal jaye unke INTEZAR me..
Dil Ko Manana Gar Hota Aaasaaan
Na Karta Kisi Ko Yoon Ye Pareshaan
Tanha Na Rahta Bhari Mehfil Main
Na Hoti Woh Halat Jo Ho Na Bayaan
Ek saath aapne kayi jazbaton ka tufan yahan jama kar diya,
humne aaj hi apke ashaar ko padha,,aur bas daad diye bina nahi reh sake,
Thokar lage tenu v kisi de pyar wali,
Tad pyar mere da tenu ehsaas hove.
Tad tu maange dil sada,
Par tere aakhan aage sadi laash hove.
Savera kya hua, sitaro ko bhul gaye.
Suraj kya aaya, chaand ko bhul gaye.
Guzre kya kuch pal humare bina,
Aap hume hi bhool gaye.
Lamha lamha waqt guzar jayega,
Chand lamho mein daaman chod jayega.
Abhi waqt hai do baatein kar lo humse,
Kya pata kal kaun teri zindagi me aa jayega.
Jab jab hame pyaas lagti hai,
Unke aane ki aas lagti hai.
Unki deewangi main hum ho gaye itne deewane,
Ki har ladki ki maa apni saas lagti hai.
Kismet se apni sabko shikayat kyu hai,
Jo nahi mil sakta usi se mohabbat kyu hai,
Kitne khade hai raho pe,
Phir bhi dil ko usi ki chahat kyu hai.
Jaruri nahi dosto me baat hoti rahe,
Jaruri nahi ki dosto me mulakat hoti rahe.
Jaruri hai bas dost jaha bhi rahe
use hamari yaad aati rahe.
Jinki yaad mein hum dewane ho gaye,
Wo hum hi se begaane ho gaye.
Shayad unhe talash hai ab naye dost ki,
Kyunki unki nazar me ab hum purane ho gaye.
Chand ki raton mein sara jahan sota hai,
Lekin kisi ki yadoon mein koi badnaseeb rota hai,
Khuda kisi ko mohabbat pe fida na kare,
Agar kare to kisi ko juda na kare?.
Ishq ke rishte kitne ajib hote hai?.
Durr rehke bhi kitne karib hote hai,
Meri barbadi ka gum na karo yaro,
Ye to apne apne nasib hote hai?..
Koi aankhon aankhon se baat kar leta hai,
Koi aankhon aankhon mein mulakat kar leta hai,
Mushkil hota hai jawab dena,
Jab koi khamosh rehkar bhi sawal kar leta hai?..
Ittefaq se hum mile,
Ittefaq se aap hume pasand aaye,
Ittefaq se hum dost bane,
Humari dosti ab ittefaq nahi,
Zindagi ki khoobsurat hakikat hai?.
Yun durr rehkar duriyon ko badaya nahi karte,
Apne deewano ko sataya nahi karte,
Har waqt bas jise tumhara khyal ho,
Usey apni awaaz ke liye tadpaya nahi karte??
Jamane se nahi to tanhai se darta hu,
Pyar se nahi to ruswai se darta hu,
Milne ki umang bahot hoti hai dil me,
Lekin milne ke baad teri judai se darta hu??
Hum to dil deneko taiyar baithe hai,
Darde mohabbat karne ko taiyar baite hai,
Par hai re meri futi kismat,
Koi dil leneko hi taiyar nahi??
Bekabu hai dil fir bhi jiya ja raha hu,
Khali hao botal fir bhi piya ja raha hu,
Majburi to dekho is dil ki?.
Reply nahi mil raha fir bhi msg kiya ja raha hu?
Wo ruthe is kadar ki manaya na gaya,
Durr itne ho gaye ki pass bulaya na gaya,
Dil to dil tha samundar ka sahil nahi,
Likh diya naam to fir mitaya na gaya?.
Tumse doori ka ehsaas jab satane laga,
Tere saath guzra har lamha yaad aane laga,
Jabbhi tumhe bhulne ki koshish ki,
Ae dost tu dil ke aur paas aane laga?..
Ham tere dil mein rahenge ek yaad bankar,
Tere lab pa khilenge muskaan bankar,
Kabhi hamein apne se juda na samajhna,
Hum tere saath challenge aasmaan bankar?
Haqiqat samjho ya afsana,
Begana kaho ya deewana,
Suno is dil ka fasana,
Teri dosti hai mere jeene ka bahana?..
Kuch nasha to aapki baat ka hai?
Kuch nasha to dheemi barsaat ka hai?
Hame aap yuhi sharabi na kahiye,
Yeh dil par asar to aapse mulaqat ka hai?
Idhar khuda hai, udar khuda hai,
jidar dekho udar khuda hai,
idhar-udhar bus khuda hi khuda hai
jidhar nahi khuda hai....udhar kal khudega!
Mein Tumhare Liye Sab Kuch Karta..
Magar Mujhe Kaam Tha......
Mein Tumhare Liye Doob Ke Marta...
Magar Mujhe Zukham Tha
Har karz dosti ka ada karega kaun,
Jab hum hi nahi rahenge to dosti karega kaun.
Ay khuda mere dosto ko salamat rakhna,
Verna mere jeene ki dua karega kaun.
Jawani agar diwani na hoti to jahan mein mohabbat nahi hoti.
Ya tim timate sitarein na hote to raat itni suhani na hoti.
Dil se tumhe kaise mita de,
Hum tumhe kaise bhoola de.
Ji to chahata hai duniya chor de,
Ya phir judai dene wale in duniya walo ko phod de.
Kehete hai ishq mein neend udd jaati hai,
Koi humse bhi to ishq kar ke dekhe,
Kambhaqt hummain neend bahut aati hai.
Kaun kambaqt bardasht karne ke liye peeta hai
Kaun kambaqt bardasht karne ke liye peeta hai
Asoka ke liye maine Filmfare Award nahi jeeta hai
Tawaaif ke taqdeer mein shohar nahin hote
Tawaaif ke taqdeer mein shohar nahin hote
Jo achchi film banate hai woh Karan Johar nahin hote
Suna chunni babu, ab humein tawaaif ishq ki baatein seekhayegi
Suna chunni babu, ab humein tawaaif ishq ki baatein seekhayegi
Aditya Chopra kya kam tha, jo ab yeh humein pakaayegi
Thakurain, tawaaif ki toh taqdeer nahin hoti
Thakurain, tawaaif ki toh taqdeer nahin hoti
Is liye we never invest money in LIC jeevan jyoti
Silsila yeh chaahat ka na maine bujhne diya
Silsila yeh chaahat ka na maine bujhne diya
Bade Miya Bade Miya Chotte Miya toh Chhote Miya
Sheeshe se sheesha takraye jo bhi ho anjaam
Sheeshe se sheesha takraye jo bhi ho anjaam
Shriram Jairam Jai jai Ram
Dola Re Dola Re Dole re Dola Dola Re Dola Re
Dole re Dola Wait a minute, chakkar aa raha hai!
Humpe yeh kisne haraa rang daala
Humpe yeh kisne haraa rang daala
Chill yaar... Holi hai
Tut jaate hai kabhi gaherein rishtey bhi,
Gair ban jaate hai pal bhar mein apne bhi.
Ek na ek shamma andhere mein jalaye rakhiye,
Subha hone ko hai mauhol banaye rakhiye,
Kaun jane wo kis gali se guzre,
Har gali ko phoolo se sajaye rakhiye!
Dava bhi kam na aaye,
Dua bhi kam na aaye.
Bas dost teri muskurahat kam aaye!
Yeh mat pucho tum bin hum kya kya khote rahe,
Tumhari yaadon mein hum roz kitne rote rahe,
Na din gujre hai na raatein,
Bas kuch bechain se hum hote rahe!
Dekha unhone hume jab apni tirchi nazron se
Hum to madhosh hi ho gaye,
Jab pata chala ke nazrein hi tirchi hai,
Hum to behosh hi ho gaye!
Ar karz dosti ka ada kaun karega,
Jab hum hi nahi rahenge to dosti kaun karega,
Aye khuda mere dosto ko salamat rakhna,
Varna mere jeene ki dua kaun karega!
Har nazar nazar mein ek kashish hoti hai,
Har dil mein ek chahat hti hai,
Mumkin nahi har ek ke liye TAJ MAHAL banana?..
Par har dil mein ek mumtaz jarur rehti hai!
Teri nafarat mein wo dam nahi jo meri chaht ko mita de,
Yeh mohabat hai koi khel nahi jo koi haske bhoola de!
Na khuda dil banata na kisise pyar hota,
Na kisiki yaad ati na kisika intazar hota.
Dil diya hai ise sambhal ke rakhna,
Shishe se bana hai pathar se dur rakhna!
Log ishq karte hai bade shor ke saath,
Humne bhi kiya tha bade zor ke saath,
Magar ab karenge zaar gaur ke saath,
Kyunki kal dekha tha use kisi aur ke saath!
Khuda kare in haseeno ke baap mar jaye,
Maut ka bahana ho aur hum inke ghar jaye.
Aisa mat keh aye zaalim,ye ek paap hoga,
Tu bhi ek din ek haseena ka baap hoga!
Teri nafrat mein dam nahi jo meri chahat ko mita de,
Yeh mohabbat hai koi khel nahi jo kohi haske bhula de.
Khuda kare in haseeno ke baap merjaye,
Maut ka bahan ho aur hum inke ghar jaye,
Ais mat keh a zalim ye ek paap hoga,
Tu bhi kisi din ek hasina ka baap hoga
Heart hai magar attack nahi,
Blood hai magar pressure nahi,
Dil hai magar dildar nahi.
Likhte hai unhe jo yaad aate hai.
Unhe kya likhe jo sada dil mein rehte hai.
Nazar se nazar milti hai,
Dil se dil milte hai,
Magar is duniya mein chanewale,
Badi mushkil se milte hai.
Tumhari lovely aankho ne,
Hame aise attract kiya,
Ke sabko neglect karke,
Tumhe hi select kiya.
Request karti hun,
Refuse mat karna,
Dil ka bulb jalakar,
Fuse na udana.
Mein tere khawb dekhu,
Bhale hi tu mujhe bhool jaye,
Dekhte hi dekhte magar,
Aankho me paani bhaar aaye.
Ptjhad, sawan, basant, bahar,
Ek baras ke mausam chaar,
Paanchva mausam pyaar ka.........intezaar ka.
saaz hai magar, gaana nahi aata.
Botal hai magar, sharab nahi aata.
Dard hai magar, rona nahi aata
Kabhi na kabhi to baharon ke phool murjha jayenge,
Bhule bhi kabhi hum tumhe yaad ayenge,
Ehsaas hoga tumhe meri dosti ka jab hum bahot dur chale jayenge.
Bada armaan tha tere sang jeevan bitanne ka,
Shikwa he bas tere khamosh reh jaane ka,
Dewaangi isse badkar bhi kya hogi,
Aaj bhi intajaar hai tere aane ka.
Yeh dil pyaar ke kabil na rah,
Koi bhi izhaar ke kabil na raha,
Is dil mein bas gai dosti aapki,
Abh to chand bhi deedar ke kabil na rah.
Kehte hai ishq mein need ud jati hai,
Are koi humse bhi to pyaar kare,
Kambakth hume neend bahot ati hai.
Kashti toofan se nikal sakti hai,
Shama bujh ke bhi jal sakti hai,
Mayus na ho irade na badal,
Kismat kisi bhi waqt badal sakti hai
Agar hum na hote to ghazal kaun kehta,
Aap ke chehre ko kamal ko kehta,
Yeh to karishma hai mohabbat ka,
Varna pathro ko tajmahal kaun kehta.
Phulon se khubsurat koi nahi,
Sagar se gehara koi nahi,
Ab aapki kya tariff karu,
Dosto mein aap jaisa dost koi nahi.
Dosti ki hai, Nibhani to padegi,
Aapki taklif hume baatni to padegi,
Aapki taklif na jaan sake to dosti kis kaam ki,
Aapke liye mar na sake to zindagi kis kam ki.
Zindagi ki rahon mein tumhe jo gam milenge,
Mere hoslon se kam milenge,
Jab khud ko tanha pao kabhi,
Kasam dosti ki bas yaad karna aur samne hum milenge.
Har baat ka matlab inkar nahi hota,
Har jagha par baitne intezar nahi hota,
Yun to milti hai hazaron se nazrein,
Har nazar ka milna pyar nahi hota.
Yaro mere marne ke bad aasu na bahana,
Agar meri yaad aaye to upar chale aana
Ae dil kisiki yaad mein rona fizul hai,
Aasu bade anmol hai, Inhe khona fizul hai,
Ro to unke liye jo tumpar nissar hai,
Uske liye kya rona jinke aashiq hazar hai.
Kaash vadon ka matlab wo samajhte,
Kaash khamoshi ka matlab wo samajhte,
Nazar milti hai hazaron nazaron se,
Kaash meri nazaron ka matlab wo samajhte
Aankhon ki zuban wo samajh nahi pate,
Hoth magar kuch keh nahi pate,
Apni bebasi kis tarah kahe,
Koi hai jiske bina hum reh nahi pate
Har bat ka matlab inkar nahi hota,
Har jagah par baitna intezar nahi hota,
Yun to milti hai hazoron se nazrein,
Har nazar ka milna pyar nahi hota
Ae dil kisiki yaad mein rona fizul hai!
Aasu bade anmol hai,
Inhe khona fizul hai,
Ro to unke liye jo tumpar nissar hai,
Unke liye kya rona jinke aashiq hazar hai
Kaash vadon ka matlab wo samajhte,
Kaash khamoshi ka matlab wo samajhte,
Nazar milti hai hazaron nazron se,
Kaash meri nazron ka matlab wo samajhte
Aankhon ki zubhan wo samajh nahi pate,
Hoth magar kuch keh nahi pate,
Apni bebasi kis tarah kahe,
Koi hai jiske bina hum reh nahi pate
Yaaro mere marne ke bad aasu na bahana,
Agar meri yaad aaye to upar chale aana
Jo sadiyaon se hota aaya hai
Woh repeat kar doonga...
Tu naa mili to tujhko dil sey
Ctrl+Alt+delete kar doonga...
Company kee ladkiyaan sunder hain
Aur lonely hain...
Problem ye hai ki bus voh
READ-ONLY hain...
Shayad mere pyar ko taste
karna bhool gaye...
Dil sey aisa CUT kiya
ke PASTE karna bhool gaye...
Tumhare samne hain itney items
kabhi hame bhi pick karo...
Hamare pyar ke ICON pe
kabhi to tum DOUBLE-CLICK karo...
Roz subha hum karte hai
itne pyar se unhe good morning...
woh humhe ghoor kar dekhte hain
jaise 0 ERRORS but 5 WARNINGS...
Ho gayi galti humse, click ho gaya mouse
Duniya ki parwaah chhodo, ban jaao meri spouse!
Tumse mila main kal to, mere dil mein hua ek sound,
Lekin aaj tum mili to kehti ho: Your file not found!
Ab aur kaho na tum, "but" ya "if"
Tum ho meri zindagi ki animated .gif
Aysa bhi nahin hai ke, I don't likeyour face
Par dil ke computer mein, nahin hai enough disk space
Ghar se nikalti ho tum jab, pehen ke evening gown
Too many requests se, ho jaata hai server down
Tumhaare liye pyaar ki application, create main karoonga
Tum usay debug karna, wait main karoonga
Tumhaara intezaar karte karte, main so gaya
Yeh dekho mera connection, time out ho gaya
Kya chaal hai tumhaari, jaise chalti hai koi cat
What is your ICQ number, aao karein chat
Tum jabse meri zindagi mein, aayi ho banke female
Yaad raha na ab kuch, na postman , na e-Mail
Shaadi ke pehle......
Takdir hai magar kismat nahin khulti,
Tajmahal banana chahta hoon lekin
Mumtaz nahin MILTI,
Shaadi ke baad......
Takdir hai magar kismat nahin khulti,
Tajmahal banana chahta hoon lekin
Mumtaz nahin MARTI!
Ishq ek shokh nigaah hai dost,
Unpe mit jaane ki ek chaah hai dost,
Ishq manzil nahin, koi iraadaa bhi nahin,
Jhoot ke jangal se alag,
Sach ki ek raah hai dost.
Door se dekha to paani baras raha tha
Door se dekha to paani baras raha tha
Paas gaya... to bheeg gaya...
Tumse mila main kal to, mere dil mein hua ek sound,
Lekin aaj tum mili to kehti ho: Your file not found!
Aisa bhi nahin hai ke, I don't like your face ,
Par dil ke computer mein, nahin hai enough disk space
Main tumhein pyaar kyun karoon, tum nahi ho Ash,
Phir bhi tumhe dekhkar mera, system hota hai crash
Teirna hai to beach me aao, Kinaro pe kya rakha hai,
Pyaar karna hai to bahon me aao, isharo me kya rakha hai.
Khud ko kar buland itnaa..
Ke' Himaalay ki choti pe jaa pahunche..
Aur khuda tumse puche..
'Abe gadhe... ab utrega kaise '
Woh ladki hi kya jiska koi dilbar na ho,
woh ladki hi kya jiska koi dilbar na ho,
woh nal hi kya jiska koi plumber na ho,
woh samosa hi kya jisme aaloo na ho...
woh samosa hi kya jisme aaloo na ho...
woh bihar hi kya jisme laaloo na ho.
door se dekha to tera chehra nazar aaya
door se dekha to tera chehra nazar aaya
paas aane ki himmat hi nahi hui.
jise dil diya woh dilli chali gayi
jise pyar kiya woh italy chali gayi
dil ne kaha khud kushi(sucide) kar le jalim
bijali ko haath lagaya to bijali chali gayi
Kitne Log They Tumhare Zanaze Ke Peeche,
Ek Mein Nahin Tha Tere Zanaze Ke Peeche,
Mein Hota Bhi Kaise Tere Zanaze Ke Peeche,
Jo Mera Zanazaa Ja raha tha Tere Zanaze Ke Peeche.
Maine tujhe sau-sau khat likhe,
tune kisi ka bhi jawab nahi diya;
kahin tere dil mein raddi ki tokri to nahi?
Pyar Mein Log Jinda Dafnaye Jatein Hein,
Pyar Mein Log Jinda Dafnaye Jatein Hein,
Kabar khood Ke Dekhon Intezaar Mein Paaye Jatte Hein.
ladka bola :
kash ein hasinao ke baap mar jate,
bahana gam ka hota, hum inke ghar to jaate.
Ladki boli:
Bewkoof, Yeh bolana bhi paap hoga,
kisi din tu bhi kisi hasina ka baap hoga.
Irshaad.....Irshaad..............
Ladki boli:
Chandni chaand se hoti hai, sitaron se nahi,
Mohabbat ek se hoti hai, hazaaron se nahi.
Ladka bola :
Chandni agar chaand se hogi to sitaron ka kya hoga,
Mohabbat agar ek se hogi to hazaron ka kya hoga.
Bewafa sanam se to cigrattee achi hai,
Bewafa sanam se to cigrattee achi hai,
Dil jalati hai, par hoto se to lagti hai
Tumne mere man se khela
Tumne mere tan se khela
Tumne mere dhan se khela
Wah, Wah Wah !well played! well played!
Abe raat ko hi dosto ki yaad aati hai,
Din ko kya ladkiya nazar aati hai.
Din ko message kiya kar yaar,
Raat ko humein some se hain pyar.
True friends are like Diamonds,
They are real and rare.
False friends are like leaves,
They are scattered everywhere.
Take care, MY DIAMOND.
Dictionary is the only place where Death comes before Life,
Success before Work,
Divorce before Marriage,
But Friend come before Relative.
Guzre huwe kal ki yaad aati hai,
Kuch lamho se aakhen bhar aati hai.
Who subah rangeen who shaam nirali doob jaati hai,
Jab aap jaisi dosto ki yaad aati hai.
Don?t love a friend like a flower,
Because a flower dies in season.
Love them like a river,
Because a river flows forever.
Friendship is not something that happens at first sight,
It happens when you start knowing each other and in turn endup needing each
other.
For every feeling, for every thought and for every moment.
Agar kal hum nahi bhi rahe,
Hamari yaadein sada rahengi.
Sirf nazare uthake chaand ko dekhna,
Hamari dosti ki tasvir waha bani rahegi.
Jab dosti ki daastan waqt sunayega,
Hum ko bhi koi shaks yaad aayega.
Tab bhool jayenge zindagi ko,
Jab aap ke saath guzra zamana yaad aayega.
Deta nahi mali bhi sahara mujhko,
Yeh hawa bhi lazzati hai mujhko,
Murjhaye hue phool kabhi khilte nahi,
Ruthe hua pyar kabhi lautta nahi.
God ne tujhe bheja to bheja,
Lekin bheja to aisa bheja ki bheje mein bheja hi nahi bheja.
Yeh mujhe kisi ne bheja isliye maine tujhe Bheja.
Message per message bheja karte ho,
Bheja kharab karte ho.
Khud ke bheje mein to kuch nahin auro ka bheja hua bheja karte ho.
Ae dil kisi ki yaad mein rona fizul hai,
Aasu bade anmol hai.
Inhe khona fizul hai,
Rowo to unke liye jo tumpar nisar hai.
Unke liye kya roha jinke deewane hazar hai.
Ho sakta hai bearish ke baad aasman neela na ho,
Ho sakta hai dhoop aane par sarso pili na ho,
Par aisa kaise ho sakta hai ki tumhari yaad aye aur aankhen gili na ho.
Is duniya mein dost kam milenge,
Is duniya mein gham hi gham milenge,
Jaha duniya pher legi,
Us mod pe dost humhi ?HUM? milenge?.
Leher aati hai kinare se palat jaati hai,
Yaad aati hai dil mein sama jaati hai,
Leher aur yaad main fark sirf itna hai ki,
Leher bewaqt aati hai yaad har waqt aati hai.
Zindagi ke safar mein rahi milte hai bichad jane ko,
Aur de jate hai yaadein, tanhayee mein tadpane ko.
Tumhe gairo se kab fursat, Hum apne gam se kab khali,
Chalo ho chukka milna, Na tum khali na hum khali.
Jidhar dekho udhar isq ke bimaar baithe hai,
Hazaro mar chuke hai, Sekado tayyar baithe hai.
Ishq karnay ke bhi kuch adaab hua kartay hain....
Jagti ankhon ke bhi kuch khawab hua kartay hain.......
Har koi ro ke dekhlayee ye zarori toh nahi .......
Khush ankhon mein bhi sehlaab hua kartay hain?..
Ansuo se palak bhigo leta hu,Yaad teri ati hain to ro leta hu.....
Socha ke bhoola du tujhey mager,Har baar faisla badal deta hu..........
Chaho to dil se hamko mitta dena
Chaho to humko bhula dena
Par Yeh wada karo ki aaye jo kabhi yaad hamari
To rona nahi Bus muskura dena...
Socha tha har mode pet era intezaar karenge.
Par kambakht sadak hi sidhi nikli.
Teri kayenat main ay khuda mera yeh dil kahi laga nahi.
Jo tassalia mere dil ko de who abhi tak mujhe mili nahi.
Dil se dil badi mushkil se milte hai,
Tofanoo mein sahil badi mushkil se milte hai.
