affiliate marketing Hindi Urdu Sher O Shayari And SMS: Hindi Kavita

Hindi Kavita























जब जब आंख में आंसू आए

तब तब लब ज्यादा मुस्काए


नहीं संभाला उसने आकर

हम ठोकर खाकर पछताए


कितने भोलेपन में हमने 

इक पत्थर पे फूल चढाए

चाहत के संदेसों संग अब

रोज कबूतर कौन उडाए


नाम किसी का अपने दिल पर

कौन लिखे और कौन मिटाए

वो था इक खाली पैमाना

देख जिसे मयकश ललचाए

वक्त बदल ना पाये अपना

खुद को ही अब बदला जाए

कुछ तो दुनियादारी सीखो

कौन ‘Aslam’ तुमको समझाए--