Yu to mil jaate hain hazaron,
Magar aap jaise dost nasib walon ko milte hai.
Pyar ke jaam ko aise na piyo ke adha piya aur adha chhod diya,
Yaron ye pyar hai pyar, nahi koi VIM BAAR, jo thoda sa lagaya aur bas ho gaya.
Unki gali ke chakkar kaat te kaat te kutte humare yaar ho gaye,
Woh to humare ho na sake, hum kutto ke sardar ho gaye.
Heaven is when u have a german car, American salary, Chinese food & Indian wife,
Hell is where car is Chinese, food is german, wife is American & salary is
Indian.
Humein to apno ne luta,gairo mein kahan dum tha,
meri kashti thi dubi wahan, Jahan pani kam tha?
Guzre hue kal ki yaad aati hai,
Kuch lamho se aankhein bhar aati hai,
Wo sham nirali dub jati hai,
Jab aap jaise dost ki yaad aati hai..
Tarasti nazaron ki pyas ho tum,
Tadapte dil ki aas ho tum,
Bujti zindagi ki sas ho tum,
Phir kaise na kahu??.. kuch khas ho tum?.
Kisi ke dhadakte dil ke peeche jaroor koi baat hoti hai,
Kisi ke udas dil ke peeche kisiki yaad hoti hai,
Aap ko pata ho-na-ho,
Aap ki khushi ke peeche meri fariyaad hoti hai?..
Hum haste hai to wo samajhte hai ki inhe aadat hai muskurane ki,
Lekin who naadan kya samajhe ki yeh bhi ek ada hai gum chupane ki?.
Chaho to dil se humko mita dena,
Chaho to humko bhula dena,
Par yeh wada karo ki aaye jo kabhi yaad hamari,
Rona mat sirf muskura dena?..
Har nazar mein ek kashish hoti hai,
Har dil mein ek chahat hoti hai,
Mumkin nahi har ek ke liye taj mahal banana,
Kyu ki har dil mein 5/6 mumtaz to hoti hai?.
Suraj se kaho ki roshni dena chod de,
Sitaro se kaho ki timtimana chod de,
Agar tum nahi aa sakte to apni yadoon se kaho humein satana chod de?.
Yun to hum kisika peecha nahi karte,
Darde dil liya aur diya nahi karte,
Ittefaq ki baat hai ki ye dosti aap se hai,
Varna itni kimti cheez hum kisiko diya nahi karte?
Sabne kaha ishq dard hai,
Humne kaha ye dard Kabul hai,
Sabne kaha is dard ke saath ji nahi paoge,
Humne kaha is dard ke saath marna Kabul hai??
Zamane ke darr se teri tasvir toilet mein chupa rakhi hai,
Didar ho tera bar bar isiliye julab ki goli kha rakhi hai?.
Ruuth kar tum mujhe bhulane lage,
Itne durr hue ke bahut yaad aane lage,
Kaise bhuladu tumhe ek pal mein,
Jab tujhe pane mein mujhe zamane lage?.
Aankhon pe aasoon ki lakir ban gai,
Kabhi na socha tha aisi takdir ban gai,
Humne to phirai thi reet mein ungliya,
Gaur se dekha to tumhari tasveer ban gai?..
Hasraton ki nigaho pe sakht pehra hai,
Na jane kis umeed pe ye dil thehra hai,
Teri chahton ki kasam ae dost,
Apni dosti ka rishta pyar se bahot zada gehra hai?..
Chand ki raton mein sara jahan sota hai,
Lekin kisi ki yadoon mein koi badnaseeb rota hai,
Khuda kisi ko mohabbat pe fida na kare,
Agar kare to kisi ko juda na kare?.
Ishq ke rishte kitne ajib hote hai?.
Durr rehke bhi kitne karib hote hai,
Meri barbadi ka gum na karo yaro,
Ye to apne apne nasib hote hai?..
Deewane hai tere naam ke is baat se inkar nahi,
Kaise kahe ki hume aapse pyar nahi,
Kuch to kasoor hai aapki adao ka,
Hum akele to gunhegar nahi?..
Jo humse milte hai hum unse dil se milte hai,
Warna hum toh wo shaks hai jo khwabon mein bhi badi mushkil se milte hai?..
Mera din teri raat se acha hoga,
Mera dil tere jazbaat se acha hoga,
Jis din niklegi teri doli,
Ghoonghat utha ke dekhna?.. mera janaza bhi teri doli se acha hoga?..
Jeene ke liye tera armaan hi kafi hai,
Dil ke kalam se likhi yeh dastaan hi kafi hai,
Teer ki kya zaroorat e-janam,
Qatl karne ke liye teri muskaan hi kafi hai?.
Khamosh se tum rehne lage ho,
Intezaar kisika karne lage ho,
Yakinan kisise hui hai mohabbat,
Bina baat ke hi muskurane lage ho?..
Koi aankhon aankhon se baat kar leta hai,
Koi aankhon aankhon mein mulakat kar leta hai,
Mushkil hota hai jawab dena,
Jab koi khamosh rehkar bhi sawal kar leta hai?..
Lehar aati hai kinare se palat jati hai,
Yaad aati hai dil mein sama jati hai,
Lehar aur yaad mein fark sirf itna hai,
Lehar bewaqt aati hai aur yaad har waqt aati hai?.
Tusi bade hi great ho, Rasgulle di plate ho,
Pepsi da crate ho,
Ande da omlate ho,
Par jo bhi ho mere sweet friend ho?.
Tum milo na milo milne ka gam nahi,
Tum pas se nikal jao milne se kam nahi,
Mana ke tumhe humari kadar nahi,
Magar unse pooch jinhe hum hassil nahi?.
Pyar kya hota hai?? Kya ye kabhi pura hota hai?
Aji ye kya pura hoga,
Iska to pehla akshar hi adhura hota hai?.
Tanhai mein waqt barbad kiya karte hai,
Hum har din har pal tumhe yaad kiya karte hai,
Mein nahi janta gharwale batate hai,
Hum neend mein bhi aapka naam liya karte hai?..
Ittefaq se hum mile,
Ittefaq se aap hume pasand aaye,
Ittefaq se hum dost bane,
Humari dosti ab ittefaq nahi,
Zindagi ki khoobsurat hakikat hai?.
Kaash banane wale ne dil kach ke banaye hote,
Todne walo ke hathon mein zakhm to aaye hote?..
Mulk ki bhi 1 sarhad hoti hai.
Bachhe ki bhi 1 zid hoti hai.
Aur kitna intezar karu tere sms ka.
Are yaar kanjoosi ki bhi had hoti hai.
Is duniya mein dost kam milenge, is duniya mein gham hi gham milenge, jaha
duniya nazar fer legi, us mod per dost tumhe hum milenge.
Aashman se barse moti jo bikhrne se toot na jaye, dosti aisi mat karna aaj rahe
kal toot na jaye.
Zubaan se naam lete hai,
Aankhon se aansu chalak jaate hai.
Kabhi hazaro baatein kiya karte the,
Aaj ek baat ke liye taras jaate hai.
Tum kya jaano gum kya cheez hai,
Tum kya jaano gum kya cheez hai,
Are Tum kya jaano gum kya cheez hai,
Tumne to sari umar cellotape use ki hai.
Zaruri to nahi jine ke liye sahara ho,
Zaruri to nahi hum jinke hai who humara ho,
Kuch kashtiya dub bhi jaya karti hai,
Zaruri to nahi har kashti ka kinara ho.
Phoolon ki har kali khusbu de aapko,
Suraj ki har kiran roshni de aapko,
Hum to kuch den eke qabil nahi,
Magar dene wala har khushi de aapko.
Yeh mat sochna bhool jayenge tumhe,
Door rehkar bhi chahenge tumhe,
Agar dost banker raas na aaye,
To ajnabee banker bhi yaad aayenge tumhe.
Ae mere SMS, mere dost ke paas jana,
Agar who so rahe ho to shor mat machana,
Jab who jaage to dheere se muskarana,
Phir dil ka haal batana ? Miss u.
Phoolon se khoobsurat koi nahi,
Sagar se gehara koi bahi.
Ab aapki kya tariff karoo,
Dosto mein aap jaisa pyara koi nahi.
Har kisi ko mukkammal jahaan nahi milta,
Kahin jameen to kahin aasman nahi milta.
When things turn out bad and your strength is no longer enough to carry them.
You must never give up, cause when your strength ends, my worth os your friend
begins.
Devdas ke babuji ne kaha ghar chhod do,
Ma ne kaha paro ko chodd do,
Paro ne kaha daroo chhod do,
Aapko kisne kaha SMS karma chhod do.
Sirf chahne se mulakat nahi hoti,
Suraj ke saath kabhi raat nahi hoti,
Hum jise chahete hai jaan se bhi jayada,
Saamne hote hai par baat nahi hoti.
Dosti ki tadap ko dikhaya nahi jata,
Dil mein lagi aag ko dikhaya nahi jata,
Kitni bhi doori ho dosti mein,
Aap jaise dost ko bhulaya nahi jata.
Tere dar par sanam hazaar baar aayenge.
Tere dar par sanam hazaar baar aayenge.
Tere dar par sanam hazaar baar aayenge.
Ghanti bajayenge aur bhag jayenge.
Maine poocha chand se ?Dekha hai kahi mere yaar sa kahi.?
Chand ne kaha ? sale itni upar se dikhta hai kya.?
Har mazar mein ek kashish hoti hai,
Har dil mein ek chahat hoti hai,
Mumkin nahi hare k ke liye tajmahal banana,
Kyunki har dil mein 4-5 mumtaj hoti hai.
Din ko chain nahi,
Raat ko aaram nahi,
Ji na lage kahi,
E khuda kya yehi pyar hai?
Are, paagal ye pyar nahi India ki garmi hai.
Zindagi mohtaz nahi manzilo ki,
Waqt har manzil dikha deta hai.
Marta nahi ko kisi se juda hoke,
Waqt sabko jina sikha deta hai.
Yaad karte hai tumhe tanhayee main,
Dil duba hai gum ki gahraye main,
Tum dhoondti ho humein apne dil mein,
Hum milenge tumhe tumhari parchayee main.
Tu chandramukhi main suryamukhi,
Tu bhi dukhi main bhi dukhi,
Tu chatt se neeche kud ja,
Tu bhi sukhi main bhi sukhi.
Behind ur smile I know there r sorrows,
Behind ur laughter I know there r tears,
And I want u 2 know that behind u I am always there 4 u.
Deewane hai tere naam ke is baat se inkaar nahi,
Kaise kahe ki humain aapse pyar nahi.
Kuch to kasoor hai aapki nigaho ka,
Hum akele to gunehegaar nahi.
Maine dil ko lakh samjhaya ki e dil unko yaad karma chodd de par dil ke hark one
se awaz aai, yahan to har sans main who base hai to kya saas lena chod de.
Zindagi, manjil, waqt kisi ne humara saath nahi diya,
Sab par se puri tarah vishwas uth gaya.
Is duniya se ub gaya hai ab humara jiya,
Kisi ko kitna hi chaha kam reh gaya.
Dil mein ummidon ki shama jala rakhi hai.
Humein apni alag duniya basa rakhi hai.
Is yakin ke saath ki ayega aapka SMS.
Humne apni nazar mobile par bicha rakhi hai.
What would you call a fat girl waiting for a bus in one word ? MOTIVATING.
Bite the neck gently,
Chew the breast softly,
Spread the legs slowly,
Suck the juice excitingly,
That is the way you should eat ?Tandoori Chicken?
I decided to send you the cutest and sweetest gift of the world. But the postman
shouted at me saying, ? Get out of the post box.?
Baat to who hi nahi karte,
Kehna to hamain bhi aata hai.
Yeh to apni apni ada hai,
Koi kehata hai koi chup rehata hai.
Gandhi kaisi chali teri aandhi,
Aaya tha langot mein ghus gaya 500 ke note mein.
Khuda se maine ek dua maangi,
Dua main apni maut maangi,
Phir khuda ne kaha maut to tujhe mein de du,
Par usko kya kahu jisne teri lambi umar maangi.
Keh ke dekh liya, Chup reh ke bhi dekh liya,
Kya kare jab unhone hi khamosh kar diya.
Unse baat karne ke liye hum bahut tadapte hai,
Kya kare jab humare call karne se who bhadkte hai.
Hakeekat samjho ya afsana;
Begana kaho ya deewana;
Suno mere dil ka fasana;
Teri dosti hai mere jeene ka bahana.
Shah Jahan Ne Taj Mahal Ki Har Deewar Ko Dekha,
Har Meenar Ko Dekha,
Har Kaleen Ko Dekha,
Har Khidki Se Dekha... Aur Bola...
Maa Kasam, Bahut Kharcha Ho Gaya!!!
Beta bola "Papa Papa mujhe bandar dekhna hai". Papa bole, "Nahi bete, abhi
nahi". "Papa kyon ?" ...... "Bete abhi bandar SMS padh raha hai!!!"
Zindagi mein tum bahut aage jaaoge, kyonki jahan bhi tum jaooge, sab kahenge,
chal be chal aage chal.
Suno ghau se pepsi walo,
Buri nazar na COKE pe daalo,
Chahe jitna jor lagalo,
Chaho jitna Dew pilalo.
Sabse aage hoga NIMBU PAANI.
Humne piya hai tum bhi piyo.
Aisi dosti hamari ki dil chahe tu har safar hard agar mein mile,
Mar bhi jao to pyar rahe kayam,
Tu saath wali kabar mein mile.
Aapko miss karma roz ki baat hai,
Yaad karma aadat ki baat hai,
Aapse dur rehne kismet ki baat hai,
Magar aapko jhelna himmat ki baat hai.
Zindagi mein kabhi to mujhko yaad karoge,
Mehfil mein nahi to tanhai mein fariyad karoge,
Humsa na mila na milega koi aur,
Tab apni kismet pe naaz karoge.
Umeed aisi ho jo jeene ko mazbur kare,
Raah aisi ho jo chalne ko mazboor kare,
Mahek aisi ho apne pyar ki,
Pyar aisa ho jo milne ko mazbur kare.
Dared dil mein gam ki kaliyan khilti hai,
Ab to tanhaiya aakar humse milti hai,
Aapne bandh kiya jabse sms karma,
Mobile ki battery jyada chalti hai.
Tumhari naam ki gazalein chand par likhne ko ji chahta hai.
Par kya karu yeh jaalim khwab amavas ki raat ko hi aata hai.
Har koi pyar ke liye rota hai,
Har koi pyar ke liye hi tadapta hai,
Mere pyar ko galat mat samajna?
Pyar to dosti mein bhi hota hai.
Kadam kadam pe hawao se talukh rakhna,
Dosti ke naam pe dosti ka asra rakhna.
Hamari dosti ki khusbu zarur aayegi.
Aap apna INBOX khali rakhna.
Log kehete hai hum jise chaahate hai who chaand ka tukra hai,
Hum jise chaahte hai chand uska ek tukra hai.
A sardar got himself a puzzle game. It took him 10 hard months to finish it. He
was so proud of himself because at the side of the box it was written: ?2-3 yrs?
Jab tum is duniya se jaoge,
Door kahin ek naya janam paoge,
Is baar jo hua bahut bura hua,
Agli baar tum ek lambi pooch aur chaar taang paoge.
Manjil ki taraf badte chalo,
Jo dil kahe usi rah ko chuno.
Peeche walo ko aage na aane do,
Aur jo aage hai unke aage niklo.
Tabhi truck driver banoge.
Abhi abhi to pyaar ka PC kiya hai chaaloo,
Apne dil ki Hard Disk pe aur kitni Files daaloo.
Apne chehare se ruswaai ka Error to hatao,
Aye jaaneman apne dil ka Password to batao.
Woh to hum hai jo aap ki chahat dil main rakhte hain,
Warna aap jaise Softwares to bazaar mein bikte hain.
Roz raat aap mere sapne main aate ho,
Mere pyar ko Mouse bana ke ungaliyon pe nachate ho.
Tere pyar ka Email mere dil ko lubhataa hai,
Par beech mein tere baap ka Virus aa jataa hai.
Aur karvaaoge humse kitnaa intejaar,
Hamaare dil ki Site pe kabhi Enter to maro yaar.
Apne apmaan ka badlaa dekho kaise loonga,
Jaaneman tere baap ko Shift Delete kar doonga
Aapke nakhre apne dil pe Bang kar gaye,
Do PC judte judte Hang kar gaye.
Aap ke liye dil ko Cut kiya karte hain,
Warna baaki cases main to Copy Paste kiya karte hain.
Aapka hasnaa aap ka chalnaa aap ki woh style,
Aapke adaaon ki hamne Save kar li hai File.
Draupadi ka vastraharan
dushasan ko pada bhari
Draupadi ka vastraharan
dushasan ko pada bhari
saari mein saari
parag saari!
Na tumnain kuch kaha ,
Joron ki bearish makes u wonder...
Joron ki bearish makes u wonder..
is this what they call.......taste the thunder!
Manoj named Kapil,
Paaji was very brave
Manoj named Kapil,
Paaji was very brave
palmolive da jawab nahi
boy he had a close shave!
E....kya bolti tu
E....kya bolti tu .....
E... kya bolti three
E ..kya bolti three!
Jab tota hua dirty tote se boli myna
Jab tota hua dirty tote se boli myna
don't u worry ??surf excel hai na!
Khake Chywanprash budhi ka gyaan payega
Khake Chywanprash budhi ka gyaan payega
Kabhi na Kabhi mera number ayega!
Kamaataa nahin hun itnaa ke tujhe roz khilaaoon aur pilaaoon
Aaati hai to aajaa, yaa kisi aur ko pataooon
Dil Logi, Ke Jaan Logi
Meri Jaan Set Hone Me Kitnaa Time Logi
Gul Gaye, Gulshan Gaye, Gul Ke Patte Rah Gaye
Saare Shaayar Mar Gaye, Tum Ullu Ke Patthe Rah Gaye
Milnaa Hai To Mil Isee Duniyaa Ke Chaman Me
Phir Kyaa Milna Hogaa, Jab Laash Hogi Kafan Me
Dil Hai Tera Dariyaa....Aankhen Hain Teri Jheel
So My Darling ... What's The Big-Deal ??
Tairna Hai To Paani Main Aa, Kinare Pe Kyaa Rakhaa Hai
Ishq Karna Hai To Baahar aa, Ishaare main Kyaa Rakhaa Hai
Maine tujhe dekhaa
Dekhta rahaa, Dekhtaa hi gayaa
Phir mujhe chashmaa lag gayaa
Taj Mahal kyaa hai tere liye usse bhi achhaa banwaa denge
Mumtaz to marke gadi thi, tujhe jindaa gadwaa denge.
Tu mere dil mein aise samaayi hai
Jaise baajre ke khet mein bhains ghus aayi hai
Ghalib ne likha deewar par lal rang se
Ghalib ne likha deewar par lal rang se
Yahan likhna mana hai
Teri zulfein hain ya ghana andhera
Jaaneman katwa de baal, hoja ganji
Aur kar de savera
Juice peene ka maza cup mein nahin
Glass mein hota hai
Greeting card dene ka maza gharwali ko nahin
Saali ko hota hai
Wo ladai hi kya jis mein do chaar gaaliyan na ho
Aur woh sasuraal hi kya jahan koi saaliyan na ho
Majnu Laila ke baal pakad ke bola
Moya kitne din se sar nahin dhoya
Jaayiye aap kahan jaayenge
Hum khud aapko chhod aayenge
Khush rahe tu sada yeh dua hai meri
Teri premika hi ban jaaye bhabhi teri
Hum aapke dil mein rahate hai
Hum aapke dil mein rahate hai
Aur bhaada bhi nahin dete hai
Ai husn ki mallika aur baharon ki shaan
Jai jawan jai kisan
Maine tumhe dekha, tumhe follow kiya
Tumne mere dil mein jalaaya pyaar ka diya
Par tumhare bhaiyya se mera pad gaya paala
Par tumhare bhaiyya se mera pad gaya paala
Mujhe usne Clinic All Clear se Dho daala
Draupadi ka vastraharan
Dushasan ko pada bhari
Draupadi ka vastraharan
Dushasan ko pada bhari
Saari mein saari
Parag saari!
Maine tere pyaar mein kya na kiya o chhaliye
Maine tere pyaar mein kya na kiya o chhaliye
Iodex maliye kaam pe chaliye
Jab tota hua dirty
Tote se boli maina
Jab tota hua dirty
Tote se boli maina
Don't you worry
Surf Excel hai na
Jab jab tumne mujhe dekha hai
Jab jab tumne mujhe dekha hai
mujhe meri khoobsurati mehsoos huvi hai
jab jab tum ne nahi dekha hai
mujhe tumhari badsoorati mehsoos nahi huvi hai
Tip Tip barse pani.... Tip Tip barse pani..... Tip
Tip barse pani
To kya chai barase gi....
Joron ki baarish
Makes you wonder
Joron ki baarish
Makes you wonder
Is this what they call
Taste the thunder?
Chachundar ke sar pe chameli ka phool
Chachundar ke sar pe chameli ka phool
Utterly butterly delicious Amul
Maine tujhe pyaar kiya, tere baap ne mujhe peeta
Maine tujhe pyaar kiya, tere baap ne mujhe peeta
Tan ki shakti, mann ki shakti, Bournvita, Bournvita!
Maine tujhe pyaar kiya, tere baap ne mujhe peeta
Maine tujhe pyaar kiya, tere baap ne mujhe peeta
Sine theta by cos theta is tan theta, tan theta!
Cycle chalaate waqt handle ko dekho
Ladki pataate waqt sandal ko dekho
Har dil jo pyaar karega
Woh khaana khaayega
Deewana apni deewangi se nahin balki
Waistline se pehchaana jaayega
Khud ko kar buland itnaa....
Ke' Himaalay ki choti pe jaa pahunche....
aur khuda tumse puche....
'Abe sale gadhe... ab utrega kaise '
jise dil diya woh dilli chali gayi
jise pyar kiya woh italy chali gayi
dil ne kaha khud kushi (sucide) kar le jalim
bijali ko haath lagaya to bijali chali gayi
Pyar Mein Log Jinda Dafnaye Jatein Hein,
Pyar Mein Log Jinda Dafnaye Jatein Hein,
Kabar khood Ke Dekhon Intezaar Mein Paaye Jatte Hein.
Kitne Log They Tumhare Zanaze Ke Peeche,
Ek Mein Nahin Tha Tere Zanaze Ke Peeche,
Mein Hota Bhi Kaise Tere Zanaze Ke Peeche,
Jo Mera Zanazaa Ja raha tha Tere Zanaze Ke Peeche.
PYAAR MEIN DHOKHA SERIES :
Maine tujhe sau-sau khat likhe,
tune kisi ka bhi jawab nahi diya;
kahin tere dil mein raddi ki tokri to nahi?
Maine tumhare yaadon mein ro ro ke tub bhar diya
Magar tum itney be-wafa nikle ki nahake chal diye...
TOTAL NONSENSE SERIES :
Jee karta hai ki teri nili nili aankhon main dub jaoon
Jee karta hai ki teree nili nili aankhon main dub jaoon
Splash !
Yeh aankhen hai ya neeli jheel?
Yeh aankhen hai ya neeli jheel?
So? What's the big deal?
Dharti so rahi hai,
Aasman so raha hai
Dharti so rahi hai,
Aasman so raha hai
Nonsense! yeh sab kya ho raha hai?
Aasmaan mein ud raha hai kabootar
Aasmaan mein ud raha hai kabootar
Flutter Flutter, Flutter Flutter
Dharti, taarey, pahaad, pathar
Dharti, taarey, pahaad, pathar........
Ekhathar, bahathar, chauhathar !
tihathar is on leave )
Aaj aasmaan mein taare aise chamak rahe hain
Aaj aasmaan mein taare aise chamak rahe hain........
Bilkul jaise kal chamak rahe the...(wah wah)
kabhi kabhi mere dil mein khayal aata hai
kabhi kabhi mere dil mein khayal aata hai ......
ke kyon kabhi kabhi mere dil mein khayal aata hai??
DOOR SE DEKHA SERIES:
Door se dekha to kuchh dikha nahi.....
Dooor se dekhaaa... to kuchh dikha nahi.....
Paas jake dekhaa to kuchh tha hi nahi
Door se dekha to Patthhar dikhta tha.....
Dooor se dekha... to Patthharr dikhtaa thaa.....
Paas jake dekha to... suchmuch Patthhar hi thaa...
Door se dekha to paani baras raha tha
Door se dekha to paani baras raha tha
Paas gaya... to bheeg gaya...
Door se dekha to sher tha
Door se dekha to sher tha
Is liye paas gaya hi nahi...
ADVERTISEMENT SERIES :
Main tere pyar mein paagal hua chhaliye >>> > >> Mein
tere pyar mein paagal hua chhaliye,
Iodex maliye kaam pe chaliye
Tum har raat mere khwabon mein aao,
Tum har raat mujhe yuunhi satao,
Melody khao khud jaan jao...
Main hu yahan, tu hai wahan
Main hu yahan, tu hai wahan
Lifebouy hai jahan, tandurusti hai wahan
Maine tumse pyar kiya, tere baap ne mujhe pita
Maine tumse pyar kiya, tere baap ne mujhe pita
Tan ki shakti, man ki shakti, Bournvita (Chorus: Aha-aha...)
Aur, ant mein Ghalib ke liye ek sher:
Tumne mere man se khela
Tumne mere tan se khela
Tumne mere dhan se khela
Wah, Wah Wah !well played! well played!
Voh sadak ke is par thi
Hum sadak ke us par the
Kuch hum age bade,kuch voh age badi
Hum kuch aur age bade,voh kuch aur age badi
Hum kuch aur age bade,voh kch aur age badi
Ab hum sadak ke is par the,aur voh sadak ke is par thi
Gum woh cheez hai ...
-- Wah ! Kya dard hai ! --
Gum woh cheez hai ...
jisse paper chipkaya jaata hai
Ye teri aankhen hain ya gehari jheel
Ye teri aankhen hain ya gehari jheel
Big Deal ! Big deal !
Aapne mere man se khela
aapne mere tan se khela
aapne mere dhan se khela
aapne mere tan, man, dhan se khela ...
well played! well played! well played!!
kaaash ke tere chehre par chechak ke daag hote......
kaaash ke tere chehre par chechak ke daag hote.....
kaaash ke tere chehre par chechak ke daag hote.....
chand to tu hai hi ..sitaare bhee saaath hote !!!
Pyar to tum par mujhe bahut aata hai
Par kya karu Tera baap beech mein aata hai
Pyar ke sitaare jab gardish mein hote hai
Laila ghar mein aur majnoo jail mein hote hai
Jab tak tu apne dil ki baat mujhe samjhayegi
meri shaadi kahin aur ho jayegi
Kyon apni kabra khod raha hai be,
La, phawda mujhe de..
Tum aa gaye ho ; Noor aa gaya hai
Chalo teeno picture chalen.....
Mein tere pyar mein paagal hua chhaliye
Mein tere pyar mein paagal hua chhaliye,
iodex maliye kaam pe chaliye
mujhe phir wahi yaad aane lage hain
mujhe phir wahi yaad aane lage hain
Aap mujhe kyon infinite loop me dal rahen hain??
Tum har raat mere khwabon mein aao,
Tum har raat mujhe yuunhi satao,
Melody khao khud jaan jao........
Door se dekha to kuchh dikha nahi......
Dooor se dekhaaa.. to kuchh dikha nahi....
Paas jake dekhaa to kuchh tha hi nahi
Dharti so rahi hai, Aasman so raha hai
Dharti so rahi hai,Aasman so raha hai
Nonsense! yeh sab kya ho raha hai?
Main hu yahan, tu hai wahan
Main hu yahan, tu hai wahan
Lifebouy hai jahan, tandurusti hai wahan
Jo wyakti dariya mein apni jahaaz chodne ko darta hai ke kahin toofan na bahade
usko,
use yeh bhi samajhna chahiye ke toofan zameen par bhi aa sakta hai.
Unki zulfoon pe pyaar aaya
Paas ja-kar dekha tho sardar paaya.
Duniya Se Jo Darre, Usse Kaayar Kehta Hain,
Duniya Jisse Darre, Usse Shaayar Kehte Hain,
Biwi Se Jo Darre, Usse Shohar Kehte Hain.
Hum aah bhi bharte hai to ho jate hai badnaam,
vho qatl bhi karte hai to charcha nahin hoti.
Tujhko dekhenge to sitare bhi Zia maangen ge,
Pyaase teri zulfon se ghataa maange ge,
Apne maathe se yun aanchal ko na sarkaa dena,
Varna buddhe bhi jawaani ki dua maange ge.
Aaj aasmaan mein taare aise chamak rahe hain
Aaj aasmaan mein taare aise chamak rahe hain.....
jaise kal chamak rahe they !!!
Maine tumhare yaadon mein ro ro ke tub bhar diya
Magar tum itney be-wafa nikle ki nahake chal diye
Kabhi kabhi mere dil mein khayal aata hai
kabhi kabhi mere dil mein khayal aata hai ...
ke kyon kabhi kabhi mere dil mein khayal aata hai??
Dharti so rahi hai, Aasman so raha hai
Dharti so rahi hai,Aasman so raha hai
Nonsense! yeh sab kya ho raha hai?
Accha hua ke tum bewafa nikle
Saale wafadaar to kutthe hote hain
Meri bezubaan aankhon se, gire hain chand katre
wo samajh sakhe to aansu, na samajh sakhe to paani!
ke marne ke baad bhi ankhe khuli reh gayee jo yaar ki,
aadat si jo pad gai thi unhe hamare intazar ki.
Humne kitni koshish ki unhe manane ki,
Na Jaane Kahan se seekh li unhone Yeh Ada Zidd pe utar jaane ki.
Hui hum se ye nadani, Kay teri mehfil mein aa baithe,
Ho kay zameen ki khakh, Aasman se dil laga baithe.
Jo Saaz Se Nikli Hai, Woh Sada Sab Ne Suni Hai,
Jo Saaz Pe Guzri Hai, Woh Kis Dil Ko Khabar Hai.
Satchaye Chup Nahi Sakti, Banawti Usulon Se,
Khushbu Aa Nahi Sakti, Kagaz Ke Phoolon Se.
Toot Jaate Hain Sabhi Rishte Magar
Dil Se Dil Ka Raabta Apni Jagah
Dil Ko Hai Tujh Se Na Milne Ka Yaqeen
Tujh Se Milne Ki Dua Apni Jagah
Dil Lagane Se Pehle Iski Sazaa Jaan Lo Yaaron,
Bhari Mehfil Mein Ye Dil Tod Diya Jata Hai,
Dard Ban Jaati Hai Phir Yaad Us Hassena Ki,
Jiski Chahat Mein Ye Dil Deewana Hota Hai.
Ek Naam Kya Likha Tera Saahil Ki Rait Par,
Phir Umar Bhar Hawa Se Meri Dushmani Rahi.
Aise likhne ka bhi kya fayda jo jhuta lage,
Aise rang ka bhi kya fayda jo fika lage,
Shayri woh hai jo dil se nikle, aur jise sunke,
Her dil mein thoda sa to dard jage....
zaalim tha voh aur zulm kii aadat bhi bahut thii
majaboor the hum un se muhabbat bhi bahut thii
wo mere dil ko kuchal ke chala gaya
anjane me muzko wo shayar bana gaya
baat karne mein jo mushkil ho tumhe mehfil mein
mai samajh jaoonga nazron se bataana mujh ko
vada utnaa hi karo jitana nibha sakte ho
Khwaab pura jo na ho woh na dikhana mujh ko
apne rishte ki nazaakat ka bharam rakh lena
main to aashiq hoon dewaana na bana mujh ko....
ai mere humnashiiN chal kahiiN aur chal
is chaman meiN ab apna guzaara nahiiN
baat hoti guloN tak to seh lete hum
ab to kaaNtoN pe bhi haq hamara nahiiN
humko mita sake ye zamane mein dam nahi
hamse zamana khud hai zamane se hum nahi
Samney hai jo use log bura kehte hain,
Jisko dekha hi nahi usko khuda kehtey hain !
chal padi hai kashtiyaan samandar door hai kinaraa
in maajoon se pooch lena kya haal hai hamara
ab hawaein kareingi roshiniyon ka faisla
jis diye main jaan hogi woh diya reh jayega
a kaash kahin aisa hota ki do dil hote seene main
ek toot bhi jaata ishq mein to taklif na hoti jeene mein.
Bechara Kuch Is Ada Sey Rukh Hi Badal Gaya
Ek Shaks Sarey Shehar Ko Veeran Kar Gaya
ye zamiiN roii aasmaan ke saath
jab Ramaayan jalii Quraan ke saath
be_zubaaN shakhs likh to saktaa hai
haath bhi kaaT do zabaan ke saath
pyar ek saahil hai toofano ke liye,
pyar aaina hai hai armano ke liye,
pyar ek mehfil hai anjano ke liye,
pyar ek khawaish hai apno pyar ko pane ke liye,
yeh pyar ek puja hai zindagi ke liye..
is puja ko yu ruswa na kiyiye khuda ke liye!!!
khudane insaan banaya, insaan ne pyar paya,
pachta rahe hai us alamse, jab shabnam ne nazara churaya,
tabse bhatak rahe hai log pyarmae, gali gali chahat ke mare,
bhul gaye hai voh ek galti, ab toa khuda bhi hare!!!
Gazal kehne wale lakh hai ashique hamare,
dikhwape nahi jaate hai sare,
patthar ko taj mahal kehte hai log,
par twin towers ki tarah tut jate hai aware
sambhalna har kadam par dost,
yeh ishq asaan nahi, bikhar jate hai sapne sare.
yaad dilna ne ki koshish mat karo yaad toh hame sab hain..
yaad toh unhe karte hai jo dur hote hai aap jaise dost toh hamare dil mein
rahate hai
Milte hai raahi bichadneke liye, yaadonse basti hai duniya,
Koi kisika dost nahi jehanmae, koi nahi kisiki dilruba,
jeete hai sab apni kismet se, jeena sikh lo akele is tarah,
shukriya karo khudaki is mehfilmae, gar mil jaye pal ke liye koi saath
mat rakho dilmay kise jiski nahi hai koi awaz
pachtaoge aap janab, kaam hi kaam hai meri bus aas.
Kaise keh de ki yeh dil deewana nahi hai,
Tanha hai magar awara nahi hai...
Awara ban ghum rahe hai net ki galiyomae,
unko dhundh rahe hai tanha tanha mehfilo mae,
nazar nahi aye hame voh kahi,
pagal hai mastane hai
kho gaye hai rang-raliyomae,
subah jab ankh khuli dekha toa humne,
pass hai voh, deewane the hum, jo dhundh rahe the unhe sitaro mae!
Tum Jo Kehdo To Aaj Ki Raat,
Chaand Dubega Nahin. Raat Ko Rok Lo.
Raat Hi Baaki Hai, Aur Zindagi Baaki To Nahin"
"Tere Bina Zindagi Se Koyi Shikwa To Nahin,
Tere Bina Zindagi Bhi Lekin, Zindagi To Nahin"
Dil Diya to, jaan bhi de dena,
Magar yeh yaad rakhna, Kisiko dhoka mat dena.
Tumhare pyaar me hamne bhohot chote khaye,
Jiska hisaab na hosake utne dard paye,
Phirbhi tere pyaar ki kasam khake kehtahu,
Hamare lab pe tumhare liye sirf pyaar aaye.
Geet hai, dhadkan hai,
Ya dilki pukar
yeh ishq badi jaalim cheez hai
kar lo khudse pyar,
shikva gila nahi phir bhi tere bina zindagi nahi
raat toa rukti nahi kabhi, mano kabhi na apni haar
Chot khaye huve hai vohi tair jate hai,
yaadein se sajti hai mehfil, verna zindagimae rakha hi kya hai?
Aansoon ko aankhon ki dehleez par laya na karo
Apne dil ki haalat kisi ko bataaya na karo
Log muth-thi bhar namak liye ghooma karte hain
Apne Zakham kisi ko dikhaaya na karo
Faasle Jism Ko To Dour Le Jaate Hain
Par Dilon Ke Shahar To Ujarte Nahi
Aankhon Se Aankhon Ka Rishta Tut Jaye Bhi To
Saath Dekhe Hue Khwab To Mit Te nahi
Mast Nazron se dekh lenaa tha
Agar tamanna thi aazmane ki Hum to behust youn hi ho jaate
Kya zaroorat thi muskurane ki
Teri aur meri nazar ka na kabhi bair ho
Lo raah main takra gaye, allah khair ho
Mujhe bhulna bhi chaho to bhula na sako ge
Main to palkon pe thahar jaoon ga, aaansoon ki tarah?
jaane jigar, dile bekhabar,
kya pata tuje isq kya cheez hai,
humee hai teri mehfil sajaye..
.kyon ho bekhar behal karke hame...
aapki awaz ab bhi gunj rahi hai fizaomae,
hum toa yuhi sanam dil de chuke aapko..
intezar hai game zindagimae,
fursat mile kabhi haal puchiye..
Shukra kar ke mile dil jigar darde yaar,
verna naseeb naa hota game bekhar ye pyar:-
subah hoti hai sham hoti hai raatki tanhaimae aapki yaad,
yuhi umra tamam hoti hai, kuch toa hai aap mae koi baat:-)
mood toa kuch aur hai dil ko thame baithe hai sanam...
kya kahe aapse, pyar karte aapko, aapki kasam..dard kya jano aap jisne ...
fursat mile toa dua itni kar...
teri yaadomae rahe hum har janam har pal...
vada hai hamara hamari manzil hai aapki rahomae,
sanam dekha hai pyar humne aapki nigahome, fursat mile kabhi toa dua itni kar ..
Haseen mehfil tumhari haseena ke saath khatma ho jaye...
baithe hai hum intezaar mae sambhalo, kayamat naa aa jaye...
raaz na ayegi duniya hame, manzil ka na hai koi theekana...
phir kyu chale hai bebas hoke, age pata nahi kya ho phasana....
Hamay to ab bhi woh guzra zamana yaad aata hai,
Tumhay bhi kya kabhi koi deewana yaad aata hai !
Hawain tez thi,
baarish bhi thi,
toofan bhi tha,
lekin,
Tera aisay mein bhi vaada nibhana yaad aata hai !
Ghatain kitni dekhi hain par mujhay `Israr',
Kisi ka rukh par woh zulfain giraana yaad aata hai
Hamay to ab bhi woh guzra zamana yaad aata hai,
Tumhay bhi kya kabhi koi deewana yaad aata hai
kya kahe aapko hum? khud nahi samaj pa rahe,
kaise bitaye har pal, dar hai kahi hum bichad na jaye,
mulakat ka vada manzoor hai hame,
doa boond ansuome, khushi bhi aap laye,
binti karte hai aapse, kabhi na kho jana sanam,
saath chalenge yehan, hamari hai kasam
yeh pyar hai samaj na lena sanam..
phir bhi ikrar karte hai...aapki kasam
aage jo nikalte hai moodke nahi dekhte,
kasam chahe lakh koi de,irade nahi badalte,
ishq badi jalim cheez hai, har sham hasin lage,
lage jaise koi sanam, kareeb ane lage,
dur hi sahi, mere hai ye pal,jee rahe yadomein,
kalki kise khabar
khuda jane kyon par voh dilmein samaye hai,
na dekha unhe na jana par voh ab na paraye hai,
chalna hai saath manzil malum nahi,
dilki pukar hai, yehin hai voh kanin
Dil ki galio me koi gum na ho,
Hamari ye dosti kabhi kum na ho,
Bus ye hi hai dua ki tum khus raho,
Kya pata hum agar kal ho na ho.
Tum Itne Khubsurat Ho, Tum Se Bahar Bhi Sarminda Hai,
Kabhi Bhul Se Bhi Kabristan Mat Chale Jana
Warna Murde Kahe Uthange, Abhi Hum Bhi Jinda Hai...
Zindagi Jaise Ek Saza Si Ho Gayi Hai, Gam Ke Sagar Me Is Kadar
Kho Gayi Ho Tum, Aajao Wapis Yeh Gujarish Hai Meri,
.....Shayad Mujhe Tumhari Aadat Si Ho Gayi Hai.
..GUL KO GULSHAN MUBARAK ..SHAYER KO SHAYARI MUBARAK
..CHAND KO CHANDANI MUBARAK .ASHIK KO APANI MEHBOOBA MUBARAK
HAMARI AUR SE APKO... NAYI SUBAH MUBARAK.
KHUDA KI IBAADAT ME JAB BHI YE HAATH UTHAYE,
YEHI DUA MAANGI-HAR KHUSHI TUMHE MIL JAAYE........,
MERI ZINDAGI SE TUM JEEYO,
TUMHARI MAUT SE HUM MAR JAAYE.
KHAYALO KO KISI AAHAT KI AAS REHTI HAI,
NIGAH KO KISI SURAT KI PYAS RAHTI HAI,
TERE BIN KISI CHEEZ KI KAMI TO NAHI,
MAGAR TERE 'SMS BIN' TABIYAT UDAAS RAHTI HAI.
IS DIL SE TERI YAAD BHULAI NAHI JATI,
YEH PYAR KI DAULAT HAI LUTAI NAHI JATI,
MAR MAR KE BANAI HAI JO TASVEER TERI,
APNE IN HATHON SE MITAI NAHI JATI.
PEENE KI ADAT PILANE KI AADAT, NAJRON SE NAINE MILANE KI AADAT,
NAINE MILAYE BHI TAU KAISE, UNHE HAI NAINE JHUKANE KI AADAT.
DIL JISE CHAHATA USSE KAH NAHI PATA, NAZAREIN DHOONTI JISE
WOH MIL NAHI PAATI, USHI KE LIYE MUJHE MARNA NAHI AATA,
USKE BINA MUJHE JEENA NEHI AATA.....
WOH RUTHE IS KADAR KI MANAYA NA GAYA, DUR ITNE HO GAYE KI
PAAS BULAYA NA GAYA, DIL TO DIL THA SAMUNDAR KA SAHIL NAHIN,
LIKH DIYA NAAM TO PHIR MITAYA NA GAYA.
DARD KO BHI AB DARD HONE LAGA, DARD KHUDI GHAV BHARNE LAGA,
DARD KE MARE HUM NA ROYE KABHI, DARD KHUD HUMKO CHHU KAR RONE LAGA.
SAPNO KI TARAH AAKAR CHALE GAYE, APNO KO BHULAKAR CHALE GAYE,
KIS BHUL KI SAJA DI AAPNE HAME, PEHLE HASAYA FIR RULAKAR CHALE GAYE.
BHOOL SE AGAR KOI BHOOL HUI TO BHOOL SAMAJ KE USEY BHOOL JANA,
AREY BHOOLNA SIRF BHOOL KO, BHOOLKAR BHI HAME NA BHOOL JANA.
UNKI TASVIRO KO SEENE SE LAGA LETE HAI, IS TARAH JUDAI KA GAM
MITA DETE HAI, KISI TARA KABHI UNKA ZIKR HO JAYE TO,
BHEEGI PALKO KO JUKA LETE HAI.
HAR EK MUSKURAHAT MUSKAN NAHI HOTI, NAFRAT HO YA MOHABAT ASAN NAHI HOTI,
ASU GAM KE AUR KHUSHI KE EK JAISE HOTE HAI, INKI PEHCHAN ASAN NAHI HOTI.
KADAM KADAM PE HAWAO SE TALUK RAKHNA, DOSTI KE DOR PE DOSTI KA ASRA
RAKHNA, HAMARI YADON KI KHUSHBU ZARUR AYEGI, BUS AP APNA MOBILE ON RAKHNA.
ROSHNI DEKAR DOOB JANA KOI SURAJ SE SIKHE, DIL DEKAR DARD LENA
KOI HAMSE SIKHE, SMS LEKAR REPLY NA DENA KOI AAP SE SIKHE.
APKO ASHIRWAD MILE BADO SE, KHUSIAN MILE JAG SE,
PYAR MILE SAB SE, DAULAT MILE RAB SE, YAHI DUA IS DOST KI DIL SE...
CHAND KE LIYE SITARE ANEK HAI, LEKIN SITARO KE LIYE CHAND EK HAI,
AAP KE LIYE DOST HAZAR HONGE LEKIN, HAMARE LIYE AAP EK HAI!!
KHUDA NE SANSAR BANAYA AUR SO GAYA, USNE INSAN BANA AUR SO GAYA,
USNE LADKI BANAI, NA KHUD SOYA NA DUNIYA KO SONE DIYA.
KYA KAHU KISE KAHU, KYA DOSH DU TAKDIR KO,
MERA NASIB MEIN TO YEA BHI NAHI, KE DEKHU APKI TASVIR KO....
MAANA KI AAJ HAMARE SAATH KOI DILDAAR NAHIN,
LEKIN YE MAT SAMAJHNA KI HAMEIN KISI SE PYAR NAHIN,
KISMAT NE SAB KUCHH DIYA HAMEN,
SIRF DIYA HAMARA WOH YAAR NAHIN.
CHEEZ BEWAFAI SE BADKAR KYA HOGI, GUME HALAT JUDAI SE BADKAR KYA HOGI,
JISE DENI HO SAZA UMARBHAR KE LIYE, SAZA TANHAI SE BADKAR KYA HOGI.
DIYE SE ROSHAN RAHE AAPKA GHAR DWAR,
KHUSIYA AAYE JIVAN MEIN BAR BAR,
SAFALTA HAR DUM KARE AAPKA INTEZAR,
DIWALI KI SUBH KAMNAO KE SATH DHER SAARA PYAR.
CHAHA TO JINDAGI SE BAHUT KUCH, MAGAR TUJHE PANE KI EK PYAS SI REH GAYI,
CHAH KAR BHI TUJHE PA NA SAKE HUM, BUS AB TERI MEETHI SI YAAD REH GAYI.
AAKHEN KHOLU TO CHERA TUMARA HO, BAND KARU TO SAPNE TUMHARA HO,
MAR BHI JAU TO KOI GAM NAHI, AGAR KAFAN KE BADLE ACHAL TUMHARA HO.
KAASH HUM BHI AAINA KA EK TUKRA HOTE,
DIN MEIN EK BAAR TO TERE SAAMNE HOTE
KABHI KABHI EN AAKHON MEIN NAMI SI HOTI HAI,
KABHI KABHI EN HOTON PE HASI SI HOTI HAI,
AY MERE DOST........TUJSE MERI ZINDAGI, ZINDAGI SI HOYI HAI...!
"BAS NAZARON SE DEKH LIYA HOTA, AGAR TAMANA THI AAZMANE KI,
HUM BEHOSH YUN HI HO JAATE, KYA ZAROORAT THI MUSKURANE KI..."
FAASLE ITNE BHI HONGE, SOCHA NA THA,
SAMNE BAITHA HUA, PHIR BHI WO MERA NA THA.
KISMAT KISMAT KI BAAT HAIN, AAJ DIN TO KAL KAALI RAAT HAIN,
KABHI DHOOP TO KABHI BARSAAT HAIN, YEH MSG KA SILSALA CHALTA RAHEGA,
JAB TAK FREE SMS KA SAATH HAI.
FOOL KHILTE HAI, BAHARO KA SAMA HOTA HAI, DOSTI KI BATEIN
PHONE PAR NAHI KARTE, YEH FASANA TO SMS SE HI BAYA HOTA HAI.
HASRATON KI NIGAHOON PE SAKTH PEHRA HAI,
JAANE KIS UMEED PE DIL THEHRA HAI, TERI CHAHATON KI KASAM AE DOST,
APNI DOSTI KA RISHTA PYAR SE BAHUT GEHRA HAI...
EK HI DUNIYA MEIN REHETE HAIN, PAR MIL NAHI PATTE HAIN, AAPSE TO AAPKE
KHWAAB HI ACHE HAIN, JO AANKH BANDH KARTE HI CHALE AATE HAIN *
ZINDAGI JAISE EK SAZA SI HO GAYI HAI, GAM KE SAGAR ME
IS KADAR KHO GAYI HO TUM, KAR DO EK SMS YEH GUJARISH HAI MERI...
SHAYAD MUJHE TUMARI AADAT SI PAR GAYI HAI!
CHAND SE PYARI CHANDNI, CHANDNI SE PYARI RAAT,
RAAT SE PYARI ZINDAGI, ZINDAGI SE PYARI...'AAP'
KITNA BEBAS HAI INSAAN APNI KISMAT KE AAGE,
KITNA BE-NOOR HAI SAPNE HAKEEQAT KE AAGE,
KOI RUKI SI DHADKAN SE POOCHE,
KITNA TADAPTA HAI DIL MUHOBBAT KE AAGE.
U TO HUM KISI KA PICHA NAHI KARTE, DARDE DIL LIYA OR DIYA NAHI KARTE,
ITEFAAQ KI BAAT HAI, YE DOSTI AAP SE HAI,
VARNA ITNI KIMATI CHEEZ KISI KO DIYA NAHI KARTE.
PYAR KYA HOTA HAI, PYAR KYUN HOTA HAI,
KYA PYAR KABHI PURA HOTA HAI, JISKA PAHALA AKSHAR HI ADHURA HOTA HAI.
AAKHON KI ZUBAN WOH SAMAJH NAHI PATE,
HOTH MAGAR KUCH KEH NAHI PATE,
APNI BEBASI KIS TAREH KAHE? KOI HAI JISKE BINA HUM REH NAHI PATE! WAH WAH
MOHABBAT 1 BAAR HO JAYE TO BHOLAPAN HAI. DUJI BAAR KI JAYE
TO APNAPAN HAI, TEEJI BAAR KI JAYE TO DEEWANAPAN HAI,
YADI AB BHI BAZ NA AAO TO KAMEENAPAN HAI!!
ISHQ ME DIL KA TAMASHA DEKHA NAHI JATA, HUMSE TUTA HUA SHISHA
DEKHA NAHI JATA, APNE HISSE KI KHUSHIYA BHI TUJHE DE DUN,
TERA UTRA HUA CHERA DEKHA NAHI JATA!
TANHAIYON SE NAHI HUM MEHFIL SE DARTE HAI, DUNIYA SE NAHI
HUM KHUD SE DARTE HAI, YUN TO BOHOT KUCH KHOYA HAI HUMNE,
NA JANE KYON TUJHE KHONE SE DARTE HAI...
DIL USKE INTEZAR ME DHADAKTA HAI, ANKHO ME PYAR HI PYAR JHALAKTA HAI,
SHAYAD WO SAMAJH LE DIL KI BAT, YEHI SOCH KAR INTEZAR KARTE REHTA HAI!!
ANKHON PE ASUON KI LAKIR BAN GAI, KABHI NA SOCHA THA
ASI TAKDIR BAN GAI, HAMNE TO YUNHI RET MEIN UNGLIYA PHIRAI,
GOR SE DEKHA TO TERI TASVIR BAN GAI.
MUJHE MIL JATI SAPNO KI SHEZADI, AGAR MUSHARAF KI BETI SE HOTI SHADI...
HOTA KASHMIR KI PROBLEM KA NIDAN, KYOKI DAHEJ MEIN MILTA PAKISTAN!
MOHABAT SIKHA KAR JUDA HO GAYE, NA SOCHA NA SAMJHA KHAFA HO GAYE,
DUNIYA MEIN KISKO HUM APNA KAHE, AGAR TUM HI BEWAFA HO GAYE.
ARZ KIYA HAI: ZAMANE KE DARR SE TERI TASVEER TOILET MEIN CHUPA RAKHI HAI,
BAR BAR DEEDAR HO IS LIYE JULAB KI GOLI KHA RAKHI HAI...
TUMHE CHAHNE WALE KAM NA HONGE,
WAQT KE SATH SHAYAD HUM NA HONGE,
CHAHE KISI KO KITNA BHI TUM PYAAR DENA,
LEKIN TUMHARI YAADON KE HAKDAAR SIRF HUM HONGE.
NA PHOOLO MEY NA BAHAR MEY, NA BOOTLE MEY NA GLASS MEY, NA BIKE PE NA CAR MEY,
NA PEACE MEY NA WAR MEY, AB TO HAMARE DIN GUZARTE HAI AAPKE SMS KE INTEZAAR ME.
YAARO YE DUNIYA HAI BEDARDO KI, YAHA HAR RAZ CHUPANA PADTA HAI,
DIL ME HAI LAKHO ZAKHAM FIR BHI MEHFIL MEIN TO MUSKURANA PADTA HAI......
ARZ HAI. DARD KA RISHTA HAI HAMARA, ISHQ HAMARA NASIB NAHI,
HUME APKI CHAHAT MILE, ETNE HUM KHUS NASIB NAHI.
AAJ DIDAR, KAL YAAR, PARSO PYAR, PHIR INTZAR, PHIR TAKRAR, PHIR DARAR,
SARI MEHNAT BEKAR AUR AAKHIR MAIN EK AUR DEVDAS AT BEER BAR!
AANKHON MEIN KHUSHI, LABON PAR HANSI, GAM KAA KAHIN NAAM NA HO,
AAPKO JAHAAN KI SAARI KHUSHIYAN MILE, IN KHUSHIYON KI KABHI SHAAM NA HO..
BOTAL CHHUPA DO KAFAN MEIN MERE... SHAMSHAN MEIN PIYA KARUNGA... JAB
MANGEGA HISAAB KHUDA TO, PEG BANA KE DIYA KARUNGA.
NA CHAHO UNKO ITNA, KI CHAHAT TUMHARI KAMJORI HO JAYE,
PAR KUCHH AISA KARO, KE TUMHARA PYAAR UNKE LIYE JAROORI HO JAYE.
KISI KO MOHABBAT KI SACHAI MAR DALEGI, KISIKO MOHABBAT KI GAHRAI MAR DALEGI,
KAR KE MOHABBAT KOI NAHI BACHEGA, JO BACH GAYA USE TANHAI MAR DALEGI.
MAUT PE BHI YAKEEN HAI, TUM PE BHI ETBAAR HAI,
DEKHEN PEHLE KAUN AATA HAI, HUME TO DONO KA INTAZAR HAI.
NA KOI HAI NA KOI THA, IS DIL MEI TUMHARE SIVA,
TUM DENA SATH MERA, OH HUM NAWAB.
HUMNE SOCHA SHAYAD HAMI CHAHTE HAI UNKO.. PAR UNKO CHAHNE WALON KA TO
KAFILA NIKLA, DIL NE KAHA SHIKAYAT KAR KHUDA SE,
PAR VO KHUDA BHI UNKO CHAHNE WALA NIKLA.
KATON KO CHUBNA SIKHAYA NAHI JATA, PHULON KO KHILNA SIKHAYA NAHI JATA,
KOI BAN JATA HAI KHUD HI APNA, KISI KO APNA BANAYA NAHI JATA!
ZINDAGI NAHI HAI HAMEIN DOSTOON SE PYAARI.. DOSTO PE HAAZIR HAI
JAAN HAMARI.. AANKHON MEIN HAMARI ANSOO HAI TO KYA...
JAAN SE BHI PYAARI HAI DOST MUSKAN TUMHARI...
NIND AYI TO KHWAB AYE, KHWAB AYE TO WOH AYE,
ISI KHASHMAKASH MAIN RAAT GUZAR GAYI, NA TO NIND AYI, NA TO WO AYE.
DOSTI KARO COLLEGWALI SE, PYAR KARO OFFICEWALI SE, PROGRAME KARO PADOSWALI
SE, ANKH LADAO SALI SE, LOVE KARO DIL WALI SE, AUR MAR KHAO GARWALI SE.
KHUDA NE JAB TUMHE BANAYA HOGA, EK SURUR SA USKE DIL PE CHAYA HOGA,
PEHLE SOCHA HOGA KI JANAT MEIN RAKHUN, PHIR ZOO KA KHAYAL AAYA HOGA !!
SAPNO KI TARAH AAKAR CHALE GAYE, APNO KO BHULAKAR CHALE GAYE,
KIS BHUL KI SAJA DI AAPNE HAME, PEHLE HASAYA FIR RULAKAR CHALE GAYE.
GHAM NE HASNE NA DIYA.. ZAMANE NE RONE NA DIYA,
IS ULJAN NE CHAIN SE JINE NA DIYA, THAK KE JAB SITARO SE PANAH LEE,
NIND AYE TO TERI YAAD NE SONE NA DIYA.
DOSTI HOTI HAI DILAY RAAZ BATANE K LIYE, HUM APNI HASI MITADE
AAPKO HASANE K LIYE, MILNE KI TO AAPKO FURSAT HI NAHI,
TO HUM SMS KARTE HAI AAPNI YAAD DILANE K LIYE.
U TO REHANE KO AAP HAR AAKH KE TARE RAHIYE,
PAR BAHARHAAL AAP HAMARE RAHIYE.
TERE MERA PYAR SANAM, WADA HAI KABI HOGA NA KUM,
BANKE DHADKAN TU MERI, JANAM BASE DILME MERE.
CHANDNI RAAT MEIN TAARE TIMTIMATE HAI, AISE HASEEN LAMHE ME HI DOST YAAD
AATE HAI, DOSTI KE FASANE SMS SE NAHIN, PAR RUBARU BAYAAN KIYE JATE HAI.
DIL KI DHADKAN KO DIKHAYA NAHI JAATA,
MOHABBAT ME LAGI AAG KO BUJHAYA NAHI JATA,
LAAKH JUDAII HO PYAR MEIN,
PHIR BHI ZINDAGI KA PEHLA PYAR, BHULAYA NAHI JATA.
USKO CHAHA BHI TO IZHAR KARNA NA AAYA, KAT GAYI UMAR SARI
HAMEIN PYAR KARNA NA AAYA, USNE MANGA BHI AGAR KUCH TO, JUDAAI MAANGI,
AUR HUMEIN INKAR BHI KARNA NA AAYA.
PYAAR KE JAAM KO AISE NA PIYO KI AADHA PIYA OR AADHA CHOD DIYA, YAARON
YEH PYAAR HAI, PYAAR NAHI KOI VIM BAR JO THODA SA LAGAYA OR BAS HO GAYA.
TAMAM UMAR JINDGI SE DOOR RAHE, TERI KHUSI KE LIYE APNI KHUSI SE DOOR RAHE.
AB ISSE BADKAR WAFA KI SAJA KYA HOGI, KI TERE HOKER BHI TUJSE DOOR RAHE.
DARU SE NASHA BADTA HAI, NASHE SE JUNUN, JUNUN SE MEHNAT, MEHNAT SE
PAISA, PAISE SE IZZAT, ISLIYE IZZAT PANE KE LIYE DARU JARORI HAI.
CHAM CHAM KARTE HUE AI THI, CHAM CHAM KARTE HUE CHALI GAI..
MAI SINDUR LEKE KHADA THA, WO RAKHI BANDH KE CHALI GAI.....!!
SAFED SARI PAR JAB TUM LAL BINDI LAGITI HO, KHUDA KASAM AMBULANCE NAZAR ATI
HO, FARAK YE HAI KI WOH GHAYAL KO LE JATI HAI AUR TUM GHAYAL KAR JATI HO.
GAM NA KARO MAUT KA, JO HAR KISI KO AATI HAI..
GAM KARNA HAI TO KARO KHUSHI KA, JO PAL BHAR MEIN CHALI JAATI HAI....
FIZA PAR TO ASAR HAWAO KA HOTA HAI.. MOHHABAT PAR TO ASAR
ADAO KA HOTA HAI.. KOI AISE HI KISI KA DEEWANA NAHI HOTA,
KUCH KUSOOR TO NIGAHON KA HOTA HAI...
KASH KHUDA NE HUME EK KITAAB BANAYA HOTA AUR USSE PADANE KE LIYE SIRF
TUME BANAYA HOTA, AAP PADHTE-2 SO JATE, ISI BAHANE HUME GALE TO LAGAYA HOTA.
SOCHA NAA THA HUM DUR HO JAYENGE, DOSTI MEIN ITNA MAJBOOR HO JAYENGE,
AAYEGI JO AAPKI YAAD KABHI, AAPSE HI NAA KEH PAYENGE.
UNE CHAHNA HAMARI KAMZORI HAI, UNHE KEH NA PANA HAMARI MAJBURI HAI, VO
KYO NAHI SAMAJTE HAMARI KHAMOSHI KO, KYA PYAR KA IZHAR KARNA ZARURI HAI.
TU CHAHE NA CHAHE, TERE CHAHNE KA GAM NAHI, TU DEKHE NA DEKHE, TERE DEKHNE
KA GAM NAHI, MANA TERE PYAR KE KABIL NAHI HAI HUM, KADR POOCH UNSE JINHE HUM
HAASIL NAHI.
KAL TANHA RAAT ME APKI YAD AYI, TANHAI MITANE KE LIYE HUMNE CIGARATE
SULGAI, NA JANE KAISE QOYAMAT HO GAYI, KI DHOOE NA BHI APKI TASVEER BANAI
AAHAT SI KOI AYE TO LAGTA HE KE TUM HO, HAVA KOI LEHRAYE
TO LAGTA HE KE TUM HO, AB TUMHI BATAO, KYA TUM KISI "BHOOT" SE KAM HO!
RAAT HUI JAB SHAM KE BAAD, TERI YAAD AYI HAR BAT KE BAAD,
HUMNE KHAMOSH REHEKAR BHI DEKHA, TERI AAWAZ AYI HAR SAANS KE BAAD.
AMIRI KE KHWAB DEKHNE LAGA, ANGREJI SHARAB CHAKHNE LAGA,
BAAP NE KABHI PAGER NAHI DEKHA AUR BETA MOBILE RAKHNE LAGA!!!
JO HUMSE MILTE HAIN, HUM UNHE DIL SE MILTE HAI, VERNA HUM TO WOH
SHAKHS HAIN JO.. - ..KHWABON MEIN BHI BADI MUSHKIL SE MILTE HAIN..
MAHEK MOHABBAT KI KAM NAHI HOTI,
MOHABBAT SE BHI ZINDAGI KAM NAHI HOTI,
SAATH ZINDAGI MAIN DOSTI KA AGAR HO,
TOH ZINDAGI 'JANNAT' SE KAM NAHI HOTI.
RAM YUG ME DOODH MILA, KRISHNA YUG E GHEE,
APNE YUG ME DARU MILA 2 KHUB DABA KE PEE..... CHEERS
AE BAARISH ZARA THAM KE BARAS,
JAB MERA YAAR AA JAYE TO JUM KE BARAS,
PEHLE NA BARAS KI WOH AA NA SAKE,
PHIR ITNA BARAS KI WOH JA NA SAKE.
PYAR KIYA, PYAR KA AITBAR KIYA, PYAR KA IZHAR KIYA,
DIN RAAT UNKA DEEDAR KIYA,
JAB DIL PAR ZOR NA CHALA TO SAB KUCH UNPAR WAAR DIYA.
Raat hogi to chand bhi duhai dega,
Khawabon main tumhe wohchehra dikhayee dega,
Ye mohabbat hai zara soch ke karna,
Ek ansu bhi gira to sunai dega.
Dared dil sehna aasaan nahi hota,
Kimti cheez ke har koi kaabil nahi hota,
Yeh to rab ke meherbaani hai warna,
Tum jaise popat ke paas mobile nahi hota.
Sabhi phool khusbudaar nahi hote,
Sabhi pathar chamakdaar nahi hote.
Aye dost dosti dekhkar karna,
Sabhi dost wafadaar nahi hote.
Yaad karne ke liye koi cheez chaiye,
Aap nahi to aapki tasvir chaiye.
Par tasvir aapki hamara dil behla na sakegi,
Kyonki yeh aapki tarah muskura na payegi.
Kaun jaane kab maut ka paigam aa jaye,
Zindagi ki aakhri shaam aa jaye,
Hum to dhoondte hai waqt aisa jab,
Humari zindagi aapke kuch kaam aa jaye.
Usko kya saza doo, jisne mohabbat main hamara dil tod diya,
Gunah to hune kiya, jo uski baton ko mohhabat ka rang diya.
Palbhar mein tut jaye who kasam nahi,
Dosti ko bhool jaye who hum nahi.
Tum bewafa bano is baat mein dum nahi,
Kyunki humari wafa bhi kuch kam nahi.
Dil ki galion mein koi gham na ho,
Hamari yeh dosti kabhi kam na ho.
Bas yeh hai dua kit um khush raho,
Kya pata hum agar kal ho na ho.
Hasna hamara kisi ko gawara nahi hota,
Har musafir zindagi ka sahara nahi hota.
Milte hai bahut se log is tanha zindagi main,
Par koi tumsa pyara nahi hota.
Zindagi tuj bin ulfat si lagti hai,
Ek pal ki judai muddat si lagti hai.
Pehele nahi socha tha, Ab sochne lage hai hum,
Ki har lamhe mein teri zaroorat mahsus hone lagi hai.
Jaani rishni chand se hoti hai sitaro se nahi,
Jaani rishni chand se hoti hai sitaro se nahi,
Tumahare cell me light hamare SMS se hoti hai battery se nahi.
Mann mein humesha,
Ek shor ho raha hai.
Bima sms dil bore ho raha hai,
Kahi aisa to nahi,
Ki ek dost mujhse door ho raha hai??
Mila ke nazar se nazar loot lenge,
Ye bewafa jalwe jigar loot lenge,
Hasino pe hargiz bharosa na karna.
Khuda ki kasam ghar ke ghar loot lengi.
Kisne kaha judai hogi,
Kisi gair ne yeh khabar udayee hogi,
Bade shaan se rahenge hum tumahare dil mein.
Itne dino mein kuch to jagah banai hogi.
Nasha hum karte hai, ilzam sharab ko diya jata hai,
Par isme kusoor sharab ka nahi.
Unka hai jinka chehra hamein har, jam main nazar aata hai.
Sitam karo ya na karo, hum gila nahi karte.
Virano mein kabhi phool khila nahi karte,
Magar itna yaad rakhna
Hum jaise dost baar baar mila nahi karte.
Log milte hai bichad jaate hai,
Sirf dil ke taar ched jaate hai.
Yu to lete hai hum hazaro naam,
Par kuch aap jaise log dil mein utar jaate hai.
Na koi kisi ke paas hota hai,
Na koi kisi se door hota hai,
Pyar khud chal kar aata hai
jab koi kisi ka naseeb hota hai.
Mera dil jigar liver ho tum,
Waqt ? bewaqt aye who fever ho tum.
Doob kar jisme kho jau who river ho tum,
Jeevan mein ab to friend forever ho tum.
Kafan na dalo mere chehre pe,
Mujhe aadat hai muskurane ki,
Na dafnao meri laash ko,
Mujhe abhi bhi aas hai uske aane ki.
Hamare SMS karne se ek baat to hai ki hum aapko yaad to karte hai,
Beshak phone na milaye par chand lamhe ap par barbaad to karte hai.
Hichkiyon se ek baat ka ehsaas to hota hai,
Ki shayad koi hume yaad to karta hai.
Milne na aaye to kya hum par chand lamhe to barbaad to karta hai.
Koi wada nahi fir bhi tera intzaar hai,
Judai ke bawjood bhi tujhse pyar hai.
Tere chehre ki udasi de rahi hai wahi,
Mujhse bichad ke tub hi bekrar hai.
Badal jo chaye tum yaad aaye,
Bearish ki boono mein tum yaad aaye,
Are ab to mera chata lauta do.
Chand mein dekha to aap dikhe.
Badal mein dekha to aap dikhe.
Taro mein dekha to aap dikhe.
Yaar thoda side mein ho jao to kuch aur bhi dikhe.
Jaanta hu ke bewafa hain who,
Fir bhi dil ke haatho fareb khata hu.
Roz kehta hu ki bhool jaaunga usko,
Roz isi baat ko bhool jaata hu.
Raat hue jab sham ke baad,
Teri yaad aayi har baat ke baad.
Humne khaamosh rehkar bhi dekha,
Teri aawaz aayi har saans ke baad.
Khuda aap jaisa dost koi aur na banaye.
Ek hi anmol cheez jo hamare paas hai,
Who bhi kahin common na ho jaye.
Mil jaye koi naya to hume na bhoola dena,
Koi rulaye tumhe to hume yaad kar lena.
Dost hai tumahare,
Khushi na sahi to ghum hi baant lena.
Tadap ke dekho chahat mein,
To pata chale pyar kya hota hai.
Mil jaye har koi yuhi raho mein,
To kaise pata chale ki intezaar kya hota hai.
Tute hue pyalon mein jaam nahi aata,
Ishq ke mariz ko aaram nahi aata.
Dil todne wale ye kyu nahi samajhte,
Ki tuta hua dil kisi ke kaam nahi aata.
Chand adhura hai sitaro ke bina,
Gulshan adhura hai baharon ke bina.
Samundar adhura hai kinaro ke bina,
Jeena adhura hai tum jaise yaaron ke bina.
Shabnam se kya phool khile jab tak ki barsaat na ho,
Sms kya dil bare jab tak ki baat na ho.
Mast nazaron se dekh lana tha,
Agar tamanna thi aazmaane ki.
Hum to behosh yu hi ho jaate,
Kya zaroorat thi muskurane ki.
Jaane who kaisi hogi, Shayad who aisi hogi. Ya phir who waisi hogi,
Jayada mat soch, tere sapno ki rani bilkul JASSI jaisi hogi.
Hum kabhi aap se khafa ho nahi sakte,
Pyar ke rishte bewafa ho nahi sakte.
Aap bhale hume bhulake so jao,
Hum aap ko yaad kiye bina so bhi nahi sakte.
Khuda ki ibaadat mein jab bhi haath uthaye yehi dua maangi,
Ki har khushi tumhe mil jaye.
Meri zindagi se tum jiyo,
Tumhari maut se hum mar jaye.
Vo humare nahi to kya gam hai,
Hum to unhi ke hai ye kya kam hai.
Na gam kam hai na aasu kam hai,
Dekhte hai rulane wale mein kitna dum hai.
Pyar mein kabhi kabhi yeh hota hai,
Aankhein num aur dil rota hai.
Hum jise maante hain manzil apni,
Uska humsafar koi aur hota hai.
Gumah karke saza se darte hai,
Jeher pi ke dava se darte hai.
Dushmano ke sitam ka khof nahi,
Hum to dosto ki vafa se darte hai.
Kalam uthaya hai par lafz nahi milta,
Jisko dhoond rahe hai who shuks nahi milta.
Firte hai who zamane ki talash mein,
Bas humare liye unhe waqt nahi milta.
Do pal ki bhi khushi na mili to kya,
Hum umar bhar gam ke sahare ji lenge.
Kya hua jo humari girl friend nahi,
Hum aapki girl friend ke sahare ji lenge.
Hum tere dil mein rahenge ek yaad banker,
Tere lub pe khilenge ek muskaan banker.
Kahi hume apno se juda mat samajhna,
Hum tere saath challenge jaan banker.
Sukhe patte se pyar kar lenge,
Hum tumahara aitbaar kar lenge.
Tum yeh to kaho hum tumahare hai,
Hum jindagi bhar intezaar kar lenge.
Aap kya jaano hum kitna yaad karte hai,
Har pal yeh fariyad karte hai.
Roz khat likhte hai cartoon network ko,
Aapko dikhane ki maang karte hai.
Ek din humare aanson hum se poch bhaite,
Hume roj roj kyon bulate ho?
Humne kaha hum yaad unhe karte hain,
Tum kyon chale aate ho.
Pyaar karo kisi ek ko, Dil do kisi nek ko
Insaan wahi jo samjhe pyaar ki sake ko
To jab tak woh insaan na mile
Try karte raho har ek ko!!!!!!!!!!!!!!!
Kaash dil ki awaaz main itna asar ho jaaye
Hum jinhein yaad karein unhe khabar ho jaaye
Humne socha shayad hum hi chahte hai aapko
Par aapko chahne waalon ka to kaafila nikla
Dil ne kaha shikayat kar khuda se
Par woh khuda bhi aapko chahne waala nikla!!!!!!
Sabne kaha ishq dard hai
Humne kaha dard kubool hai
Sabne kaha is dard ke saath jee nahin paaoge
Humne kaha is dard ke saath marna kubool hai!!!!!!
Saanse?. In hawaon me jo chupi hai? Pyar, mohabbat, ishq, dosti, nazare, ushare,
izhar, khwab, khafa, khud ke pyar??? jane aise kitne khushbuein in hawaon me kho
gaye hai.. kabhi pehchana apne sason ko!!!
mohabbat ka iqraar to usse kar diya
magar jeene ki raah na mili,
usse itni mohabbat ki
ke kisi aur se mohabbat karne ki firsat na mili.
Hum aapki yaad mein udaas hain,
Bas aapse milne ki aas hai,
Chahe dost kitne hi kiyun na ho,
Apne liye to bas aap hi khaas hain
jaan meri jaan logi ya mera dil logi
ye to batao set hone mein kitna time logi
Ishq cheez hi aisi hai, daman chudaya nahi jaata
Doob gaye hain pyaar mein itna, kuch chupaya nahi jaata
Izhaar to karna chahte hain, par mohabbat jatayii nahi jaati
Doori itni hai beech humare, ki chahat dikhayii nahi jaati
dabbe pe dabba dabbe pe khargosh
budeh ne ankh mari budhi behosh
Tum na mano yeh hakikat hai,
Dosto insaan ki zaroorat hai,
Kisi din aao hamari mehfil mein,
Jaan jaoge zindagi kitni khubsurat hai.
Who ruthe humse hum manane chale,
Manana nahi aata yehbhul he gaye.
Manana humne kabhi sikha he nahi,
Kya kare humse yu pehle koi rutha he nahi.
Har saal aata hai har saal jaat hai,
Is saal aapko who khushi mile jo aapka dil chahta hai.
2004 aapke jivan mein 4 chand lagaye. Happy New Year.
Fir aasuo ke kuch fasane nikle,
Maikhane se sharab ke peimane nikle.
Jo dil ka haal hamara samajh hi nap aye,
Kyu usko hum apna zakhm dikhane nikle.
Dil ke rishtey bhi ajeeb hote hain,
Door reh kar bhi kareeb hote hai.
Jo log aapko roz dekhte hai,
Vo log kitne khush naseeb hote hai.
Mandir mein jaap karta hoon,
Masjid mein adaab karta hoon,
Insaan se kahin bhagwan na ban jaun isliye roz tujhko SMS karke paap karta hoon.
Phulon se khoobsurat koi nahi.
Sagar se gahara koi nahi.
Aab aapki kya tarif karu...
Dost me aap jaisa...
Nalayak koi nahi!
Chand par kaali ghata chaati to hogi,
Seetaron ko muskurahat aati to hogi.
Tum lakh chupao dunia se magar,
Akele main hamari yaad to aati hogi.
Badi muddat se chaha hai tujhe,
Badi duaon se paya hai tujhe.
Tujhe bhulane ki sochu bhi to kaise,
Kismet ki lakiron se churaya hai tujhe.
Dilki hasrat zuba par aane lagi,
Tumhe dekha aur zindagi muskurane lagi.
Yeh ishq ki inteha thi ya meri diwangi,
Har surat mein surat teri nazar aane lagi.
Mushkilen dilo ke irade aazmaeingi,
Khawabo ke parde nigaho se hatayangi.
Girkar hosla mat haarna,
Yeh thokerein hi tujhe chalna sikhayengi.
Bhujhi hui shama phir se jal sakti hai,
Tufano mein ghiri khasti kinare lag sakti hai.
Mayus na hona kabhi zindagi main,
Yeh kismet hai kabhi bhi badal sakti hai.
Saare dhobi mare mare fir rahe hai.
Kyunki unke gadhe nahi mil rahe hai.
Gupt khabaron se pata chala hai.
Ki who sms padh rahe hai.
Kamala ke nakhre tere,
Azeeb tera style hai.
Gaand dhone ki tameej nahi aur,
Haatho mein mobile hai.
Mausam bada behaal hai,
Sur hai na taal hai.
Msg box bhi kangaal hai,
Kya aapki msg factory mein hadtaal hai?
Duniya ke har mod aur hard agar par milte hain dost aap jaise,
Na jaane khuda ne itne Manufacturing defects kiye kaise.
Nazar jhuki to paimane bane,
Dil tute to maikhane bane.
Kuch na kuch to jaroor hai aap mein,
Yu hi nahi hum aapke deewane bane.
Dost kabhi doston se khafa nahi hote,
Dil milake kabhi juda nahi hote.
Bhula dena hamari khamiyo ko,
Kyunki insaan kabhi khuda nahi hota.
Teri dosti ki roshni aisi hai ki har taraf ujala nazar aata hai,
Sochtein hai ghar ki bijli katva de, aajkal kambkhat bill bahut aata hai.
Mitha dard dil mein utha abhi abhi,
Kya tumne mujhko yaad kiya abhi abhi.
Tujhse mile zamana hua phir bhi lage,
Jaise tum milke gaye abhi abhi.
Kai raaz aise hote hai jo kahe nahi jaate,
Kai dil aise hote hai jot ode nahi jaate.
Aur kuch dost aap jaise hote hai jo chode nahi jaate.
Diya hai uparwale ne mobile,
To itni to kadar kiya karo.
Karo na karo call,
Par har roz do-char sms to kiya karo.
Ramchandra keh gaye siya se,
Aisa kalyug aayega.
Dono taraf se sms honge,
Phone koi nhi milayega.
Dosti achhi ho to rang laati hai,
Dosti gehri ho to sabko bhaati hai.
Dosti naadan ho to toot jaati hai,
Par dosti hum jaison se ho to itihaas banati hai.
Jam tutne ka bahana na kar,
Hum to teri aankhon se pee lenge.
Tu mat aa lekin aane ka vaada to kar,
Hum tere intezaar mein hi jee lenge.
Dil do kisi ek ko, Who bhi kisi nek ko.
Par jab tak sachha dildaar na mile, Propose karte raho hare ek ko.
Bas kya yahin tak tha saath hamara? Intezaar hi karte rahe hum tumahara. Kab
hogi is kambhakt mobile mein roshni. Aur kab aayega message tumahara.
Bhool se agar koi bhool hui to bhool samajh usey bhool jaana. Arey bhoolna sirf
bhool ko bhool samajh kar hame na bhool jaana.
Zakhm dene ka andaaz kuch aisa hai,
Zakhm dekar puchte ho ab haal kaisa hai.
Kisi ek se kya gila karna yaro,
Saari duniya ka mizaz ek jaisa hai.
Ishq ka jahaan benaam hota hai,
Tadapna iska kaam hota hai.
Khush naseebo ko kabhi ishq ho nahi sakta,
Yeh to badnaseebo ka jaam hota hai.
Kal ho na ho aaj to hai,
Aaj ho na ho ye pal to hai,
Ye pal ho na ho hum to hai,
Hum ho na ho humari dosti to hai.
Saagar se uthi leherein kinaro se takra kar kyo laut jaati hai,
Karti hai who kinaro se bewafai ya saagar se wafa nibhati hai.
Hum ne jab kabhi khushi mehsus ki,
Har kadam pe aap ki kami mehsus ki.
Door reh kar bhi aap ki chahat kam ha hui,
Ye bat hum ne dil se kahai hai.
Khaali shishe bhi nishaan rakhte hai,
Tute hue dil bhi armaan rakhte hai.
Jo khamoshi se guzar jaaye,
Who dariya bhi dil mein toofan rakhte hai.
Zindagi ek chahat ka silsila hai,
Koi mil gaya hai, koi bichud gaya hai,
Jise maanga tha humne apni yaadon mein,
Who kisi ko bina maange hi mil gaye.
Pane se khone ka maza aur hai,
Band aakho se dekhne ka maza aur hai.
Aasu bane lafz aur lafz gazal,
Teri yaadon ke saath jine ka maza kuch aur hai.
Lamha lamha waqt gujar jayega,
Chand lamho mein exam aa jayega.
Abhi bhi waqt hai thoda padh lo,
Warna pass kya Munna Bhai Karwayega.
Khuda ne agar ye rista banaya na hota,
Ek dost ko dooje se milaya na hota.
Zindagi ho jaati bejaan,
Agar maine tera jaisa dost paya na hota.
Zindagi hai to khawab hai,
Khwab hai to manjile hai,
Manjile hai to raaste hai,
Raaste hai to faasle hai,
Fasle hai to muskeelay,
Muskeelay hai to MAIN HOON NA.
Talash karo koi tumhe mil jayega,
Magar hamari tarah tumhe kaun chahega.
Zarur koi chahat ki nazar se tumhe dekhega,
Magar aakhein hamari kaha se layega.
Duaon ki bheed me ek dua hamari,
Jisme maangi hamne har khushi tumahari.
Jab bhi muskure aap dil se,
Samjho dua Kabul hui hamari.
Khusboo ne phool ko ek ehsaas banaya,
Phool ne baagh ko kuch khaas banaya,
Chahat ne mohabbat ko ek pyaas banaya,
Mohabbat ne ek aur Devdaas banaya.
Hasne ke baad kyu rulatati hai duniya?
Jaane ke baad kyu bulati hai duniya?
Zindagi main kya kuch baaki tha jo
Marne ke baad jalati hai duniya.
Raate gumnaam hoti hai,
Din kisi ke naam hota hai,
Hum zindagi kuch is tarah jite hai ki
har lamha doston ke naam hota hai.
Din tere khayal mein gujar jata hai,
Raat ko bhi khayal tera he aata hai.
Kabhi ye khayal is tarah bad jaata hai ki
Aaine mein bhi tera chehra nazar aata hai.
Jindagi tere bin adhuri hai.
Najane kyu tere mere bich yeh doori hai.
Sochta hum kabhi bhulau tujhko.
Par teri ek muskurahat meri majburi hai.
Jaate jaate who koi achi nishani de gai,
Umar bhar dauhra saku aisi kahani de gai,
Kher hum to reh gaye pyase,
Par hamari palko ko who paani de gai.
Mausam ki bahaar achhi ho,
Phoolo ki kaliya kacchi ho,
Hamaari yeh dosti sachhi ho,
Rab se bas yeh dua hai ki mere dost ki har subah achhi ho.
Itna kuch khoya ki hume paana na aaya,
Pyar kiya to jatana na aaya.
Aa gaye is dil mein pehli hi nazar mein who,
Kasoor humara tha jo hume unke dil mein samana na aaya.
Arz kiya hai
Bus nazron se dekh liya hota agar tammana thi darane ki,
Hum yun hi behosh ho jaate.
Kya zaroorat thi aap ko muskurane ki.
Taazi hawa ka jhoka aaya,
Khusbu teri saath laya,
Phir mere dil ko khayal aaya.
Ke lagta hai aaj bhi mera dost nahi NAHAYA.
Jo aasani se mil jaye who hai gam,
Jo mushkil se mile who hai paisa,
Jo kisi kisi ko mile who hai pyar,
Par jo naseed walo ko mile who hai hum.
Thoker khaker sambhalne wale,
Jeet he teri haar nahi,
Matlab ki ye sari Duniya he,
Koi kisi ka yaar nahi.
Pyar ka naam maine suna hai magar
Pyar kya hai yeh mujhe nahi hai khabar
Par jana hai mujhe pyar ke us nagar
Sang leke ek Pyra humsafar.
Dharti so rahi hai, Aasman so raha hai
Is ghum ke mausam mein, mera dil ro raha hai
Aur alam kuch is tarah ho raha hai
Hum jaag rahe hain, sara jahaan so raha hai
Saat samandar ka fasla to beshak bahut bada hai
Magar do dilon ka fasla to itna chota hai,
Ke humein bhi takleef hoti hai,
Jab tumhein dard hota haI.
Aapke khayalon se fursat nahi milti
Hume ek pal ki raahat nahi milti
Mil to jaata hai sab kuch
Bas aapki ek jhalak nahi milti.
Aasma ko nind aaye to sulau kahan,
Sagar mein mauj uthe to chipaaon kahan,
Dharti jo tadap uthe to samjhau kya
Mujhe teri yaad aaye to main jau kaha.
Jindagi kisi ki amanat nahi hoti,
Amanat me kabhi qayamat nahi hoti,
Dil jara dekhkar lagana dosto,
Ishq ki kaid mein kabhi jamanat nahi hoti.
In udaas muskhurahato ke peeche gam ki kitni raile hai
Ab yaar tumhe kya bataye kit um bin kitne akele hai.
Jab tum aaine ke paas aate ho to aaina kehta hai ?Beautiful? ?Beautiful?
Aur jab tum door jaate ho to aaina kehta hai ?April Fool? ?April Fool?
Ehsaan doston pe jatane nahi hote,
karz dosti mein chukane nahi hote,
bas salamat rahe ye dosti hamari,
ye woh riste hai jo purane nahi hote.
Aapka ashiyana dil mein basa rakha hai, aapki yaddon ko sine se laga rakha hai,
Pata nahi yaad aap hi kyu aate ho, dost to humne auro ko bhi bana rakha hai
Chiraago se agar andhere door hote tho chand ki chaht kise hoti,
Akele jindagi agar kut jaati tho pyar sirf naam ki cheez hoti.
Har kali tujhse khushbu udhaar maange, aftab tujhse noor udhaar maange.
Rab kare tu dosti nibhaye aise ki log mujhse teri dosti udhar maange.
Ve unhe yaad karein jinhe ho bhulaya kabhi humne, unhe na kabhi yaad kiya na
kabhi bhulaya?..sada unhe apne kareeb hi paya.
Aati thi jaati thi,
Hasti thi hasati thi,
Bhagti thi bhagati thi,
Dekhti thi muskati thi,
Phone mein bolti bhi thi,
Aaj pata chala saali pagli thi.
Log kehete hai ki ladkiyan zindagi hoti hai maut nahi,
Magar who log yeh kyu bhool jaate hai ki dhoka bhi zindagi hi deti hai maut
nahi.
Yaad mein teri aahen bharte hai,
Har saans ke saath tujhe yaad karte hai.
Maut sachai hai ek roz aani hai,
Lekin teri judai mein har pal marte hai.
Jabse nazre mili aapse hume kuch ho gaya,
Ratoon ki neend gaye,
Din ka chain gaya,
Hume aapse pyar nahi CONJUCTIVITIES ho gaya hai.
Ummido ki manzil deh gayi,
Aankhon se aansu ki dhara beh gaye,
Tumahari kya izzat reh gaye,
Jab class ki ladki bhaiya keh gaye.
Tumne to yaar mujhe jeena sikha diya,
Mohhabat ki raah par chalna sikha diya.
Mili humko jab se tumahari dosti,
Gum mein bhi muskarana sikha diya.
Soch ko badlo, sitare badal jaayenge,
Najar ko badlo, najare badal jaayenge.
Kashtiya badalne ki zururat nahi,
Dishaon ko badlo, kinare badal jaayenge.
Na teer na talwar. Agar mujhse hai pyar, to khol apni salwar, hoke tujhpe savar,
mera shastra hai taiyaar, jaldi apni chaddi uttar, tujhpe karna hai vaar.
Kaun yaad rakhta hai naamo ko,
Log chehron ko bhool jaate hai.
Tum samandar ki baat karte ho,
Log to aakhon mein doob jaate hai.
Hum aapki yaad mein udaas hai,
Bas aapse aas hai.
Chahe dost kitne hi kyu na ho,
Apne liye to aap hi khaas hai.
Kash tumhare chere pe chicken-pox ke daag hote,
Kash tumhare chere pe chicken-pox ke daag hote,
chand to tum ho hi, sitare bhi saath hote!!
Jab Jab tum angdai lete ho dam hamara nikal jata hai.
Aye Jalim Deodrant lagane me tumhara kya jata hai ?!
Bahaar aane se pehle fiza aa gayi,
ki bahaar aane se pehle fize aa gayi,
Aur phool khilne se pehle..... bakri kha gayi
Saapno ki Tarah aakar chale gaye,
apno ko bhulakar chale gaye,
Kis bhul ki saja di aapne hame,
Pahale hasaya fir rula kar chale gaye.
Mat pee sharab galib masjid mein baith kar
Ek hi botal hai, kahin khuda na mang le.
Toote dil ko dobara lagana hamein accha nahin lagta
Kissi ko palkoan pe bitha kar girana hamein accha nahin lagta
Ek baar keh diya ki hum to sirf aapke hai lekin
Baar baar humko yeh batana accha nahin lagta
Bekhudi ki zindagi hum jiya nahin karte
Jaam dusro se cheen kar hum piya nahin karte
Unko mohabbat hai to aa kar izhaar karein
Pichaa hum kisi ka kiya nahin karte
Ishq hona bhi muqadar ki baat hoti hai,
Mehboob ke bina zindagi tanhaai mein roti hai,
Jeene lagte hein hum chori chori is jahaan mein,
Unki chaahat hi is dard-e-dil ki dawa hoti hai.
Dil do kisi ek ko,
Do magar kisi nek ko,
Dil koi kaanch ka tukda nahi,
Jo bech do har ek ko.
Patto ke bina,
Phool nahi khilte,
Ishq Ke Bina,
Do dil nahi milte.
Hum na hote to,
Kisi aur ke charche hote,
Na hota jo yeh ishq,
To koi aur gham ke bahaane hote...
Dil jalaane ke mausam mein,
Khub jale hain hum,
Jo hota koi sahara,
To hum kisike sahaare kaise hote.
Tasveer banana bhi kuch,
Ajeeb sa lagta hai,
Aaine mein jise dekhta hoon,
Kuch paraya sa lagta hai,
Aap khafa hain humse,
Itna to yakeen hai humko,
Bas yuhi chahte rehna,
Achcha sa lagta hai.
Yeh Ishq Mohabbat hota hai kya, Yeh dil churaana hota hai kya,
Zara humko bhi toh bataaon, Yeh dil churana hota hai kya...
Kaise bechain hota hai mann,
kaise kat ti hai apne din raat,
Zara humko bhi to bataaon,
Kaise hoti hai dil ki baat.
Jab kabhi main unke khayaalon mein kho sa jaata hoon,
Woh khud bhi baat karte hai to bura sa lagta hain.
Toot Jaate Hain Sabhi Rishte Magar,
Dil Se Dil Ka Raabta Apni Jagah,
Dil Ko Hai Tujh Se Na Milne Ka Yaqeen,
Tujh Se Milne Ki Dua Apni Jagah.
Mohabbat ko humne maana,
Zindagi barbaad karti hai,
Yeh kya kam hai,
Ki mar jaane ke baad, duniyaa yaad karti hai.
Badalna nhi aata humen dostoon ki terhan
Har ek rut mein tera intezar karte hain
Na tum sameet sako ge jise qayamat tak
kasam tumahri tumhen itna pyar karte hain..
Ae Musafir Kyoon Ghabrata Hai Mere Rikhshaw Mein Beth Jane Se
Khuda Bhi Naraz Hota Hai Kisi Ka Dil Dukhane Se
Zalim Palat Kar Dekh Tamana Hum Bhi Rakhte Hein
Tum Agar Car Rakhti Ho To Rikhshaw Hum Bhi Rakhte Hein
Jo Maa Ko Satata Hai
Wo Rikhshaw Hi Chalata Hai
Driver Ki Zindagi Ajab Khel Hai
Maut Se Bache To Central Jail Hai
Allah Allah Tera Zor Hai Mere Deewane Mein
Kal Hi Zamanat Karwaii Thi Aj Phir Se Thane Mein
Port Per Rehte Hein Sohrab Ghot Mein Sote Hein
Jab Tere Yaad Aati Hai Ji Bhar Ke Rote Hein
Kal Chodween Ki Raat Thi Balti Mein Tera Aks Dekha
Aur Phir Balti Hila Hila Kar Rat Bhar Tera Raks Dekha
Chalti Hai Ghari Urhti Hai Dhool
Jalte Hein Dushman Khelte Hein Phool
Ae Rocket Tujhe Qasam Hai Himat Na Harrna
Jaisa Bhi Khada Aee Has Kar Guzarna
Na Kar Jhagra Musafir Se , Musafir Door Se Aaya Hai
Safar Qismat Mein Likha Hai , Hokum Door Se Aaya Hai
Pata Kya Khaad Bitaein Nishaan Hai Be Nishaan Hamara
Laga Bethe Jahaan Basta Wahe Samjho Makaan Apna
Aankhon ki zubaan woh samajh nahi paate
hothon se magar hum kuchh keh nahi paate
apni bebasi kis tarah kahe??
koi hai jiske bina hum reh nahi paate
Aansu ko ankhon ki Dehliz pe laya na karo.
Apne dil ki halat Kisiko bataya na karo.
Log mutthi bhar namak liye Ghoom rahe hain
Apne zakhm kisiko Dikhaya na karo
Pataa nahi marane par hame jannat mile na mile..ye fiza..ye aalam...ye dosti
mile na mile..SMS karane me kasur mat kar ai dost..maalum nahi waha mobile mile
na mile..
Tuzasa koi dusara is zameen par huwa to rabse shikayat hogi....
ek to jhela nahi jata...dusara aa gaya to kya haalat hogi !!!
Zindagi behaal hai, sur hai na taal hai, msgbox bhi kangaal hai.. kya aapaki SMS
factory me hartaal hai.. are yaar kuchh to bhejo aakhir mere mobile ki zindagi
ka sawaal hai !!!
Logonko kehate suna aksar..zinda rahenge to phir milenge..
magar iss dilne mehsoos kiya hai... milate rahenge to zinda rahenge !!!
Aasoo tere nikale to aankhein meri ho.... Dil tera dhadake to dhadakan meri ho..
bhagawaan kare tu pyaar aise nibhaye ki .. nokari tu kare aur pagaar meri ho...
Jaan hai muzako zindagise pyaari, jaan ke liye kar du kurbaan yaari, jaan ke lie
tod du dosti saari. ab tumase kya chhupana.. tumhi to ho jaan hamari !!!
Kya aakhein hai, kya baatein hai, aisa lagata hai jaise....
jaise....jaise.... kisi peepalke pedse koi BHOOT utar aaya hai !!!
Raatki tanahaiyon me ham aapako aawaj diya karate hai..chand ? sitaronse aapaka
jikr kiya karate hai... na aao hamare khwabonme ham BHOOT se daraa karate hai
!!!
Fulonme haseen gulab hai, padhane ke liye jaruri kitaab hai,
duniyame har swaalka jawaab hai,
agar koi muzase tumhare baareme puchhe to kahunga lajawaab hai !!!
Chaha hai jise chahat se jayada,
Samjha hai jise muhabbat se zada.
Bharosa hai jispe khud se zada,
Tu hi hai who haramzada.
Ek dost ka wada hai, marte dam tak nibhayenge, maut aayi to tumase pehale
ham jayenge, tumako naa bhul payenge isiliye tumhebhi saath le jayenge....
Raat gumsum hai magar chan khamosh nahi,
Kaise keh du aaj fir hosh nahi.
Aisa duba teri aakho ki gehrai main,
Haath mein jam hai magar pine ka hosh nahi.
Yu to koi tanha nahi hota,
Chah kar kisi se juda nahi hota.
Dosti ko kanjusi le doobti hai,
Yeh jaan kar bhi aap se sms nahin hota.
Kewal tum hi ho zindagi main par main tumhe pa nahi sakta,
Rahega dukh hamesha tumhe na pane ka.
Par apni khushi ke liye tumhe rula nahi sakta.
Zindagi nahi hame dosto se pyari,
Dosto pe haazir hai jaan hamari.
Aankhon mein hamare asoon hai to kya,
Jaan se bhi pyaari hai muskaan tumhari.
Dosto ki kamee ko pehechante hai hum,
Duniya ke ghamo ko bhi jaante hai hum.
Aap jaise dosto ke hi sahare,
Aaj bhi has ker jeena jaante hai hum.
Ishq ka jaha bhi naam hota hai,
Tadapna sisakna waha aam hota hai.
Khushnaseebo ko kabhi ishq ho nahi sakta,
Ye badnaseebo ka kaam hota hai.
Tum hoti to aisa hota, tum hoti to waisa hota
Tum is baat pe itna hasti, tum uss baat pe itna khush hoti,
Tum is baat pe ye kehti,tum uss baat pe wo kahati
shukar hai tum nahi ho!!!
Tumko dekha to yeh khyaal aaya
Tumko dekha to yeh khyaal aaya
Ki Paaglo ke stock mein Naya Maal Aaya
Umeedo ki manjil toot gayi
aankho se ashqo ki dhara beh gayi
are tumahri bhi kya izaat reh gayi
jab class ki ladki bhaiya keh gayi
Teri yaad mein humne kalam uthaayi
liya paper aur tasveer aapki bnayi
socha tha ki usko dil se laga kar rakhenge
magar vo to bacho ko draane ke kaam aayi...
Shaam hote hii ye Dil udaas hota hai
Toote khwaboo ke siwa kuch na pass hota hai
Tumahri yaad aise waqt bohat aati hai
Bandar jab koi aas-paas hota hai..
Dil mein aansuyo ke mele hain
Tum bin hum bohat akele hain
Sab kuch chod kar tumeh e-mail karte hain
Dekho hum kitne vele hain
* vele = lazy (vele is a Punjabi word)
Bazahir wo mera khayal karti hai
Jhoot bolti hai magar kamal karti hai
Dil hai mera lose isay na karna use
Aghar hogaya fuse tumhai parangay shoes
Apple kat'ta ho knife se
Pani pita ho pipe se
Kiya zamana agaya hai
Juta khata ho wife se
Hum chahain aap ko
Aap chahain kisi aur ko
Aap jisay chahain khudha karay
Wo chahain kisi aur ko
Tu sawal nahi ek phali hai
Meri manzil tu nahi tari saheli hai
Tu shama hoti main parwana hota
Na tu coaching jati na main diwana hota
Pyar main kisi ne dhokha khaya
To kisi ne kasam khai hai
Hum wo majnoo hai
Jis ne sirf laat khai hai
Duniya se jo daray usay kahil khate hai
Duniya jis se daray usay shaire khate hai
Shair chara samaj kar har ghadha charne laga
Urdu zaban aati nahi shaire karne laga
Shama ro ro kay parwanoo se keh rahi hai
Mujai rumal la do mari naak beh rahi hai
Hum dil ki thabhai ka saman na karangay
Bun jaingay dhulay magar haan na karangay
Pani aanay ki baat karte hoo
Dil jalane ki baat karte hoo
Char din se moo nahi dhoiya
Tum nahane ki baat karte hoo
Phool ko mat toro kanta lag jai ga
Larki ko mat chairo chanta lag jai ga
Ishq Ke phool Bhi Khilte hain ...!! Bikhar Jaate hain ..!!
Zakhm Kaise Bhi hon ..!! Kuch roze main Bhar Jaate hain ..!!
Us khwaboon main Aab koi Nahi Aur hum Bhi Nahi ...!!
Itne roze Se Aaye hain ...!! Chup Chaap Guzar Jaate hain ...!!
Nurm Aawaaz ...!! Bholi baatein ..!! Mohazzab Lehjaa ...!!
Pehle Baarish main Hi ..!! Sab Rang Utar Jaate hain ..!!
Raasta roke Khari Hai ...!! Wahi uljhaan Kab Se ..!!
Koi Puche to kahen Kya Ke Kidhar Jaate hain ..!!
Jab Paas Ho To Rukh Se ..!! Nigahein Na Morna ....!!
Jab Dur Ho To Mera ..!! Tasavvur Na chorna ..!!
Aye Dost ..!! Dil Lagane Se Pehle Ye Sonch Le ..!!
Mushkil Bahut Hai ...!! Rishtoon Ki zanjeerain hain Torna ...!!
Dekha Jidhar Yeh Payaa ..!! Aalam Hijaab Ka ..!!
Jaali Ko naam De Diya ...!! Humne Niqaaab Ka ..!!
Dukh Ki Tabash Hai ....!! Dharkanain tanhaiyan Bhi hain ..!!
Yeh Zindagi Hai Jaise ....!! Din Ho Hisaab Ka ..!!
Woh To Khushbu Hai ..!! Hawaoon main Bikhar Jayega ...!!
Masla phool Ka Hai ..!! Phool Kidhar Jayega ..!!
Hum To Samjhe The Ke Ek zakham Hai Bhar Jayega ...!!
Kya Khabar Thi Ke Rug-E-jaan main Utar Jayega ...!!
Jab Se Hua Hai Woh Khwab Ki Tarah ..!!
Zindagi Guzar Rahi Hai Azaab Ki Tarah ...!!
Khushbu Ke kalam Se Shayad Likha Tha Usne Khat ...!!
Har Lafz Mahak Raha Hai Gulab Ki Tarah ...!!
Ishq Mile To Pee Lete hain ....!!
Aap Kahe To Mar jayen hum ..!!
Aap Kahe To Jee Lete hain ...!!
Hum To hain Un phoolon Jaise ..!!
Jo kaatoon main Bhi Jee Lete hain ...!!
Har Ek Baat Pe Kahte Ho tum ...!! Ki Tu Kya Hai ...!!
Tumhi kaho Ki Yeh Andaz-E-Guftagu Kya Hai ...!!
Ragoon main Daurte Phirne Ke hum nahin Qayal ..!!
Jab Aankh Se Hi Na Tapka To Phir lahoo Kya Hai ..!!
Apni aankhoon Ke Samunder main Utar Jaane De ..!!
Tera mujrim hoon ..!! Mujhe Doub Ke Mar Jaane De ...!!
Zakham Kitne Teri Chaahat Se Mile hain Mujh ko ..!!
Sonchta hoon kahoon Tujh Se ..!! Magar Jaane De ....!!
Yeh Bhi Aadab Hamare hain ...!! Tumhain Kya maloom ..!!
Hum tumhain Jeet Ke harey hain ...!! Tumhain Kya maloom ..!!
Ek tum Ho Ke Samajhte Nahi hum Ko Apna ...!!
Ek hum hain Ke Tumhare hain ...!! Tumhain Kya maloom ...!!
Falak Ke Teer Ka Kya Nishana Tha ....!!
Idhar Mera Ghar ..!! Udhar Uska Aaashiyana Tha ...!!
Puhunch Rahi Thi Kinare Pe Kashti-E-Umeed ..!!
Usi Waqt Is tofaan Ko Bhi yahaan Aana Tha ...!!
Aisa Lagta Hai Zindagi tum ho ...!!
Ajnabi ...!! Kaise ajnabi tum ho ..!! ?/?
Main zameen Per Ghana Andhera hoon ....!!
Aasmaanoon Ki Chaandini tum ho ...!!
Ab koi aarzoo nahin Baakee ...!!
Joostjoo Meree Aakhree tum ho ..!!
Dostoon Se Wafa Ki ummeeden ....!!
Kis Zamaane Ke Aadmee tum ho ...!! ?/?
Tujh ko Dekhenge to Sitare Bhi Zia maangen Ge ..!!
Pyaase Teri zulfoon Se Ghataa Maange Ge ...!!
Apne Maathe Se yun Aanchal ko Na Sarkaa Dena ..!!
Varna Buddhe Bhi Jawaani Ki Dua Maange gay ..!!
Dillagi dosto ke naam hoti hai,
Dillagi dosto ki shaam hoti hai,
Kahin bhi raho par rahoge dil main mere,
Yehi dosti ki sachchi pehchan hoti hai.
Yaad teri na aye aisa hone na denge,
Dost tere jaisa khone na denge,
Sharafat se contact me rahena
Varna, kaan ke niche do kheench ke denge.
Din akele raat tanha kaat dee maine,
Dosto main saari khushiya bant di maine,
jeevan ki bhag daud me mujhko mila hi kya,
paane ki ummid me zindagi kaat di maine.
Shaam Hote Hi Chiragon Ko Bujha Deta Hoon
Yeh Dil Hi Kaafi Hai Teri Yaad Main Jalne Ke Liye
Raste Main Gire Hain Phool, Uthata Hai Koi Koi
Muhabbat Karte Hain Sabhi, Nibhata Hai Koi Koi
Mujhe bhulna bhi chaho to bhula na sako ge
Main to palkon pe thahar jaoon ga, aaansoon ki tarah
Tum badle, jahan badla, badli nazar zamane ki
Yeh Aansu char baqi rah gaye, nishani dil lagane ki
Suraj paas ho na ho, roshni aas paas reheti hai.
Waise hi dost paas ho na ho, dosti aas paas reheti hai,
Waise hi aap paas ho na ho, aapki khushboo hamesha paas reheti hai.
Chup rehete hai ki koi khafa na ho jaye,
Humse koi ruswa na ho jaye,
Badi mushkil se koi apna bana hai,
Milne se pehele hi juda na ho jaye.
O friend ji,
Main keha tussi mitha aam ho, Coca cola da jam ho, Sir dard ka balm ho,
Sab kuch badhiya hai, Bas SMS nahi karte is waastey badnaam ho.
Dua karte hai hum sar jhukaye,
Ae dost tu apni manzil ko paaye.
Agar kabhi teri raho mein andhera aaye,
Roshni ke liye khuda hum ko jalaye.
Dosti karo collegwali se,
pyar karo officewali se,
program karo padoswali se,
ankh ladao sali se,
love karo dilwali se,
aur mar khao gharwali se
Apni Surat ka kabhi to didaar de
tadap raha hu ab aur na intzaar de
Apni awaaz nahi sunani to mat suna
Kam se kam 1 Missed call hee maar de
Dekha tujhe to rooh khush ho gayi,
ek kami thi vo bhi puri ho gayi,
Pagal hain vo log jo kehte hain ki,
Chimpanzi ki aakhri nasal khatam ho gayi!!
aahat si koi aaye to lagta hai ke tum ho
saaya koi lehraye to lagta ahi ke tum ho
ab khud hi batao jaan-e-jaan
kya tum kissi bhoot se kum ho??
Main uski yaad mein ban gaya baraf ka gola
Main uski yaad mein ban gaya baraf ka gola
aur vo boli ki Thanda matlab Coca Cola
Chaand ko garoor hai ki uske pass noor hai to kya hua
Mujhe bhi garoor hai ki mera dost Langoor hai
Yadd Karte hai tumhe tanhai mein,
dil dooba hai gamo ki gehrai mein,
hamein mat dhoonndho duniya ki bhid mein,
hum milenge tumhe phir kisi,free SMS ki scheme mein
Chand adhura hai sitaro ke bina,
gulshan adhura hai bahaaro ke bina,
samundar adhura hau kinaro ke bina,
jeena adhura hai tum jaise yaaro ke bina!!!
Pyaar hi na karna tha,
toh dil lagaya kyun,
chehre se itni nafrat thi,
toh kafan hataya kyun.
Dil ka dard dil todne wale kya jaane,
Pyar ke rivajo ko zamana kya jaane.
Hoti hai kitni taklif ladki patane main,
Yeh ghar pe baitha ladki ka baap kya jaane.
Machar ne jo kata, dil mein mere junoon tha.
Khujli itni hui, dil beshukun tha.
Pakda par chod diya yeh soch kar ki sale ki ragon mein apna hi khun tha.
Who din bhi kya haseen the,
Jab aap haseeno se kiss liya karte the.
Yeh unn dino ki baat hai,
Jab aap 2 saal ke hua karte the.
Dil he dil mein hum unhein pyaar karte hain,
Chupchaap unki mohabbat ka intezaar karte hain,
Jin rahon per hai chalna unka mushkil,
Unhi rahon per hum unka intzaar karte hain.
Jab kisi ko kareeb paya kasam se wahi dhoka khaya hai,
Kyun dosh dete ho kaante ko, ye zakhm to humne Phoolon se paya hai.
Kisi ki chahat pe Zinda rehne wale hum na the,
Kisi pe marmitne wale hum na the,
Aadat si padgai hai tumhe yaad karnae ki,
Warna kisi ko yaad karne wale hum na the.
Ishq mein dil ka Tamasha dekha nahi jata,
Humse toota hua sheesha dekha nahi jaata,
Apne hissae ki khushiyan bhi tumhe de dun,
Tumhara utra hua chehra hum se dekha nahi jata.
Kaanch chube to nishaan reh jata hai,
Dil tute to armaan reh jata hai,
Laga to deta hai waqt marham is dil per,
Phir bhi umer bhar ek zakhm reh jata hai.
Dur hote hue bhi dosti ka rishta nibhate hai AAP,
Na jaane kyon dil ko lubhate hai AAP,
Ye kaisa Karishma hai aapka,
Jo HUM ko itna yaad aate hai AAP.
Aajaye Kisi Din Tu Aisa Bhi Nahin Lagata
Lekin Woh Tera Vaada Jhoota Bhi Nahin Lagata
Milta Hai Sukoon Dil Ko Us Yaar Ke Kooche Mein
Har Roz Magar Jaana Aacha Bhi Nahin Lagata
Dekha Hai Tujhe Jab Se Bechain Bahut Hai Dil
Kehena Koi Tujhse Rishta Bhi Nahin Lagata
Baare Mein Qateel Usake Soche Bhi Toh Kya Sochein
Woh Gair Nahin Lekin Apana Bhi Nahin Lagata
Aag duniya mein lagi ho to bujhana mumkin,
Tum lagi dil ki bujha doge to chain ayega...
Ab tak ishq mein aankhon se hi baatein ki hain,
Yeh ada dil ko sikha doge to chain aayega.
Dil ko dhadkana aapne sikhaya,
ankho ko rulana aapne sikhaya
kaise kare bewafai aapse,
pyar karna bhi aapne sikhya
Har khamosi ka matlab inkar nahi hota,
Har nakamyabi ka matlabhar nahi hota
Kya hua hum aapko pa na sake,
Sirf pane ka matlab pyar nahi hota.
log milte hain bichad jate hain,
sirf dil ke taar ched jate hain
youn to lete hain hum hazaro naam,
par kuch aap jaise log dil mein utar jate hain
kisi ka pyar pane ki tamanna nahi,
aap jaisa dost ka dular mile itna kafi hai
aap chahe humein milo ya na milo,
par humein yaad karte raho bas itna kafi hai.
Shaam udas hai, Raat bhi udas hogi.
Subah kafa mein lipti meri laash hogi.
Ae mujhe dafnanewale jaakar unse keh dena,
Kabra par bhi unki tasvir mere saath hogi.
Dil gumsum, zuban khamosh
Yeh aankhen aaj nam kyon hai.
Tune kabhi paaya hi na tha,
To aaj khone ka gam kyon hai.
Aansoo ko bahut samjhaya tanhayi mein aaya karo,
Mehfil mein hamara mazaak naa udaya karo.
Is par aansoo tadap kar bole,
Itne logon mein aapko tanha paate hai isliye chale aate hai.
Unse roz milne ko DIL CHAHTA HAI.
Kuchh sunne sunane ko DIL CHAHTA HAI.
Tha kisi ke MANANE KA ANDAJ aisa.
Ki phir RUTH jane ko DIL CHAHTA HAI.
Jatye jatey vo ek neshani dey gayee,
Umer bhar dhura sakoo eysi kahani dey gayee,
Hum to reh gaye peyasey,
Per humari palko ko vo pani dey gayee.
Tumne chaha hi nahin,warna halaat badal sakte the,
Mere anshoo teri ankhon se nikal sakte the,
Tum to thahre hi rahe jheel ke paani ki tarah,
Dariya bante to door nikal sakte the.
Yoon to koi bhi tanha nahi hota,
Chaah kar kisi se juda nahi hota,
Mohbbat ko majboorian hee ley doobti hain,
Varna koi khushi se be-wafa nahi hota.
Chaha Tha Unhe Hale Dil Sunana,
Chaha Tha Unhe Junoone Mohhabatt Dikhana,
Nasme Laye The Hum Dil Kured Kured Kar,
Per Alfaaz Bhi Chale Gaye Unhe Dekh Kar
Shaam Hote Hi Chiragon Ko Bujha Deta Hoon
Yeh Dil Hi Kaafi Hai Teri Yaad Main Jalne Ke Liye.
Yeh Teri Bhi Aankhon Ka Qusur Hai
Main Tanha Gunahgar To Nahi
Raste Main Gire Hain Phool, Uthata Hai Koi Koi
Muhabbat Karte Hain Sabhi, Nibhata Hai Koi Koi
Mujhe bhulna bhi chaho to bhula na sako ge
Main to palkon pe thahar jaoon ga, aaansoon ki tarah
Tum badle, jahan badla, badli nazar zamane ki
Yeh Aansu char baqi rah gaye, nishani dil lagane ki
Din akele raat tanha kaat dee maine,
Dosto main saari khushiya bant di maine,
Jeevan ki bhag daud me mujhko mila hi kya,
Paane ki ummid me zindagi kaat di maine
Woh dil kya jo milne ki dua na kare,
Tujhe bhul kar jiyun khuda naa kare
Rahegi teri dosti meri zindagi bankar,
Yeh baat aur hai ki zindagi wafa naa kare.
Jab bolte hai to kehte ho ki bohot bolte ho
Jab chup rehte ho to kehte ho ki naraz ho?
Dil ki baat akhir kaise bataen
Batate hain toh kehte ho mazak kar rahe ho?
Dosti ka har farz nibha diya,
Kisi aur ke liye aapne hume bhula diya.
Akele to hum pehele se he the,
Achha hua jo aapne ehsaas dila dia.
Aksar maut hame rulati hai,
Aur zindagi hame hasati hai.
Par jo zindagi hame rulati hai,
Who hame maut se bhi badhtar nazar aati hai.
Har rang or gum ki dava hai dosti,
Kuch kahi unkahi bato kiraz hai dosti.
Kami hai duniya mein pujnewalo ki,
Varna to is jamin par to khuda hai dosti.
Sab se achha mera yaar hai,
Uski hare k shayri mein kitna pyaar hai,
Agar na aaya uska sms ek din,
To mera mobile rakhna bekaar hai.
Gham ke aansu dikha nahikarte,
Apna haq aap par jata nahi sakte,
Anmol ho tum meri nigahon mein,
Yeh baat hum aapko bata nahi sakte.
Baago main phool khilte rahenge,
Raat ko deep jalte rahenge,
Dua hai yehi hamari khuda se,
Aap khush raha kare,
Baaki taklif to hum dete rahenge.
Zindagi sabko mile zaruri to nahi
Pyar sabko mile zaruri to nahi
Kuch log bahuth yaad athe hain Zindagi mein,
Woh bhi hume yaad karein Zaruri to nahi
Usko chaha bhi to izhaar na karna aaya,
Kat gayi umar, humein pyaar na karna aaya,
Usney manga bhi agar kuchh to judaai maangi,
Aur hum they ki hamein inkaar bhi na karna aay
Mere jeene ke liye tera armaan hi kaafi hai.
Dil ke kalam se likhi yeh dastaan hi kaafi hai.
Teer-e-talwaar ki tujhe kya zaroorat aye nazneen,
Qatl karna ke liye teri muskaan hi kaafi hai.
2 kadam to sab chal lete hai,
Par zindagi bhar ka saath koi nahi nibhata.
Agar ro kar bhulai jaati yaadein,
To has kar koi gum na chupata.
Ek lamhe mein unhone hamari zindagi sawar di,
Ek lamhe mein unhone hamari zindagi ujaad di.
Kusur unka nahi hamara tha,
Jo un do lamhon mein humne apni zindagi guzardi.
Ishq itna mat karo ki who tumahari kamjori ban jaaye.
Ishq aisa karo ki tumse pyaar karma uski mazboori ban jaaye.
Karz dostika ada kaun karega?
dost na ho to dosti kaun karega?
ai khuda mere Doston ko salamat rakhana
warna meri shaadi me dance kaun karega????
Har raat ke chaand par hai noor apse,
har subah ki oas ko hai gharoor
Apse, hum kehana to nahi chahte lekin,
mar jayenge rehkar door apse...
Har subha ki dhund kuch yaad dilati hai,
har phool ki khoshboo ek
Jadoo jagati hai, chaho na chaho kitna bhi par,
aapki yaad aa hi jati hai.
Jaise aap hamare na ho sakthey
Hum kisee aur ke na ho sakenge
Pyaar Nahin Kiya apna dil diya hai
Ek pal bhi aapko bhula na payenge.
Ful ki shuruwar kalise hoti hai,
Zindagiki shuruwat jaan se hoti hai,
Pyaar ki shuruwat dostise ...
Aur dosti ki shuruwat aapase hoti hai !!!
Kaun yaad rakhata hai naamko,
Log to cheharon ko bhi bhul jaate hai,
Aap samandar ki baat karate hai,
Log to aankhon me bhi duub jaate hai !!!
Maut ke baad bhi yaad aa raha hai koi,
Mitti meri kabrase utha raha hai koi,
Ai khuda do pal ki zindagi aur de de,
Meri kabrase udaas ja raha hai koi !!!
Bhigi Barsaat me jalata hu, tuze kya maloom?
Main samandar hu bikharata hu, tuze kya maloom?
Jabse dekha hai mohabbat ka hasi Tajamahal,
Kate haathon ko chhuppata hu, tuze kya maloom?
Zamaana gujar gaya haathon ko milaye hue,
Muddat ho gayi nazaron ko milaye hue,
Din raat nikal gaye yaadon me khoye hue,
Ab kab samane aaoge yaar muskurate hue?
In aankhonme aasoo aaye na hote,
Agar tum pichhe mudkar muskuraye na hote,
Tumhare jaane ke baad ye gam hota hai,
kaash tum zindagi me aayehi na hote !!!
Baadal garaja magar barasaat nahi aayi,
Dil dhadaka magar aawaj nahi aayi,
Pura din gujarane ko hai dost,
kya ek baar bhi meri yaad nahi aayi?
Unako chaha bhi to izahaar na karana aaya,
Kat gayi umar hame pyaar na karana aaya,
Unhone maanga bhi agar kuchh to judaai maangi,
Aur ham the ki hame inkaar bhi na karana aaya !!!
Mera ikaraar tere inkaar se behatar hoga,
Mera din bhi teri raat se behatar hoga,
Yakeen nahi aata to dolise zankakar dekh lena..
Mera janaazaa teri baaraat se behatar hoga !!!
Masti aankhon me hoti hai..sharaab me nahi...
Bhakti shraddha me hoti hai...shabdon me nahi..
Tu bhi jaan le mere dost...
Dosti dil me hoti hai.. dikhaweme nahi...
Lamho Lamho per Khwaab Likhoonga,
Apni zindagi per kitaab likhoonga,
Aapki gardan (neck) to phoolon ki tehni,
Aur aapke chehre ko gulab likhoonga.
jis shaam mein mere lab per aapka naam na aaye,
khuda kare ki kabhi aisi shaam na aaye,
ae jaane wafa yeh kabhi mumkin nahin ki,
afsaana likhoon aur aapka naam na aaye.
Bahut khushnooma kal ki Raat guzri hai
Kuch tanha par kuch khaas guzri hai
Na neend aayi na Khwaab koi
Bas aap hi ke khayalon ke saath guzri hai
aapne dushman se hi dil laga baithe
Unki Saadgi se fareb kha baithe
Pattharon se tha Apna rishtaa..
Phir bhi Shishe ka Ghar bana baithe
Aapke shahar ka har mausam suhana lage,
Ek shaam chura loon aapki agar bura na lage,
Aap chahe bhula de hume ek pal me hi,
Aapko bhulane me shayad hume jamana lage.
Aaj kuch khas baat to jaroor hai ......
jo aap itne madhosh huwe ja rahe hain.....
kahin ye bin piye jaam ka nasha to nahin..
jo aap itne Ashiq mizaz huwe ja rahe hain
Aaj apne aap se khafaa hoon......
jo uske chere ki madhoshiyaan na pad saka,
par kya karoon uski yaad me aisa khoyaa ki
uski muskurahat ke peeche ki shararat na pad saka.
Gungat Mein Tujhe Dekha To Dewanna Hua,
Sangeet Ka Taraana Hua,
Shamaa Ka Parwana Hua,
Masti Ka mastaana Hua,
Jaise Hi Gunghat Uthaya Is Duniya Se Ravana Hua
Ek Ladki Ko Dekha To Aisa Laga
Doosri Ladki Ko Dekha To Vaisa Laga
Jab Dono Ke Joote Lage...To Ek Jaisa Laga!!!
Bewafa Tum Ho To Wafadaar Hum Bhi Nahi,
Besharam Tum Ho To Sharamdaar Hum Bhi Nahi,
Pyaar Ke Is Mode Par Aake Kehte Ho Shadishuda Ho
To Kya Hua Darling...Kunware Hum Bhi Nahin!
Woh Ladki Kitni Pyaari Thi, Jis Ko Aankh Maari Thi
Woh Sendal Kitni Bhaari Thi, Jo Us Ney Sar Per Maari Thi
kabhi kehte the dost hamare ke
"jaan bhi maango to hazir hai",
Aaj apni bivi ko jaan kehte hai ,
aur maango to inkaar karte hain
Zamane ke dar se teri tasweer toilet mein chupai rakhi hai!
dedar ho tera bar bar isliye julab ki goli kha rakhi hai
Durakht ke paymane pe chilman E husn ka furkat se sharmana...
Durakht ke paymane pe chilman E husn ka furkat se sharmana...
Ye line samajh me aaye to mujhe zaroor batana
Har khushi kam hai,
Tera gum bhulane ke liye,
Ek tera gum hi kaafi hai,
Mujhe umr bhar rulane ke liye
Dil Ki Basti Bikhar Gayi Hoti
Ke Rooh Ke Zakhm Bhar Gaye Hote
Yeh Zindagi To Aap Ki Amaanat Hai Warna
Hum To Kab Ke Mar Gaye Hote
Unke Bewafai Par Wafa Hum Karenge
Yaad Ko Unki Dil Se Juda Hum Karenge
Itna Chaha Phir Bhi Yakeen Nahin
Aise Zindagi Jee Kar Kya Karenge
Mere Jineke Liye Tera Armaan Hi Kafi Hai .
Dil Ke Kalam Se Likhi Ye Dastaan Hi Kafi Hai.
Tir-E-Talwaar Ki Tujhe Kya Zaroorat-E-Nazneen,
Qatl Karne Ke Liye Teri Muskaan hi Kafi Hai
Pyar ka 1st asoul hai kay iss say phelay kay USSAY aap say acha milay,
aap uss say pehlay uss say acha dhoud lo.
Aapki zulfain hain ghup andhera
ho ja ganji kar day sawera
ALLAH ALLAH kya josh hai mere deewane mein hai.
kal zamanat pe churwaya aaj phir thane mein hai
kush rahai tu sada yeh dua hai meri
teri premika hi bun jaye bhaabhi teri
Zamane bher ki ruswai degai hey mujhe
Itni menhat ki ye kamai de gai hey mujhe
wo lafz jis se hota nahi kuch hasil
wahi ik lafs BHAAII De gai hey mujhe.
Dosti ka pehala pegam aapke naam,
Zindagi ki akhari sham aapke naam.
Iss safar main humsafar hain hum dono,
Is dosti ko nibhana hain aapka kaam.
Is kadar hamari chahat ka imtihan na lijiye.
Kyu ho humse khafa, bayan to kijiye,
Kar dijiye maaf agar ho gaye humse khata,
Yu yaad na karke saza na dijiye.
Rishton ki ye duniye hai niraali,
Sab riston se pyaari hai dosti tumhaari.
Manzoor hai aansu bhi aakho mein hamaree,
Agar aa jaaye muskaan hot pe tumahari.
Ummidon ki manzil dah gayi,
Khwabon ki duniya bah gaye.
Abe teri kya izzat reh gayi,
Jab ek jhakkas ladki tereko bhaiya keh gayi.
Khuda se thoda raham khareed lete,
Aap ke zakhmo ka marham khareed lete.
Agar kahi bikti khushiya meri,
To saari bech kar aap ka har ghum khareed lete.
Jam pe jam pine se kya fayda,
Sham ko pi subah utar jayegi.
Arey do boond dosti ke pi le,
Zindagi saari nashe mein guzar jayegi.
Fiza mein mehekti ek shaam ho tum,
Pyar mein chalakta jam ho tum.
Seene main chupaye phirte hai hum yaad tumahari,
Meri zindagi ka dusra naam ho tum.
Tum paas hot to tujhpe pyar aata hai,
Tum door ho to tera intezaar satata hai.
Kya kahe is dil ki haalat ki,
Tujhe yaad kar karke hume bukhaar ho jaata hai.
Vaade pew o aitbaar nahi karte,
Hum zikre mohabbat sare bazaar nahi karte.
Darta hai dil unki ruswai se,
Aur who sochte hai hum unse pyar nahi karte.
Har kadam par imtihaan leti hai zindagi,
Har waqt naya sadma deti hai zindagi.
Hum jindagi se kya shikwa kare,
Aap jaise dost bhi to deti hai zindagi.
Kaash who nagme hame sunaye na hote,
Aaj unko sun kar aansu aye na hote.
Agar isi tarah bhool hi jaana tha,
To itni gehrai se dil me samaye na hote.
Kyu hame kisiki talash hoti hai,
Kyu dil ko kisi ki aas hoti hai.
Chand ko dekho who bhi to tanha hai
Fir bhi uski chandni se roshan har raat hoti hai.
Ek hasi jo hasa de,
Ek aansu jo rula de,
Ek aarzoo jo jaga de,
Ek chahat jo samajh le,
Har aahat jo jaan le,
Usi rishte kanaam hai?.HUM aur TUM?..
Hoton pe dosti ke fasaane nahi aate,
Saahil pe samandar ke khazaane nahi aate.
Udne do parindo ko abhi shokh hawa main,
Fir laut kar college ke zamane nahi aate.
Mere mobile ko sukun mil gaya,
Empty inbox mein msg ka phool khil gaya.
Aap ka sms tha ya kele ka chilka,
Jise padte hi mera dil fisal gaya.
Dost dil todna hamari aadat nahi,
Dil hum kisi ka dukhate nahi.
Bharosa rakhna meri dosti par,
Dil mein basakar hum kisiko bhulate nahi.
Ful ki shuruwar kalise hoti hai,
Zindagiki shuruwat jaan se hoti hai,
Pyaar ki shuruwat dostise ...
Aur dosti ki shuruwat aapase hoti hai !!!
Kaun yaad rakhata hai naamko,
Log to cheharon ko bhi bhul jaate hai,
Aap samandar ki baat karate hai,
Log to aankhon me bhi duub jaate hai !!!
Maut ke baad bhi yaad aa raha hai koi,
Mitti meri kabrase utha raha hai koi,
Ai khuda do pal ki zindagi aur de de,
Meri kabrase udaas ja raha hai koi !!!
Bhigi Barsaat me jalata hu, tuze kya maloom?
Main samandar hu bikharata hu, tuze kya maloom?
Jabse dekha hai mohabbat ka hasi Tajamahal,
Kate haathon ko chhuppata hu, tuze kya maloom?
Zamaana gujar gaya haathon ko milaye hue,
Muddat ho gayi nazaron ko milaye hue,
Din raat nikal gaye yaadon me khoye hue,
Ab kab samane aaoge yaar muskurate hue?
In aankhonme aasoo aaye na hote,
Agar tum pichhe mudkar muskuraye na hote,
Tumhare jaane ke baad ye gam hota hai,
kaash tum zindagi me aayehi na hote !!!
Baadal garaja magar barasaat nahi aayi,
Dil dhadaka magar aawaj nahi aayi,
Pura din gujarane ko hai dost,
kya ek baar bhi meri yaad nahi aayi?
Unako chaha bhi to izahaar na karana aaya,
Kat gayi umar hame pyaar na karana aaya,
Unhone maanga bhi agar kuchh to judaai maangi,
Aur ham the ki hame inkaar bhi na karana aaya !!!
Mera ikaraar tere inkaar se behatar hoga,
Mera din bhi teri raat se behatar hoga,
Yakeen nahi aata to dolise zankakar dekh lena..
Mera janaazaa teri baaraat se behatar hoga !!!
Masti aankhon me hoti hai..sharaab me nahi...
Bhakti shraddha me hoti hai...shabdon me nahi..
Tu bhi jaan le mere dost...
Dosti dil me hoti hai.. dikhaweme nahi...
Lamho Lamho per Khwaab Likhoonga,
Apni zindagi per kitaab likhoonga,
Aapki gardan (neck) to phoolon ki tehni,
Aur aapke chehre ko gulab likhoonga.
jis shaam mein mere lab per aapka naam na aaye,
khuda kare ki kabhi aisi shaam na aaye,
ae jaane wafa yeh kabhi mumkin nahin ki,
afsaana likhoon aur aapka naam na aaye.
Bahut khushnooma kal ki Raat guzri hai
Kuch tanha par kuch khaas guzri hai
Na neend aayi na Khwaab koi
Bas aap hi ke khayalon ke saath guzri hai
aapne dushman se hi dil laga baithe
Unki Saadgi se fareb kha baithe
Pattharon se tha Apna rishtaa..
Phir bhi Shishe ka Ghar bana baithe
Aapke shahar ka har mausam suhana lage,
Ek shaam chura loon aapki agar bura na lage,
Aap chahe bhula de hume ek pal me hi,
Aapko bhulane me shayad hume jamana lage.
Aaj kuch khas baat to jaroor hai ......
jo aap itne madhosh huwe ja rahe hain.....
kahin ye bin piye jaam ka nasha to nahin..
jo aap itne Ashiq mizaz huwe ja rahe hain
Aaj apne aap se khafaa hoon......
jo uske chere ki madhoshiyaan na pad saka,
par kya karoon uski yaad me aisa khoyaa ki
uski muskurahat ke peeche ki shararat na pad saka.
Jaise aap hamare na ho sakthey
Hum kisee aur ke na ho sakenge
Pyaar Nahin Kiya apna dil diya hai
Ek pal bhi aapko bhula na payenge.
Sabne kaha dosti ek dard hai,
humne kaha ye dard kabul hai.
sabne kaha is dard ke saath jee nahin paoge,
humne kaha teri dosti ke saath marna bhi kabul hai
Tanhai hai pyar mein,
barbadi hai pyar mein,
aasu hai pyar mein,
bebasi hai pyar mein,
gum bhi hai pyar mein,
haar bhi hai pyar mein,
hamein sab pata hai
lekin kya kare hum bhi hai pyar mein.
Kuch nasha to aapki baat ka hai,
kuch nasha to dheemi barsaat ka hai,
humein aap yun hi sharabi na kahiye,
is dil par asar to aap se mulakat ka hai!
aankhon ki zuban woh samajh nahin pate,
hoat magar kuch keh nahin pate,
apni bebasi kis tarah kahe,
koi hai jiske bina hum reh nahin pate.
tute hue pymane mein jaam nahin aata,
ishq ke mariz ko aaram nahin aata,
ae dil todne wale tune yeh to socha hota,
tuta hua dil kisi ke kaam nahin aata.
Zindagi kisiki mohataz nahi hoti,
Dosti sirf jazbaat nahi hoti,
Kuch to khayal aaya hoga khuda ko,
Warna yuhi aapki humse mulaqat nahi hoti.
Jindagi kisi ki amanat nahi hoti,
Amanat main kabhi kayamat nahi hoti,
Dil ko sambhal kar rakhna,
Meri dosti ki kaid main jamanat nahi hoti.
Nanhe se dil me armaan koi rakhna,
Duniya ki bhid main pehchan koi rakhna.
Ache nahi lagte jab rahte ho udas,
In hoto pe sada muskaan vahi rakhna.
Bhulaya tha duniya ko jinki chaahat main
Unko bhoolanay ko ab kidhar jayain hum
Yeh duniya bhi to ab paraya samajhti hai mujh ko
Kis ko apnay dukh ab sunayain hum
Na koi aarzoo na umeedain hi raheen
zindagi ho gaye azaab tumko khotay hi
Jhulas gaye her kali dil kay gulshan ki
Gham kay railay lagay tumko khotay hi
Woh khwab jinhain hum nay sajaye thay
Palko pay jin khyalon ko hum nay basaye thay
Ek sailaab sa aaya aansoon ka yoon
Her khushi kho gaye tumko khotay hi
ab na janay gay kabhi hum kay zindagi kya hoti
tum hoti ger sung to tum zindagi hoti
saath hotay hum to kis rang main yeh rangi hoti
tum khushi hoti to zindagi kitni khush hoti
dil ko nahi koi aur phir aaaaarzoo hoti
tum hoti meri sab kuch to tum sabhi kuch hoti
na gham na koi dukh na fikar hoti
aye kaash mere rab kay tum meri hoti
kyon basi hai tu ab tak yaadon main meri
jab tere dil main mere liye jagah hi nahi
dil lagaya hi kyon tha zalim tu nay
jab nibhana tujhe aata hi nahi
khel kay dil say 'sahir' kay tu nay
zakhm woh chora jo phir bhara hi nahi
tumhain chaaha jo maine
to phir kuch aur nahi chaaha
tujhe soncha jo hum nay
to phir kuch aur nahi soncha
tujhe maanga jo rab say
to phir kuch aur nahi maanga
tujhe paaya jo hum nay
to phir her khushiyan maine paaya
tujh say bichara jo main...
to ek zakhm hua dil main...
jo phir na kabhi bhar paya...
tore kay khwab mere
woh apni duniya basanay chalay
mere gham kay saaye main
woh apni khushiya mananay chalay
is dil ko tore kar
kaheen aur dil lagaanay chalay
bujha kay duniya meri
woh apni shama jalanay chalay
badaltay hain log aise
jaise kuch yaad hi nahi
woh pyar jo kabhi hota tha
us ki parwaah hi nahi
hasrat main duniya kay
woh bhi niklay khwar kaheen
badla yoon dil unka
jaise tha pyar hi nahi
wafa kya hoti hai unko samjhaye koi
jo kuchal gaye magan apnaypan main
khushi lay nay aur duniya ki
ghamon ko chor gaye woh kisi kay daamun main
haan sach hai kay tha dil, beqaraar tujh say
thi chaahat mujhe, beshoomar tujh say
phir kya kiya tu nay, kyon dil badal sa gaya
Kyon ho gaya yeh dil ab, bayzaar tujh say
udaasi thi bicharnay pay tere
phir laga baitha main dil aur kaheen
sab bhool gya kya gham tha
jo mili kushi phir aur kaheen
matlabi hain bohot yahan
kisi aise say na dil lagana
jin ka badlay dil aise jaise
kisi mausam ka badal jaana
roz sunayengay phir woh
koi aur naya bahana
naye dastaan yeh nahi
varson ka hai yehi fasaana
woh duniya jo sung basaye thi
ek fasana sa ab lagnay lagi
badal gaye rastay jo milay thay dilon kay
unki galiyan ab paraya lagnay lageen
woh chehra jo basa tha is dil main
ab woh apna bhi baygana lagnay lagi
Do pal kay haseen khwab
Do dil kay fasanay
Yaad aatay hain ab bhi
Woh guzray zamanay
Saanson ki mahak unki
Mohabbat say kahi her baat
Mashook bari zalim thi
Bari qaatil hai unki yaad
Bhoolay bicharay woh waaday
Kachay dhaagon si woh kasmain
Do pal kay thay saaray
Na Hue kabhi woh apnay
Yaad aatay hain ab bhi
Woh guzray zamanay
Do pal kay haseen khwab
Do dil kay fasanay
Meri mohabbat main gur teri qurbat hoti
mere ihsaas-e-jigar ko teri shafaqat milti
her din guzarta mera phir teri parastish main
her khwahish ko tere meri himaayat milti
umeed pay bhi phir jee leta main ashqiyaa
sirf thori si jo teri mohabbat se wajahat milti
(qurbat - acceptance, shafaqat - mercy, compassion
wajahat - dignity, ashqiyaa - heartless)
Teri judaii say hai duniya ka her gham
Yaadain teri mere dil ka marhum
Khyalon main ho tum mere hum dum
Bus jao aa kay dil main aye hum dum
Her kisi say zyada, bus khuda say kum
Hamain itni muhabbat hai tumsay sanam
Ab chaahay parain ishq main jitnay sitam
tumhain paana hai chaahay jitnay ho ghum
Labon nay na bola per is jahan ki kasam
Agar hota jayaz, pujtay tum ko hum
You are so perfect to me
I wish I was perfect for you too
You are all I had ever wanted
You are truly a dream come true
You are pure like an angel
You are a sweetheart all the way through
You are so perfect, so flawless
I wish I was a little better, a little more for you too
meri jaan pay aayegi
jo hai woh, meri jaan
woh jaan lay jayegi
woh jo hai, meri jaan
woh dil-o-jaan ko tarpayegi
woh jo hai, meri jaan
woh jaan kay phir aayegi
woh jo hai, meri jaan
woh phir jaan jayegi
ki woh hai, meri jaan......
Kyon jaan ko mere tarpaye
Meri jaan chali aana
Meri jaan na ghabraye
Meri jaan chali aana
Meri jaan pay na aa jaye
Meri jaan chali aana
Meri jaan na chali jaye
Meri jaan tum chali aana
meri jaan nahi, dil ho tum
nahi dil nahi, jaan ho tum
mere jeenay ka maqsad ho
mere muzhub ka imaan ho tum
mere din ka ujala ho
meri raaton ka chaand ho tum
shayad tum ho, tum hi ho
tum hi dil ho tum hi jaan ho tum
jeevan main aashaa ki kiran ho
jo mere saamnay mera chaand ho
dharti per bhi swarg sa yauvun ho
jo mere saamnay mera chaand ho
patjhar main bhi saawan ki pawan ho
jo mere saamnay mera chaand ho
her khushi ho, aashaa ho
jo mere saamanay mera chaand ho
aisa ho to phir kya ho
jo mere saamanay meri JAAN ho
Khush hoon is liye nahi kay tum achi ho pyari ho
Khushi to hai is ki kay tum hamari ho
tumhare intezaar main, pucho na mera haal
din lagay maheena, maheena lagay saal
tere pyar main ek aisi mithaas hai
ke jitna bhi miley yeh, na bujhti pyaas hai
Jab say tu aaye meri zindagi main
Her lamha teri chaah hai
Her pal ko teri aarzoo hai
Her dharkan main teri yaad hai
Aur her zarray ko teri hi pyaas hai
Guzri thi kuch is tarah say zindagi yeh tere qabal
Jaisay isko teri hi, tere pyar ki, tere justajoo ki talaash hai
Aur ab to yeh aalam hai mere hum-nasheen
Kay tu nahi to duniya main kuch bhi nahi
sonch kar bhi tujhe na hasil karnay ka gumaan
is dil ko dharaknay ki aarzoo bhi nahi
Aankhon main mere tujhe paanay ki chaahat
In say yoon nazrain churaya na karo
Doob nay do inko apni aankhon main
Unhain palkon say yoon chupaya na karo
Dhoondhti hain yeh rastay tere dil kay
Unhain isharon say hi sahi, dikhaya karo
Aanay do dil say chaahat kay do lafz
Unhain honthon say yoon churaya na karo
Tum kuch bhi kaho, jaise kaho, acha lagta hai
Dil say nikla hua her lafz, sacha lagta hai
Shair ka, gaanay ka nahi, mohtaaj hai ihsaas-e-jigar
Yeh to isharon main bhi kaha ja sakta hai
Her kashti-e-manzil sahil hai to kya
Hamahari manzil-e-ishq to sirf tum ho
Yeh dil dharakta hai her pal to kya
Is dil ki dharkan to sirf tum ho
Yeh jaan jayegi kisi din to kya
Is dil ki malika to sirf tum ho
Zindagi dii rab nay to kya
Jeenay ka maqsad to sirf tum ho
Is dil nay tujh main jaanay kya dekha
Zindagi ki dhoop mohabbat ka saweraa dekha
Khoye khoye si zindagi thi meri
Tu aaye to khuli aankh say bhi sapna dekha
Jo aati hai tu hut tay hue aanchal say nazar
Aisa lagta hai baadlon kay beech chaand ka chehra dekha
Jis Ki talaash thi is veeranay dil ko ab tak
Tujh main woh khushi, her lamha woh sunahra dekha
deedaar ko tere, hain itne tarsey
luta doon yeh duniya ab, tere pyar ke sadqay
Jab bhi tum mujhe apna kehti ho
Tum dil ko aur bhi achi lagti ho
tum agar muqaddar main na hoti
zindagi se yoon mohabbat na hoti...
jeevan main aashaa ki kiran ho
jo mere saamnay mera chaand ho
dharti per bhi swarg sa yauvun ho
jo mere saamnay mera chaand ho
patjhar main bhi saawan ki pawan ho
jo mere saamnay mera chaand ho
her khushi ho, aashaa ho
jo mere saamanay mera chaand ho
aisa ho to phir kya ho
jo mere saamanay meri JAAN ho
Rab ne sirf do chaand banaya
Aasmaan ke liye ek, ek 'meri' jaan banaya
Door ho kay bhi tum itnay qareeb ho
Aankhain band karoon to tum palkon main samayee ho
Aankhain choom loon yoon kay pyar khoob hoyega
Tum milo to dil, duniya ko bhi bhool jayega
Mohabbat sanam ki
tab hi rang layegi
jab yaadain hongi
aur woh tarpaye gi
Paas na ho ek pal ke liye bhi
To is qadar yaad aati ho
Jaise bichray hue aashiq ho(n)
aur sadiyon ki judaii ho
chaahat main teri
her khushi hai meri
dillagi yeh nahi
zindagi hai meri
dil ko ihsaas hai
mera kya haal hai
meri duniya mera sab kuch
ab tu hi hai meri
Kitni achi ho tum, itna acha bhi koi ho sakta hai
Dil ko miltay hi tujh se, zindagi khwab sa lagta hai
Tum ho apni to khud per ghuroor lagta hai
Gaalon pay haseen, labo(n) pay bus tera hi naam rehta hai
tumhain dil main rakhoonga
tere dil main rahoonga
tere dil say poochoonga
tere dil ko yeh kah doonga
tum saanson main basi ho ab
teri dhadkan say yeh keh doonga
tum ho ab sirf meri
yeh duniya ko bata doonga
tere dil may main bus loonga
tujhe dil main basa loonga
tujhe chaah kay na kuch aur, chaaha hai hum nay
tujhe maang kay kabhi aur, na kuch maanga hai hum nay
tujhe hi pooja tha, tujhe hi pooja hai hum nay
tujhe hi dhoondha tha, tujhe hi paya hai hum nay
tu mohabbat hai meri
dil yeh kehta hai
choopkay say yeh teri
dhadkan main busta hai
dharakta hai yeh tere liye
tujh hi pay marta hai
teri hi chaahat main yeh
jeeta aur marta hai
Jab nazron nay yeh mere, tera chehra yaar dekha
Teri aankhon main chupa, Mera pyar dekha
Chupi hui aanchal main, Jo dildaar dekha
Mere dil nay bhi phir khwab, sau baar dekha
kuch aur mayeenaa tha zindagi ka
ab tum hi zindagi ban gaye ho
badal gaye hai zindagi hi meri
jiski tum her khushi ban gaye ho
do pal thahar jao to
dil aur bahal jayega
in do pal ki yaadon pay
kuch aur din kat jayega
Jab aankhon nay kiya woh deedar tera
Palkon main chupa liya phir pyar tera
Kat-ti hain ab shaamain bus yoon hi
In Nigahon ko bus ab intezaar tera
saansain na ho to, phir bhi jee sakte hain kuch pal
tera pyar na miley to, mar jayain hum usi pal
tujhe dekhain to sirf aahain bharay hum
ho ijazat agar to tere dil main rahain hum
tum is qadar pyari ho, ke pyar aa hi jata hai
sambhale jitna bhi khud ko, na dil qaboo main aata hai
tere hi aate thay khwab
tera hi intezaar tha
teri hi chaahat lay ker
dil yeh beqarar tha
ab milay ho tum to dil ki kahain hum
ho ijazat agar to tere dil main rahain hum
Aa jao ab kay jeena mushkil hai
Zahar judaii ka peena mushkil hai
Bohot tarpa chuki tum door reh ker janam
Ab to ek pal ki bhi doori na mumkin hai
tum ho to hai, duniya haseen
tere bina, kuch bhi nahi
tu hi hai sab kuch, hai mujh ko yakeen
tu jo nahi, to kuch bhi nahi
dekhoon jo tujh ko to dil muskuraye
dil machal jaye, jo tu nazar aaye
tere aanchal main meri duniya basii
teri khushi main hai meri khushi
tum ho to hai, duniya haseen
tere bina, kuch bhi nahi
tu hi hai sab kuch, hai mujh ko yakeen
tu jo nahi, to kuch bhi nahi
betaabi milnay ki her pal sataye
yaadain teri mujhe raaton jagayain
khwabain mera tujh say hain sajeen
teri chaahat hai ab, sub kuch meri
tum ho to hai, duniya haseen
tere bina, kuch bhi nahi
tu hi hai sab kuch, hai mujh ko yakeen
tu jo nahi, to kuch bhi nahi
tum jo lay chukay ho dil mera
mujhe dil kay qareeb rakhna
kar kay paraya duniya say mujhe
mujhe khud say door na karna
tera hi bus khyal hai ab
teri hi bus hai yaad
sadiyon sa lagta hai ek pal
tum jo na ho saath
bechainiyan ab rehti hain
betaab hum jeetay hain
bin tere ab to sanam
hum her pal jee kay marte hain
tum jo lay chukay ho dil mera
mujhe dil kay qareeb rakhna
kar kay paraya duniya say mujhe
mujhe khud say door na karna
tum aaye ho to aayeee zindagi hai
sung aayee tere duniya ki her khushi hai
khamoshiyan thi zindagi main meri
madhosh main jee raha tha
aamud teri layeee - sitaaron ki raushni hai
baharain mili tere aanay pay
badal gaya mausam zindagi ka
tum chaand ho meri - sung aayee tere chaandni hai
tum aaye ho to aaye zindagi hai
sung aayee tere duniya ki her khushi hai
Bin tere bhi ho sakay gi koi zindagi
sonch kay hi lagay jaan nikal gaye meri
Pyar may main us kay, duniya ko bhula doonga
Dil ka rishta hai, main jaan loota doonga
Phoolon si meri janam, kanton main na ulajh jaye
Her zakhm us kay dil kay, apnay seenay pay utha loonga
Ishq yeh mera, usay maghroor kar jaye
Toot kay main us ko, itna usay chahoonga
Bus yehi dua hai meri, woh bani rahay her dum meri
Mili gar woh na mujhe, kaisay jee paoonga
tum phoolon main chupi ho
to dhoondhna mushkil ho
kaliyon main tum ek kali ho
to dhoondhna mushkil ho
gulaabon main teri shikan ho
to dhoondhna mushkil ho
khushboo teri gulshan main ho
to dhoondhna mushkil ho
Yeh na kah sakta main, kal kya day sakoonga
Par hai yeh wada wafaa ka, tujh ko dil main rakhoonga
Gur chali gaye mujh say, ek qadam bhi jo tum aa gay
Yeh na bhoolna sanam, her kasam main rakhoonga
Moor kay jo tum dekho, aur nazar main gar aaoon
Bewafa na tum kehna, warna main ro paroonga
Agar hue jo na pooray, kal armaan apnay dil kay
Rub ki marzi samajh kar, mujhe baksh dena
Mujh ko rokaygi na koi sargosh-e-dil ki
Tootay hue khwab kay, saye per bhi main chaloon ga
Kuch gussa, kuch nakhra, kuch iltija bhi hai aap ki
Hum se ruthna, hamain satana, tarpane ki adaa bhi hai aap ki
Her baat pay hansna, her pal muskurana,
Her baaton say dil dharkana
Apni sharmili nazron say, surkh honthon say, her saanson ko choo lena
tu maseeha-e-ishq hai
mujhe chahat hai bus ab aap ki
Kal na kah saka tha main tum say
Aaj na kah paoonga phir tum ko
Kal phir kya ho kis ko maloom
Kyon na phir aaj hi kah doon yeh tum say
Hamain mohabbat hai, sirf, aur sirf tum se
Ab chahe jo kal ko ho manzoor
Ab chahe jo ho aaj mumkin
Hum nay lay li hai kasam tujhe paanay ki
Ab karni hai her namumkin ko mumkin
zikar-e-yaar ho to maza guftagoo ka hai
mujhe to sanam ka naam bhi ek mausiqi lagey
ek pal bhi door tujh se, rehna muhaal hai
ho paas bhi agar to, ajab si pyaas hai
cheeni main bhi nahi hai utna mithaas
jitna meetha hai mere sanam ka pyar
Jo phoolon main dikha tera chehra
Phir baaghon ko hi hum jannat samajh baithey
Nikli woh phir ghar say bahar
Phir chaandni meri galiyon say guzri
Ger palkain na hoti teri aankhon pay
Main kab ka unmain doob chuka hota
ab na aarzoo hai, na koi khwahish mujhe
duniya bhar ki khushi, jo mili hai paa ke tujhe
tapish tere husn ki, jala deti thi mujhko
paa ke tujhe zindagi main chaaon aa gaye
subah hai aur shaam hai
dil ko kahan aaraam hai
lete rehna sanam ka naam
dil ka bus yehi ab kaam hai
tera pyar hai sanam
kisi khushboo ki tarah
jo aaya hai zindagi main
to mehkaa hai jug mera
aye sanam bin tere sirf aahain bharain hum
tere aane se hai khushi, tere jaanay pe khatam
tum se door reh ke yeh haal hua hai
do maheeney abhi hue hain, lagta hai saal hua hai
Bikhari hui zulfon ko girahgeer bana lo
Rakhna hai mujhe qaid to zajeer bana lo
Kagaz pay lakeerain to bohot kheech li tumne
Ab sab ko mila kar meri tasveer bana lo
Saamnay baithi raho dil ko qaraar aayega
Jitna dekhengay tumhain, utna hi pyar aayega
Hosh waalon ko khabar kya bekhudii kya cheez hai
Ishq kijiye phir samajhiye, zindagi hai cheez kya
Jis shaam mere lab per tera naam na aaye,
Khuda kare aisi shaam na aaye....
Aye jaane wafa, ye kabhi mumkin hi nahin,
Afsaana likhoon aur tera naam ma aaye
Baat chali teri aankhon say
Ja pahunchi paimanay tak
Keech rahi hai teri ulfat
Aaj mujhe maikhaanay tak
Kab Se Tere Intezaar Main
Dil Lagaye Tere Dedaar Baithe Hai
Teri Ek Nazar Hum Par Paray
Tamanna Lagaye Hum Bhi Bhete Hai
Tumhain Dil Main Basaye Rakhta Hoon,
Aur Duniya Ko Bhulaye Rakhta Hoon
Tumhe Meri Nazar Na Lag Jaye
Apni Nazar Jhukaye Rakhta Hoon
Mohabbat Karne Wale Iss Duniya Mein Kam Na Honge
Meri Jaaan Teri Mehfil Mein Bas Hum Na Honge
Dil cheez hai aisi, hai dene ki day denge
Koi qubul karnay wala to milay
Hum jaan bhi day denge
Tere naam hum nay kia hai
Zindagi apna tere naam
Pyar bohot kartay hain tum se
Ishq tu hai hamara sanam
Ab Tum Batao Kyon Mujhse Door Ho
Milna Manzoor Nahi Ya Meri Tarah Majboor Ho
Zindagi khushi ka hai naam, isay ronay main zaya na kijiye
Husiye khud bhi aur sung apnay, dusro ko bhi hasaya kijiye
Tum jaan toontnay ka bahana na karo
Hum teri aankhon say pee lenge
Tum na aao, bus aanay ka wada karo
Hum intezaar main jee lenge
Dil ki halat dil say poocho
Dillagi main dil gaya
Dil kay badlay dil kay haatho
Dard-e-dil main mil gaya
Zinda hoon is liye
kyon ki mujh ko tumse pyar hai
Tum bhi mujhse pyar karti ho
Sunnay ko dil beqaraar hai
Pyar ka izhaar kar do
Ab hum say nahi raha jaata
Likh ker hi iqraar ker lo
Agar hothon pay nahi aata
Kab say hai hum ko yeh intezaar
Kar do na tum bhi iqraar
Bus keh do ki hai tum ko bhi
Hai tum ko bhi utna hi pyar
Pyar kehte hain, mohabbat kehte hain
Kuch log isay bandagi kehte hain
Magar jin pay hain hum martay
Hum unhain zindagi kehte hain
Tera diwana hoon, inkaar nahi
Kaise keh doon kay tujhse pyar nahi
Kuch shararat teri aankho ki bhi hai
Main tanhaa to gunehgaar nahi
Jahaaan dekho wahaan ishq kay bimaar baithe hain
Laakho mar chukay, saikro taiyyar baihte hain
Jo sachcha pyar karta hai
woh kahan faryaad karta hai
Labon ko hilnay nahi deta
Dil o dil yaad karta hain
Musqurate Hai To Bijliya Gira Dete Hein
Baat Karte Hein To Deewana Bana Dete Hein
Husan walo Ki Nazar Kam Nahi Kyamat Se
Aag Pani Me Vo Nazaro Se Laga Dete Hein
Khuda Janay Mohabbat Ka Kya Dastoor Hota Hai
Hum jis say ishq kartey hain, wohi humse door hai
Soya nahi kaye raaton se
Is dil main tum hi samaye ho
Her aahat per aisa lagta hai
Kay shayad tum aaye ho
"?? ?? ?? ???? ?????? ???? ????? ??? ??? ???,
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ye shayri padhne wale par ab karz hai
ye ab aapka faisla hai ise kaise chukana hai
kyonki ye ab aapka sar dard hai.................
""tera u khamosh rehena bura lagta hai.
""par kisi ka tujhko dekhkar muskurana bura lagta hai.
""u to beheti hai hawa roj he...........................
""par uska tere tan ko chukar guzar jana bura lagta hai.
""ham kehetein hain k sabse pyare ho aap
""par kisi ko tera pyaara pan bura lagta hai
""dil me tere tasveer bhe bna dete magar
""kisi ka tere kisi ko ana bura lagta hai...
""milne ka dil to bahot karta hai hmara aapse.
""magar tera u milkar bichad jana bura lagta hai.
""sochtein hai ki kehe dein ham aapse dil ki baat.
""phir sochtein hai ki kabhi kisi ko kisi baat par bura
.........................lagta hai...............................
Husiye khud bhi aur sung apnay, dusro ko bhi hasaya kijiye
Tum jaan toontnay ka bahana na karo
Hum teri aankhon say pee lenge
Tum na aao, bus aanay ka wada karo
Hum intezaar main jee lenge
Dil ki halat dil say poocho
Dillagi main dil gaya
Dil kay badlay dil kay haatho
Dard-e-dil main mil gaya
Zinda hoon is liye
kyon ki mujh ko tumse pyar hai
Tum bhi mujhse pyar karti ho
Sunnay ko dil beqaraar hai
Pyar ka izhaar kar do
Ab hum say nahi raha jaata
Likh ker hi iqraar ker lo
Agar hothon pay nahi aata
Sath chalne ko chale they dost dushman magar
Meri manzil tak ka sathi sirf mera saya nikla..
Meri Aankhon Ko Yeh Sab Kaun Bataane Degaa..
Khawaab Jis Ke Hain Wahi Neend Na Aane Degaa.
tu dard ko smjh zajbaat per mat ja,
tu taqdeer ko dekh kismat per na ja,
jisne teri baazi ko palt diya wo tera hi hai apna koi,
tu usko smjh uski dil ki gehraayi mein na ja....
uski shakal per mat ja..............
tu dard ko smjh zajbaat per mat ja,
tu taqdeer ko dekh kismat per na ja,
jisne teri baazi ko palt diya wo tera hi hai apna koi,
tu usko smjh uski dil ki gehraayi mein na ja....
uski shakal per mat ja..............
tu dard ko smjh zajbaat per mat ja,
tu taqdeer ko dekh kismat per na ja,
jisne teri baazi ko palt diya wo tera hi hai apna koi,
tu usko smjh uski dil ki gehraayi mein na ja....
uski shakal per mat ja..............
Ishq qaatil se bhi, maqtool se hamdardi bhi,...
Yeh bta kis se muhabbat ki jaza mangay ga....
Sajda Khaaliq ko bhi, Iblees se yarana bhi,...
Hashr mein kis se aqeedat ka sila mangay ga....!!!!
Manzile Bhi Uski Thi Rasta Bhi Uska Tha
Ek Main Akela Tha, Kafila Bi Uska Tha
Sath-Sath Chalne Ki Soch Bi Uski Thi
Fir Raasta Badalne Ka Faisla Bhi Uska Tha
Muhabbaton me dikhave ki dosti na mila
Agar gale nahin milata to haath bhi na mila
Gharon pe naam the naamon ke saath ohade the
Bahut talash kiya koi aadami na mila
Tamam rishton ko main ghar pe chhoD aaya tha
Phir isake bad mujhe koi ajanabi na mila
Bahut ajib hai ye qurbaton ki duri bhi
Vo mere saath raha aur mujhe kabhi na mila
Khuda ki itani badi qaayanat me main ne
Bas ek Shakhs ko maNga mujhe vo hi na mila
Mil bhi jate hain to katara ke nikal jate hain
Haye mausam ki tarah dost badal jate hain
Ham abhi to hain giraftar-e-muhabbat yaro
Thokaren kha ke suna tha ki sambhal jate hain
Ye kabhi apani jafa par na hua sharminda
Ham samajhate rahe patthar bhi pighal jate hain
Uumr bhar jin ki vafaon pe bharosa kije
Vaqt padane pe vahi log badal jate hain
Agar talash karun koi mil hi jayega
Magar tumhari tarah kaun mujhe chahega
Tumhen zaruur koi chahaton se dekhega
Magar vo aankhen hamari kahan se layega
Na jane kab tere dil par nai si dastak ho
Makaan Khaali hua hai to koi aayega
Main apani raah me divar ban ke baitha hun
Agar vo aaya to kis raste se aayega
Tumhare saath ye mausam farishton jaisa hai
Tumhare bad ye mausam bahut satayega
Khushi Ko Talash Lia Gham K Aashiyane Mein, Ab Aur Kya Koi Dega Mujhko Zamane Mein !
Koi Kisike Liye Itna Beraham Na Bane,K Jitna Ban Gayi Duniya Mujhe Satane Mein !
Kisise Kuch Na Kaha Peeti Rahi Ashqo Ko, Hadhon Ko Bhi Paar Kiya Gham Pe Gham Uthane Mein !
Ehsaas Na Kar In Jazbon Ka, Nazron Se Gira Be-Shak Lekin,
Jeena Bhi Mujhe Dushwar Lage, Itna To Nazar Andaz Na Kar…!!!
Jo Kisi Kaa Buraa Nahin Hotaa;
Shakhs Aisa Bhalaa Nahin Hotaa..
Doston Se Shikaayatein Hongi;
Dushmano Se Gilaa Nahin Hotaa..
Har Parindaa Swayam Banaataa Hai;
Arsh Pe Raastaa Nahin Hotaa..
Ishq Ke Qaaide Nahin Hote;
Dard Kaa Falsafaa Nahin Hotaa..
Fitraran Galtiyaan Karegaa Wo;
Aadmi Devtaa Nahin Hotaa..
Khat Likhoge Humein Kahaan Aakhir ;
Jogiyon Kaa Pataa Nahin Hotaa..
Matt karna kabhi Ghuroor apne Aap par ay " INSAN "
Na jaane KHUDA ne tere jaise kitne bana bana k mitti mein mila diye...
Mukesh Rajpoot Kaise kahe k dard ho raha h
Kyu koi is par khush ho raha h
Mai to mujrim ban gaya aise gunah ka
Jo gunah sare aam ho raha hai
MIT CHALE MERI UMMIDO KI TARAH HARF MAGAR;
AAJ TAK TERE KHATTO SE TERI KHUSBU NA GAYI...
Amit Singh Tule-ghame-hayat se ghabra na ae 'Jigar'...
Aisi bhi koi shaam hai jiski sahar na ho....
Heer paidal ja rahi thi,
Ek ladka awaaj deta hai.
Ae diwani pechey mudh ke dekh tera dupatta zameen se ghisa ja raha hai.
Heer boli ae diwane tu kya jane,
Ye bhi apna farz nibha raha hai, Koi choom na le mere kadmo ki mitti ko Ranjhe ke siwa,
Isiliye nishan mitata ja raha hai...!
Na chahkar bhi qurbaan kar diya maine bachpan apna,
kya karta zamana bacho ko jeene nahi deta.. :(
kya karta zamana bacho ko jeene nahi deta.. :(
kya karta zamana bacho ko jeene nahi deta.. :(
Dön't Trust Toö Much..
Dön't Love Toø Múçh..
Dón't Hope Toö Mùçh..
Becoz That Töö Mùch,
Cäñ Húrt Yøû Sö Mûch..
Mukesh Rajpoot Kyu kahe use bewafa ham
Use bhi haq hai khush rehne ka
Dard to mera haq hai aur zarurat bhi
Yahi sabak hai seeda ban kar jeene ka
Tumhe Meri Muhabbat Ki Qasam Sach Sach Bata Dena..
Gale Me Daal Kar Baanhe Manana Kis Se Seekha Hai..